मिस मैनेजमेंट

उज्जैन नगर निगम ने इंदौर स्मार्ट सिटी की तर्ज पर उज्जैन में भी चौराहों पर लगे कचरा बॉक्स हटा दिए और घर घर कचरा इकट्ठा करने की मुहिम शुरू की लेकिन कचरा प्रबंधन को लेकर कुछ तकनीकी खामियों की वजह से इस व्यवस्था से और ज्यादा अव्यवस्था फैल रही है और लोगों को परेशानियों का […]

“कहना मुश्किल है”।

मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की ट्रेन अब 230 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ चुकी है ,कोई स्टेशन पर खड़ा इंतजार ही करता रह जाता है ओर ट्रेन तेजी से निकल जाती है ,कोई चलती ट्रेन मैं बैठने की कोशिश कर रहा है ,और किसी को चलती ट्रेन से उतारा जा रहा है ,कोई एक […]

62 साल का हुआ मध्यप्रदेश

1 नवम्बर 1956 को मध्यप्रदेश राज्य की स्थापना हुई ,तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री जवाहरलाल नेहरू ने जबलपुर, ग्वालियर एवम भोपाल में से भोपाल को मध्यप्रदेश की राजधानी के रुप मे चुना ,मध्यप्रदेश, भारत के मध्य में होने से मध्यभारत भी कहलाया। 1 नवम्बर 1956 को मध्यप्रदेश की स्थापना के बाद पहले मुख्यमंत्री श्री रविशंकर शुक्ल बने […]

आयरन मैन एंड आयरन लेडी

भारत के पहले उप प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री रहे, सरदार वल्लभ भाई पटेल, जिन्होंने 562 रियासतों में बिखरे भारत को एक करने का असंभव सा ऐतिहासिक कार्य संभव कर दिखाया, यह ऐसा कार्य था जिसके असफल होने पर आजादी के कोई मायने नहीं रह जाते ,यही वजह रही कि गांधीजी ने, जिनके की वे खास […]

कन्फ्यूजन ही कन्फ्यूजन है..

सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उज्जैन में बाबा महाकाल के चरणों में नमन करके मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रचार का शंखनाद किया इस दौरान उन्होंने सभा में संबोधित करते हुए मोदी सरकार को खूब खरी-खोटी सुनाई ,मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि आप भजिये भी बनाओगे तो उसका तेल और […]

राजनैतिक विफलता का परिणाम है, “नोटा”

आजादी के 64 साल बाद 2013 मैं उच्चतम न्यायालय की अनुमति के चलते नोटा का उपयोग चुनाव प्रक्रिया में होने लगा  ,”नोटा ” जिसका अर्थ है चुनाव प्रक्रिया में राजनीतिक दलों के द्वारा खड़े किए प्रत्याशियों मैं से कोई भी प्रत्याशी जनता की पसंद का ना होना ,जिसके चलते वह नोटा का बटन वोट डालने […]

#She too + #He too = # Me Too

भारत में 21 वी सदी में पश्चिमी सभ्यता सिर चढ़कर बोल रही है जहां एक और फिल्मी दुनिया में पश्चिमी सभ्यता गले गले तक समा जाने के चलते भारतीय संस्कृति को ताक पर रखकर ,फिल्मों में, गानों में खुलेआम अश्लीलता परोसी जा रही है ,उस समय ना हीरो, ना हीरोइन ,ना डायरेक्टर ,ना सेंसर बोर्ड […]

शीर्ष नेतृत्व का सख़्त होना, अच्छे भविष्य की निशानी

अटल बिहारी वाजपेयी, एक ऐसा नाम जिसने ना सिर्फ सख्त विपक्षी नेता के रूप में अपनी साख छोड़ी बल्कि एक कुशल एवं दबंग प्रधानमंत्री के रूप में ,अमेरिका के घोर विरोध के बावजूद पोखरण का परमाणु परीक्षण कर दुनिया को भारत का लोहा मानने पर मजबूर कर दिया, और अपने बहुत छोटे प्रधानमंत्री के रूप […]

फिर एक टोपी हुई तय्यार

भ्रष्टाचार ,अधिकार ,महंगाई ,कानून इन सब के चलते जनता के सरकार से मतभेद हो सकते हैं, मांगे हो सकती है ,और सरकार तक अपनी बात पहुचाने के, हड़ताल ,अनशन एवं न्यायालय जैसे कई तरीके हो सकते हैं । ऐसा ही एक उदाहरण ,भ्रष्टाचार पर रोक लगे इसके लिए लोकपाल बिल लाने की मांग को लेकर […]

अति सर्वत्र वर्जयेत

ऐसा कहा जाता है कि अति हर चीज की बुरी होती है, 2014 में मोदी सरकार के आते ही उसका सामना  महंगाई से हुआ और उस दौर में महंगाई में प्रमुख भूमिका दालें ,सब्जियां थीं,जिस पर कुछ समय बाद मोदी सरकार लगाम लगाने में सफल रही ,लेकिन जब महंगाई की बात हो रही है तो […]