मध्यप्रदेश में दोस्त ,यूपी में दुश्मन ,कैसे ?

2018 के विधानसभा चुनाव को अभी ज्यादा समय नहीं हुआ है , इसमें पांच राज्यों, जिसमें से तीन प्रमुख राज्य मध्य प्रदेश ,छत्तीसगढ़ ,राजस्थान की बात करें तो छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस ने बिना किसी के सहयोग के सरकार बनाई, लेकिन अगर हम मध्य प्रदेश को देखें तो 114 सीटों के साथ कांग्रेस बहुमत […]

वीटो पावर इस्तेमाल करने की ,अब भारत की जनता की बारी

पिछले साल भारत और चीन में व्यापार का आंकड़ा 84 अरब डॉलर का था, जो 2020 तक 100 अरब डालर पहुंचने की संभावना है ,चीन इतना भारी-भरकम व्यापार भारत से करता है ,वह भारत में इलेक्ट्रॉनिक सामान विशेषकर मोबाइल, इलेक्ट्रिक आइटम्स, खिलौने ,फटाके एवं तमाम चीजों को भारत में भेजकर अरबों रुपयों की कमाई करता […]

क्या 26/ 11 के बाद एयर स्ट्राइक हो सकती थी?

26 /11 के मुंबई आतंकी हमले में 166 लोगों की दर्दनाक हत्या का वो दिन, भारत का हर देशवासी कभी नहीं भूल सकता, इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने ली एवं उसका सरगना हाफिज सईद आज भी पाकिस्तान से भारत को आंखे दिखाने की हिमाकत कर रहा है, भारत की जनता आज […]

क्या ,सेना के साहसिक कारनामों पर प्रश्नचिंह लगाना उचित है ?

उरी में आर्मी कैंप पर आतंकी हमले के बाद सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की जिसमें पाकिस्तान के आतंकी कैंपों को ध्वस्त किया और उनके 30 से ज्यादा आतंकीयों को मौत के घाट उतार कर सकुशल हमारे भारतीय सेना के जांबाज़ सिपाही स्वदेश लौटे, इस साहसिक कारनामे की जानकारी सेना की ओर से दी गई ,उस […]

कूटनीतिक जीत जनता को संतुष्ट कर पाएगी ?

पुलवामा हमले में जिस तरह अभूतपूर्व क्षति भारत के जवानों की हुई है , उसके बाद पूरे भारत की जनता में अभूतपूर्व गुस्सा एवं प्रतिशोध लेने का जुनून भी देखा जा रहा है और जैसा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से रूबरू होकर जनता की मन की बात को समझा है एवम […]

जयचंद तो 370 में सुरक्षित है

भारत भर में 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं ,लेकिन कल तक जो राजनीतिक चहलकर्मी दिल्ली के रामलीला मैदान एवं जंतर मंतर पर दिख रही थी, आज भारत के शहीदों के लिए सुना क्यों हैं, शायद राजनीतिक महत्वाकांक्षा उन्हें मौन रहने पर मजबूर कर रही है। भारत […]

पूर्ण बहुमत अर्थात देश का उज्जवल भविष्य

विश्व के पटल पर अगर किसी देश पर भरोसा किया जाता है ,और विकसित देश भी उसी देश से कंधे से कंधा मिलाकर तन मन और सबसे जरूरी धन को निवेश, उसी देश में करना चाहेंगे जिस देश में स्थाई सरकार हो या यूं कहें कि देश की सरकार के पास संसद में पूर्ण बहुमत […]

महा गठबंधन vs मोदी vs कांग्रेस=2019

2019 के लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है, सभी राजनीतिक दल अपने-अपने स्तर पर रणनीति एवं गठबंधन बना रहे हैं और इसी कड़ी में तैयार हो रहा है, महागठबंधन ,जिसको हम तीसरा मोर्चा भी कह सकते हैं क्योंकि हालिया विपक्ष कांग्रेस पार्टी अभी इसमें शामिल नहीं है। अब हम यह समझते हैं कि कांग्रेस […]

“क़ाबिल की अभिलाषा”

काश मैं भी एक राजघराने से होता ,तो शायद मुझे भी सालों तक कुर्सियां नहीं उठानी पड़ती, मैं भी सीधे प्रधानमंत्री ,अध्यक्ष , महासचिव बनने के सपने देख पाता लेकिन अफसोस ,मैं भारत का एक गरीब ,एक किसान, एक आम कार्यकर्ता, एक आम नागरिक हूं ,मैं तो महारानी के पीछे चलता हुआ वह नौजवान हूं, […]

व्यवस्था में बदलाव की आवश्यकता

अगर हम लोकतंत्र के रास्ते देश के उज्जवल भविष्य की कल्पना करते हैं ,और हम यह चाहते हैं कि देश विकास के पथ पर आगे बढ़े ,तो उसके लिए लोकतंत्र को भी अपने अंदर झांकने की आवश्यकता है, इसमें बदलाव की आवश्यकता आज इसलिए भी महसूस हो रही है क्योंकि हम 21वीं सदी के आधुनिक […]