” स्मार्ट सिटी से बना स्मार्ट गांव”

अगर हम कहे कि कोई शहर 30 साल पहले स्मार्ट शहर की श्रेणी में आता था और आज स्मार्ट गांव बन चुका है तो इसमें आश्चर्य नहीं होना चाहिए ऐसा हमने क्यों कहा क्योंकि आज से लगभग 30 साल पहले उज्जैन शहर के पास वह सब कुछ था जो एक शहर को स्मार्ट बनाता है […]

“झोलाछाप या फस्ट एड”

सरकार द्वारा चलाए गए कुछ प्राथमिक उपचार के लिए कोर्स जैसे सीएचवी , ई एम टी ,जी एन एम, बी एन वाई एस, बीईएमएस आदि हैं जिसमें ग्रामीण क्षेत्र या शहर से दूर तहसील स्तर पर लोगों को प्राथमिक उपचार मिल सके इसके लिए सरकार द्वारा इस प्रकार के कोर्स नौजवानों को कराए जाते हैं […]

“क्या मध्यप्रदेश लेगा गुजरात से सीख”

हाल ही में आए गुजरात विधानसभा चुनाव के परिणाम ने भाजपा को सोचने पर मजबूर कर दिया है, भाजपा गुजरात के चुनाव तो जीती लेकिन जीत फिकी सी प्रतीत होती है राजनीतिक विश्लेषक इसके पीछे जातिगत वोटों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं क्योंकि जातिगत राजनीति के कारण भाजपा को गुजरात के चुनाव में भारी नुकसान […]

आखिर क्यों लगता है “आरक्षण के आगे विकास बौना “

लगभग सभी राजनैतिक पार्टियां विकास और गरीबी हटाने के नाम पर वोट मांगती आ रही है लेकिन एन चुनाव के वक्त क्यों उनको विकास के बदले आरक्षण का सहारा लेना पड़ता है आखिर क्यों चुनाव के वक्त राजनीतिक पार्टियां विकास के बदले आरक्षण का हाथ थाम लेती है ऐसे में कहना लाज़मी है की आरक्षण […]

” ये हे प्रेम की परिभाषा”

आजकल की भागदौड़ की जिंदगी में हम इतने व्यस्त हो गए हैं की इंसानों का इंसान से प्रेम एक औपचारिकता रह गया है ऐसे में अगर कोई वानर से इतना प्रेम करता है तो इसको एक अचंभा ही कहेंगे और हो भी क्यों ना इंसानों का वानर से नाता भी बहुत गहरा है जब किसी […]