1 नवम्बर 1956 को मध्यप्रदेश राज्य की स्थापना हुई ,तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री जवाहरलाल नेहरू ने जबलपुर, ग्वालियर एवम भोपाल में से भोपाल को मध्यप्रदेश की राजधानी के रुप मे चुना ,मध्यप्रदेश, भारत के मध्य में होने से मध्यभारत भी कहलाया।
1 नवम्बर 1956 को मध्यप्रदेश की स्थापना के बाद पहले मुख्यमंत्री श्री रविशंकर शुक्ल बने ,लेकिन उनका कार्यकाल 31 दिसम्बर 1956 तक ही रहा, तदुपरांत श्री भगवंतराव अन्नाभाऊ मंडलोई, जिनका कार्यकाल भी कम समय का, 1 जनवरी 1957 से 30 जनवरी 1957 तक रहा,उसके बाद आये श्री कैलाशनाथ कटजु ,जो 1957 से 1962 तक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे।
क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य मध्यप्रदेश कहलाता था ,लेकिन 1 नवम्बर 2000 को मध्यप्रदेश का विभाजन हो गया और वह मध्यप्रदेश एवम छत्तीसगढ़ दो भागों में बंट गया ,मध्यप्रदेश की सीमाएं पांच राज्यों को छूती है, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र,एवम गुजरात ,वहीं पांच संस्कृतियों का भी समावेश मध्यप्रदेश में मालवा , निमाड़, बुंदेलखंड, बघेलखंड ,एवम ग्वालियर ( चम्बल ) है।
मध्यप्रदेश की विशेषता इसकी संस्कृति विविधवर्णी है। गुजरात, महाराष्ट्र अथवा उड़ीसा की तरह इस प्रदेश को किसी भाषाई संस्कृति में नहीं पहचाना जाता , बात मालवा की करे तो महा कवि कालिदास की धरती कही जाती है।
आज मध्यप्रदेश के 63 वें स्थापना दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश की जनता को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
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