देश के भविष्य के साथ हो रहा खिलवाड़

21वी सदी में बहुत कुछ बदलाव हो रहा है लेकिन  हम देश के भविष्य के प्रति सजग नहीं है खुलेआम देश को चलाने वाले नेताओं को चुनने वाली प्रक्रिया में हो रहा है खिलवाड़,या यूं कहिये की जनता के एक तरफ कुआ तो दूसरी ओर खाई ,किसी एक को तो चुनना ही है। जब हम […]

अपने ही बोल वचन में घिरे मध्य प्रदेश के CM

इन दिनों मध्य प्रदेश में CM शिवराज सिंह चौहान, आरक्षण के पक्ष में मंच से दिए गए भाषण जिसमें उन्होंने कहा कि कोई माई का लाल मध्यप्रदेश में आरक्षण समाप्त नहीं कर सकता जैसी तमाम आरक्षण के पक्ष में कही गई बातों के कारण कई आरक्षण विरोधी संगठन सक्रिय हो रहे है एवं भरी सभा […]

क्या आरक्षण की समीक्षा आवश्यक है?

आजादी के 70 साल से ज्यादा होने के बाद भी हमारी विचारधारा और उसके आधार पर देश किस दिशा में आगे बढ़ रहा है यह एक सोचनीय और चिंतनीय विषय है ! हमें और हमारी सरकारों को इन 70 सालों में आरक्षण ने क्या दिया और हमने इसके कारण क्या कीमत चुकाई है और भविष्य […]

“आखिर कब तक रहेगी मूलभूत सुविधाएं चुनावी मुद्दा”

सन 1947 से आज तक हर राजनीतिक पार्टी चुनाव के वक्त मूलभूत सुविधाएं जैसे सड़क ,पानी, बिजली, शिक्षा ,स्वास्थ्य और सबसे महत्वपूर्ण रोजगार चुनावी मुद्दा बनाती आ रही है। अमेरिकी परमाणु हमले के बाद पूरी तरह से तबाह होने वाला छोटा सा देश जापान महज कुछ ही सालों में क्यों पुनः विकसित देश बन जाता […]

“जानबूझकर ऐसी फिल्में बनाते हैं फिल्मकार”

सस्ती लोकप्रियता और करोड़ों रुपए के लिए जानबूझकर किसी की अस्मिता एवं मान सम्मान का हनन करने वाली फिल्म एक ऐसी इतिहास की घटना जिसमें एक क्रूर मुगल शासक के कारण हजारों महिलाओं ने अपनी अस्मिता बचाने के लिए जौहर किया या यूं कहें कि अलाउद्दीन खिलजी उन हजारों महिलाओं का हत्यारा था ,ऐसी ऐतिहासिक […]

” स्मार्ट सिटी से बना स्मार्ट गांव”

अगर हम कहे कि कोई शहर 30 साल पहले स्मार्ट शहर की श्रेणी में आता था और आज स्मार्ट गांव बन चुका है तो इसमें आश्चर्य नहीं होना चाहिए ऐसा हमने क्यों कहा क्योंकि आज से लगभग 30 साल पहले उज्जैन शहर के पास वह सब कुछ था जो एक शहर को स्मार्ट बनाता है […]

“झोलाछाप या फस्ट एड”

सरकार द्वारा चलाए गए कुछ प्राथमिक उपचार के लिए कोर्स जैसे सीएचवी , ई एम टी ,जी एन एम, बी एन वाई एस, बीईएमएस आदि हैं जिसमें ग्रामीण क्षेत्र या शहर से दूर तहसील स्तर पर लोगों को प्राथमिक उपचार मिल सके इसके लिए सरकार द्वारा इस प्रकार के कोर्स नौजवानों को कराए जाते हैं […]

“क्या मध्यप्रदेश लेगा गुजरात से सीख”

हाल ही में आए गुजरात विधानसभा चुनाव के परिणाम ने भाजपा को सोचने पर मजबूर कर दिया है, भाजपा गुजरात के चुनाव तो जीती लेकिन जीत फिकी सी प्रतीत होती है राजनीतिक विश्लेषक इसके पीछे जातिगत वोटों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं क्योंकि जातिगत राजनीति के कारण भाजपा को गुजरात के चुनाव में भारी नुकसान […]

आखिर क्यों लगता है “आरक्षण के आगे विकास बौना “

लगभग सभी राजनैतिक पार्टियां विकास और गरीबी हटाने के नाम पर वोट मांगती आ रही है लेकिन एन चुनाव के वक्त क्यों उनको विकास के बदले आरक्षण का सहारा लेना पड़ता है आखिर क्यों चुनाव के वक्त राजनीतिक पार्टियां विकास के बदले आरक्षण का हाथ थाम लेती है ऐसे में कहना लाज़मी है की आरक्षण […]