भारत में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं, और इस मौके पर संकुचित दलों के कुंठित मानसिकता वाले नेताओं के बयानों ने हिंदुओं की आस्था एवं हिंदुओं की भावनाओं पर गहरा आघात पहुंचाने की चेष्टा की है, क्या लोकतंत्र के इस महापर्व का यही अर्थ है कि ओछी मानसिकता के चलते अपने राजनैतिक मतलब सिद्ध करने […]
पुलवामा हमले के जिम्मेदार जैश ए मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किया ,इसे अंतर्राष्ट्रीय पटल पर भारत की आतंक के खिलाफ किए गए प्रयासों मैं एक बड़ी जीत माना जा रहा है ,इसी के चलते भारत के पूर्व रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने यह कहा कि भारत […]
सरकार जनता से टैक्स लेती है, ताकि आवश्यक सेवाएं बिजली ,पानी, सड़क, शिक्षा ,स्वास्थ्य ,सुरक्षा सुचारू रूप से मिले और सरकारी तंत्र भी काम कर सके, सरकार कोई भी हो ,चाहे राज्य की या केंद्र की ,जनता भी देश की उन्नति और प्रगति के लिए सरकार के कंधे से कंधा मिलाकर इमानदारी से टैक्स भरती […]
कांग्रेस के कद्दावर नेता एवं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का कहना है कि 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को पुर्ण बहुमत नहीं मिलेगा ,उन्होंने गठबंधन की सरकार बनने का अंदेशा जताया ,उनका कहना यह भी है कि कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए अन्य दलों से गठबंधन की आवश्यकता पड़ सकती है, उस दशा […]
चुनाव आते ही नेताओं के भीतर का असली चेहरा जनता के सामने उजागर होने लगता है, कोई विकास का मुद्दा नहीं, कोई अमन चैन भाईचारे की बात नहीं ,कोई देशहित की बात नहीं, राजनीतिक दलों और उनके नेताओं के पास कोई मुद्दा नहीं ,सिर्फ और सिर्फ, सत्ता पाने की होड़ में कौन किसको कितनी गालियां […]
अमूमन जनता अपने बहुमूल्य वोट की कीमत समझ नहीं पाती ,हमें राजनीति से क्या लेना देना, हमारे एक वोट से क्या बदल जाएगा ,लेकिन ऐसी अवधारणाओं को आज बदलने की आवश्यकता है ,जनता को यह समझना होगा कि जिस देश में वह जीवन यापन कर रहे हैं ,वहां लोकतंत्र है अर्थात जनता खुद अपने प्रतिनिधियों […]
उज्जैन जिले में फरवरी 19 से मार्च 19 तक सभी प्राइवेट स्कूलों के परीक्षा संपन्न हुई ,वहीं कुछ स्कूलों में 15 मार्च से तो लगभग सभी प्राइवेट स्कूलों में नया सत्र 1 अप्रैल से शुरू हो चुका है, इस सत्र की शुरुआत के लिए लगभग सभी बच्चों के पालकों द्वारा नई किताबें तय जगह से […]
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा 2019 लोकसभा चुनाव के अपने मेनिफेस्टो में एक योजना का उल्लेख किया है ,जिसका नाम है ,न्याय अर्थात न्यूनतम आय ,क्या है यह योजना? इस योजना के पीछे कांग्रेस का मत है कि देश की 135 करोड़ जनसंख्या है और इसमें से 20 फ़ीसदी गरीबी रेखा […]
1 अप्रैल मूर्ख दिवस के रूप में प्रचलित है, इस दिन लोग एक दूसरे को व्यंग्यात्मक तरीके से मूर्ख बनाते हैं, लेकिन वास्तव में हम रोज मूर्ख बन रहे हैं । भारत में जब ईस्ट इंडिया कंपनी आई तब किसी ने यह नहीं सोच होगा की यही अंग्रेज हमको मूर्ख बनाकर हमपर बरसो तक राज […]
21वीं सदी के इस आधुनिक दौर में हम जी रहे हैं, लेकिन हमारे देश के राजनीतिज्ञों के चुनावी हथकंडे अभी भी वही पुराने और घिसे पिटे से प्रतीत होते हैं ,ऐसा क्यों है, इसे समझना बहुत आवश्यक है ,अगर हम यह कहें कि किसी देश के लोगों की गरीबी को दूर करना है तो उसके […]
