1नम्बर,2नम्बर या 0नंबर ,ये शहर में बिक रहे नमकीन,आपकी जेब के हिसाब से क्वालिटी का नमकीन आपको मिल जाएगा ,निम्न कोटि के नमकीन का कोई मानक नहीं है, जितनी कम कीमत उतना घटिया मटेरियल,फिर आपकी सेहत जाए भाड़ में ,प्रशासन को इससे कोई लेना देना नहीं है, ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि शहर […]
उज्जैन,गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर मीडिया द्वारा एक परिसंवाद का आयोजन हुआ ,जिसमे इंदौर रोड़ पर मोती नगर निवासियों को भरी ठंड में बेघर करने की घटना पर जब प्रश्नचिन्ह लगाया गया ,तब उज्जैन कलेक्टर शशांक मिश्र ने सफाई देते हुए कहा कि जैसा कि कहा और दर्शाया जा रहा है कि सेतु निगम […]
श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर वैराग्य नंद ,मिर्ची बाबा ने उज्जैन में पत्रकारों से चर्चा के दौरान संत समाज पर कई आरोप लगाए ,उन्होंने कहा कि इलाहाबाद में महात्मा आशीष गिरी जिसके बारे में कहा गया कि उन्होंने खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली, लेकिन मिर्ची बाबा ने यह आरोप लगाया कि महात्मा […]
उज्जैन ,फ्रीगंज स्थित कालिदास मार्ग मक्सी रोड़ वार्ड नं 38 के रहवासियों के घरों के पीछे बरसो पहले बने नाले के टूटने ,कचरा एवम मिट्टी की वजह से पूर्णतया खत्म होने के कारण सारी गंदगी लोगों के घरों में फैल रही हैं। नगर निगम, एवम जनप्रतिनिधि इस बात से पूर्णतया अवगत है ,एवम नए […]
कहावत है कि ” निंदक नियरे राखिए, ऑंगन कुटी छवाय, बिन पानी, साबुन बिना, निर्मल करे सुभाय”,कहते हैंं कि जो व्यक्ति अपनी निंदा नहीं सुन सकता वह जीवन में कभी सफल नहीं हो सकता ,वहीं जो व्यक्ति अपने निंदक को अपने पास रखता है और उससे अपनी निंदा अर्थात कमियों को जानकर उसमें सुधार करता […]
उत्पादन करता अपनी वस्तु को जब बाजार में बेचता है, तब उस वस्तु का मूल्य वह स्वयं तय करता है लेकिन यह बड़ी विडंबना है कि हिंदुस्तान का अन्नदाता किसान ही उत्पादकों मैं अपवाद बना हुआ है ,जो अपने उत्पाद के मूल्य का निर्धारण स्वयं नहीं कर पाता बल्कि उसके उत्पाद का मूल्य निर्धारण अन्य […]
उज्जैन, 22 अक्टूबर को उज्जैन प्रेस क्लब के चुनाव में हुए मतदान को अभी 24 घंटे भी नही गुजरे थे ,की एक बार फिर प्रेस क्लब के चुनाव में धांधली के आरोप लग गए है, चुनाव में भाग लेने वाले पत्रकार प्रत्याशी सचिन कासलीवाल, महेन्द्र सिंह बेस,धर्मेन्द्र सिरोलिया,दीपक बेलानी, सतीश माहेश्वरी सहित अन्य पत्रकारों ने […]
उज्जैन, तारीख पे तारीख ,मोहलत पर मोहलत वो भी धारा 144 के लागू होने के बाद ,आखिर उज्जैन नगर निगम पशुपालकों पर इतना मेहरबान क्यो है ,सूत्रों से जानकारी मिली है कि निगम के पास आवारा पशुओं के रख रखाव की कोई व्यवस्था नही है ,शहर की सड़कों चौराहों ,कालोनियों में आवारा मवेशी खुलेआम घूम […]
बाबूमोशाय..जिंदगी और मौत ऊपरवाले के हाथ है. उसे ना तो आप बदल सकते हैं नाम मैं, हम सब तो रंगमंच की कठपुतलियां हैं जिसकी डोर ऊपरवाले के हाथ में बंधी है ,एक यह सत्य है तो एक सत्य यह भी की हैैै हमारी जिंदगी जितनी हमारे लिए कीमती हैै उससेेे कई गुना अधिक यह हमारे […]
भागदौड़ भरी अनियमित जीवनशैली दिनोंदिन लोगों मैं मानसिक तनाव का कारण बनती जा रही है, जो व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा एवं गहरा असर कर रही है ,इसके प्रति जागरूकता एवं इससे बचने के उपायों पर मंथन करने के लिए 10 अक्टूबर, पूरे विश्व में मानसिक स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है […]
