गरीबी हटाओ या मुफ्त खोरी बढ़ाओ ?

21वीं सदी के इस आधुनिक दौर में हम जी रहे हैं, लेकिन हमारे देश के राजनीतिज्ञों के चुनावी हथकंडे अभी भी वही पुराने और घिसे पिटे से प्रतीत होते हैं ,ऐसा क्यों है, इसे समझना बहुत आवश्यक है ,अगर हम यह कहें कि किसी देश के लोगों की गरीबी को दूर करना है तो उसके […]

मध्यप्रदेश में दोस्त ,यूपी में दुश्मन ,कैसे ?

2018 के विधानसभा चुनाव को अभी ज्यादा समय नहीं हुआ है , इसमें पांच राज्यों, जिसमें से तीन प्रमुख राज्य मध्य प्रदेश ,छत्तीसगढ़ ,राजस्थान की बात करें तो छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस ने बिना किसी के सहयोग के सरकार बनाई, लेकिन अगर हम मध्य प्रदेश को देखें तो 114 सीटों के साथ कांग्रेस बहुमत […]

वीटो पावर इस्तेमाल करने की ,अब भारत की जनता की बारी

पिछले साल भारत और चीन में व्यापार का आंकड़ा 84 अरब डॉलर का था, जो 2020 तक 100 अरब डालर पहुंचने की संभावना है ,चीन इतना भारी-भरकम व्यापार भारत से करता है ,वह भारत में इलेक्ट्रॉनिक सामान विशेषकर मोबाइल, इलेक्ट्रिक आइटम्स, खिलौने ,फटाके एवं तमाम चीजों को भारत में भेजकर अरबों रुपयों की कमाई करता […]

क्या 26/ 11 के बाद एयर स्ट्राइक हो सकती थी?

26 /11 के मुंबई आतंकी हमले में 166 लोगों की दर्दनाक हत्या का वो दिन, भारत का हर देशवासी कभी नहीं भूल सकता, इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने ली एवं उसका सरगना हाफिज सईद आज भी पाकिस्तान से भारत को आंखे दिखाने की हिमाकत कर रहा है, भारत की जनता आज […]

क्या ,सेना के साहसिक कारनामों पर प्रश्नचिंह लगाना उचित है ?

उरी में आर्मी कैंप पर आतंकी हमले के बाद सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की जिसमें पाकिस्तान के आतंकी कैंपों को ध्वस्त किया और उनके 30 से ज्यादा आतंकीयों को मौत के घाट उतार कर सकुशल हमारे भारतीय सेना के जांबाज़ सिपाही स्वदेश लौटे, इस साहसिक कारनामे की जानकारी सेना की ओर से दी गई ,उस […]

कूटनीतिक जीत जनता को संतुष्ट कर पाएगी ?

पुलवामा हमले में जिस तरह अभूतपूर्व क्षति भारत के जवानों की हुई है , उसके बाद पूरे भारत की जनता में अभूतपूर्व गुस्सा एवं प्रतिशोध लेने का जुनून भी देखा जा रहा है और जैसा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से रूबरू होकर जनता की मन की बात को समझा है एवम […]

जयचंद तो 370 में सुरक्षित है

भारत भर में 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं ,लेकिन कल तक जो राजनीतिक चहलकर्मी दिल्ली के रामलीला मैदान एवं जंतर मंतर पर दिख रही थी, आज भारत के शहीदों के लिए सुना क्यों हैं, शायद राजनीतिक महत्वाकांक्षा उन्हें मौन रहने पर मजबूर कर रही है। भारत […]

विषम घड़ी में भारत के कवि की “प्रतिज्ञा”

🇮🇳 करो प्रतिज्ञा 🇮🇳 करो प्रतिज्ञा सब मिलकर जन-गण-मन गाएंगे। माँ भारत के चरणों में हम शीश नमाएँगे। जाति दलों के झगड़े छोड़ो , देश भक्ति से नाता जोड़ो। एक है हम सब एक रहेंगे , विषम घड़ी में हम जग को यह सत्य दिखाएंगे । करो प्रतिज्ञा…… दुश्मन जो भी आंख उठाएं हम से […]

पूर्ण बहुमत अर्थात देश का उज्जवल भविष्य

विश्व के पटल पर अगर किसी देश पर भरोसा किया जाता है ,और विकसित देश भी उसी देश से कंधे से कंधा मिलाकर तन मन और सबसे जरूरी धन को निवेश, उसी देश में करना चाहेंगे जिस देश में स्थाई सरकार हो या यूं कहें कि देश की सरकार के पास संसद में पूर्ण बहुमत […]

जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़, प्रशासन मूकदर्शक

पैसा कमाने की होड़ में जनता के स्वास्थ्य के साथ खुलेआम खिलवाड़ हो रहा है, उज्जैन शहर में अमूमन नमकीन की दुकानों पर अच्छा नमकीन ₹180 किलो के आसपास मिल रहा है वहीं उच्च क्वालिटी के नमकीन होने का आधार बनाकर जनता से ₹280 किलो तक भी वसूले जा रहे हैं जनता की जेब पर […]