The post एक कुकृत्य को दबाने के लिए ,चीन कर रहा दूसरा कुकृत्य… appeared first on Nationalive....
]]>वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर 1962 के बाद पहली बार भारत और चीन के सैनिकों के बीच खूनी झड़प हुई है,कोरोना के कारण घरेलू मोर्चे पर बुरी तरह घिरे चीनी नेतृत्व से एलएसी पर तनाव को चरम पर पहुंचाने का अंदेशा पहले भी था,गलवां घाटी लद्दाख का क्षेत्र है, यहां पर गलवां नदी बहती है,साल 1962 में दोनों देशों के बीच हुए युद्ध में भारत-चीनी सैनिकों के बीच यहीं टकराव हुआ था,चीनी सेना हमेशा से ही विवादित क्षेत्रों में टेंट लगाकर उकसावे का काम करती रही है,हाल ही में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने ऐसा करने की कोशिश को तो भारतीय पक्ष ने उसे रोका, जिसे लेकर दोनों पक्षों में झड़प हुई ।
हिंसक संघर्ष में 20 भारतीय सैनिकों शहीद हुए है और चार गंभीर रूप से घायल हुए हैं, झड़प में चीन के भी करीब 43 सैनिकों के मारे जाने की खबरें हैं,यह हिंसक झड़प सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात उस समय शुरू हुइ जब भारतीय सैनिक सीमा के भारत की तरफ चीनी सैनिकों द्वारा लगाए गए टेंट को हटाने गए थे,चीन ने 6 जून को दोनों पक्षों के लेफ्टिनेंट जनरल-रैंक के अधिकारियों के बीच बातचीत के बाद इस टेंट को हटाने पर सहमति जताई थी,जानकारी यह भी है कि चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय कर्नल बीएल संतोष बाबू को निशाना बनाने के बाद एक शारीरिक संघर्ष छिड़ गया और दोनों पक्षों के बीच डंडों, पत्थरों और रॉड का जमकर इस्तेमाल हुआ ।
कोरोना के मामले में चीन बुरी तरह घिरा हुआ है,मगर इस बीच सीमा विवाद पर भारत को मिलता समर्थन बहुत कुछ कहता है, चीन पहले से ही दक्षिण चीन सागर और पूर्वी चीन सागर दोनो ही इलाकों में अपनी हरकतों से विवादों के घेरे में है,चीन ने इस क्षेत्र में कई द्वीपों पर अपना सैन्य अड्डा भी बनाया है, ये दोनों क्षेत्र खनिज, तेल और अन्य प्राकृतिक संसाधनों से संपन्न हैं और वैश्विक व्यापार का अहम समुद्री मार्ग भी हैं,इसी को देखते हुए अमेरिका यहां चीन को खुली चुनौती दे रहा है. इससे पहले ताइवान और हांगकांग के मामले में भी अमेरिका चीन की घेराबंदी कर चुका है।
वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक एलिस जी वेल्स ने चीन पर बड़ा हमला बोला. चीन की मौजूदा स्थितियों के चलते उनके इस प्रहार के कई महत्वपूर्ण मायने निकाले जा रहे हैं. वेल्स ने भारत-चीन सीमा पर तनाव और विवादित दक्षिण चीन सागर में बीजिंग के बढ़ते आक्रामक व्यवहार को जोड़ते हुए इसमें चीन की नापाक साजिश की आशंका जताई. चीन पर अमेरिका की ये टिप्पणियां इस दौर में खासी मायने रखती हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्र्ंप पहले से ही चीन पर खासे हमलावर रहे हैं. ट्रंप ने कोरोनावायरस को चीनी वायरस तक कह डाला. ट्रंप ने साफ-साफ कहा कि चीन कोरोना वायरस के फैलने के लिए जिम्मेदार है. उन्होंने खुलकर कहा कि इस वायरस का केंद्र चीन का वुहान शहर है।
चीन अभी भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने की स्थिति में नहीं है,चीन की योजना भारत को चारों तरफ से घेर कर दबाव में लाने की है,इसके कई कारण हैं।
चीनी नेतृत्व की कार्यशैली पर निगाह डालें तो घरेलू मोर्चे पर मुश्किलों से घिरने पर वह हमेशा अपने देश में राष्ट्रवाद का ज्वार पैदा करता रहा है, अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर हिला चीन हांगकांग के साथ ही भारत से भी रिश्ते में लगातार तनाव बढ़ा रहा है,दरअसल, उसकी रणनीति खुद को पीडि़त के रूप में पेश करने की है।
वह कभी भारत को अपने प्रतियोगी के रूप में उभरते नहीं देखना चाहता,फिलहाल, दुनिया के ताकतवर देश चीन को अलग-थलग करने में जुटे हैं,इसमें डब्ल्यूएचओ से जांच का मामला हो या फिर दक्षिण चीन सागर का सवाल, भारत इसमें चीन को घेरने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के वेबसाइट के मुताबिक, 2018 में भारत चीन के बीच 95.54 अरब डॉलर का कारोबार हुआ लेकिन इसमें भारत ने जो सामान निर्यात किया उसकी क़ीमत 18.84 अरब डॉलर थी.चीन में भारत के राजदूत ने जून में दावा किया था कि इस साल यानी 2019 में भारत-चीन का कारोबार 100 बिलियन डॉलर पार कर जाएगा।
भारत चीन को मुख्य रूप से जो चीज़ें बेचता है, वो हैं :
चीन, भारत को जो चीज़ें बेचता है, वो हैं :
भारत को अगर किसी देश के साथ सबसे ज़्यादा कारोबारी घाटा हो रहा है तो वह चीन ही है. यानी भारत, चीन से सामान ज़्यादा खरीद रहा है और उसके मुक़ाबले बेच बहुत कम रहा है.
2018 में भारत को चीन के साथ 57.86 अरब डॉलर का व्यापारिक घाटा हुआ।
बाहर हाल भारत और चीन सीमा पर बिगड़ते हालातों को देखते हुए भारत सरकार चीन से हुए व्यापारिक समझौता पर पुनर्विचार कर सकती है अंदेशा यह भी बताया जा रहा है कि भारत अपनी व्यापारिक नीति में चीन को लेकर महत्वपूर्ण बदलाव कर सकता है वहीं वर्तमान हालातों को देखते हुए एवं चीन से फैले कोरोना संक्रमण की वजह से भारत में हुई अभूतपूर्व क्षति से भारत के लोगों में काफी गुस्सा देखा जा रहा है एवं सोशल मीडिया पर चीनी सामान का बहिष्कार करने का अभियान भी जोर पकड़ता दिख रहा है।
The post एक कुकृत्य को दबाने के लिए ,चीन कर रहा दूसरा कुकृत्य… appeared first on Nationalive....
]]>The post कोरोना काल में जीवन संजीवनी साबित हो रही है, आयुर्वेदिक औषधी… appeared first on Nationalive....
]]>केरल एवं गुजरात में लॉक डाउन के अंतराल में आयुर्वेदिक काढ़े के अच्छे परिणाम आने के चलते आयुष मंत्रालय ने अब इस आयुर्वेदिक काढ़े को पूरे देश में कोरोना संक्रमित मरीज को देना शुरू कर दिया है, मध्य प्रदेश के उज्जैन आयुष विभाग की प्रमुख डॉक्टर मनीषा पाठक ने बताया कि आयुर्वेदिक त्रिकटु काढ़ा (सौंठ, पीपली, काली मिर्च) का निशुल्क वितरण बड़े पैमाने पर किया जा रहा है ,इसकी सेवन विधि -1 लीटर पानी में एक चम्मच त्रिकटु काढा डालकर आधा होने तक उबालें एवं प्रति व्यक्ति 100ml प्रतिदिन सुबह खाली पेट सेवन करें, 1 सप्ताह तक इसे ले सकते हैं ,इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है एवं साधारण सर्दी, जुखाम ,बुखार में आराम मिलता है ,इसके अलावा संशमनी वटी का भी वितरण किया जा रहा है ,जिसके लोगों के स्वास्थ्य पर अच्छे परिणाम दिख रहे हैं, वहीं आयुष विभाग होम्योपैथिक औषधि आर्सेनिक एल्बम 30, जिसका कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए उपयोग किया जा रहा है एवं बहुत अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं।
धनवंतरी आयुर्वेदिक हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉक्टर ओ पी शर्मा ने नेशनल लाइव को बताया कि कोरोना संक्रमण के पॉजिटिव मरीजों को आयुर्वेदिक आरोग्य कशायम काढ़ा (सौंठ, काली मिर्च ,यष्टिमधु, गिडूची, भूमि आमल्कि, पीपली ,हरितकी )के मिश्रण से तैयार काढ़े को हल्दी एवं गुड़ के साथ सेवन कराया जा रहा है एवं इसके बहुत अच्छे परिणाम आ रहे हैं ,कई मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आ रही है एवं वे स्वस्थ होकर घर जा रहे हैं, सभी क्वॉरेंटाइन सेंटरों पर इसका वितरण किया जा रहा है, वहीं साधारण व्यक्ति त्रिकटु चूर्ण काढ़ा का सेवन कर सकता है ,जिससे उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर कोरोना संक्रमण से बचाव किया जा सकता है।
आयुर्वेदिक कॉलेज अधीक्षक डॉक्टर जे पी चौरसिया ने नेशनल लाइव को बताया कि शासन ,प्रशासन के निर्देशानुसार त्रिकटु काढ़े का निशुल्क वितरण कंटेंटमेंट क्षेत्र में किया जा रहा है ,यह लगभग 1लाख से अधिक लोगों में इसका वितरण किया जा चुका है एवं आरोग्य कशायम काढ़ा लगभग 750 कोरोना संक्रमित मरीजों को अब तक दिया जा चुका है और इसके बहुत अच्छे परिणाम सामने आए हैं, इसके अलावा होम्योपैथिक आर्सेनिक एल्बम 30 गोलियों का वितरण भी लगभग 3 लाख लोगों को किया जा चुका है ,उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं ग्रामीण क्षेत्र में आशा कार्यकर्ता एवं आयुर्वेदिक डॉक्टर एवं आयुष विभाग की टीम आयुर्वेदिक काढ़ा वितरण एवं स्वास्थ्य परीक्षण कर कोरोना वारियर्स के रूप में निरंतर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
धन्वंतरि आयुर्वेदिक हॉस्पिटल के पूर्व अधीक्षक डॉक्टर यू एस निगम ने बताया कि भारत में आयुर्वेद का पुरातन काल से उपयोग किया जा रहा है एवं आयुर्वेदिक औषधियां बहुत सारे असाध्य रोगों में कारगर सिद्ध हो रही है ,च्वयनप्राश ,अश्वगंधा ,गिलोय, मुलेठी, त्रिकटु काढ़े का उपयोग ,रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने एवं सर्दी, जुखाम, बुखार आदि में किया जाता रहा है, इसके अलावा गर्म पानी पीना भी लाभदायक होता है, बाहर निकलते समय नाक में अणु तेल या तिल तेल की दो दो बूंद डालने से संक्रमण की संभावना कम हो जाती है।
यूं तो भारत में आयुर्वेद का इतिहास पुरातन काल से है एवं इसका उपयोग भारत में कई युगों से हो रहा है लेकिन कुछ सालों से योग गुरु बाबा रामदेव ने आयुर्वेदिक औषधियों की खूबियों की जानकारी देकर लोगो को इसके उपयोग करने के लिए प्रेरित किया है एवं भारत सहित दुनियां के कई देशों में आयुर्वेदिक औषधियों के उपयोग के बढ़ते प्रचलन में उनका महत्वपूर्ण योगदान है।
आयुर्वेदिक औषधि के विक्रेता व धन्वंतरी आयुर्वेद भवन उज्जैन के संचालक रोमेश शर्मा ने जानकारी दी कि पूरे साल च्यवनप्राश,काढ़ा, आसवअरिष्ट का विक्रय होता है, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते लोगों का आयुर्वेदिक औषधियों के अच्छे परिणाम होने के चलते लोगों में इसके उपयोग करने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है एवं लोगों का आयुर्वेदिक औषधियों के प्रति विश्वास भी बढ़ रहा है।
आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ एच के उपाध्याय ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव की कोई कारगर दवा अभी विश्व के किसी भी देश के पास नहीं है, जिसके चलते विश्व के कई बड़े देशों में कोरोना संक्रमण ने मानव जीवन को गहरी क्षति पहुंचाई है लेकिन वहीं सवा सौ करोड़ से अधिक जनसंख्या वाले भारत में कोरोना संक्रमण, विश्व के अन्य देशों की अपेक्षा कम क्षति पहुंचा पाया है, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि भारत ,आयुर्वेदिक औषधियों के उपयोग से कोरोना संक्रमण की रोकथाम करने में कामयाब हुआ है एवं आयुर्वेदिक औषधियां इसकी रोकथाम करने में काफी कारगर सिद्ध हुई है और अब विश्व उसका, अनुसरण कर रहा है।
बहरहाल इन सभी विशेषज्ञों का अनुभव यह स्पष्ट संकेत दे रहा है कि भारत में आयुर्वेद की असीम संभावनाएं हैं एवं भारत का प्राकृतिक परिदृश्य आयुर्वेदिक औषधियों का भंडार है, और इसी के चलते भविष्य में भारतीय आयुर्वेदिक औषधियों की पूरे विश्व में असीम संभावनाएं हैं एवं भारत के आत्मनिर्भर होने की दिशा में भारतीय आयुर्वेदिक औषधियां महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
The post कोरोना काल में जीवन संजीवनी साबित हो रही है, आयुर्वेदिक औषधी… appeared first on Nationalive....
]]>The post भारत बना अध्यक्ष ,हर भारतीय को गर्व… appeared first on Nationalive....
]]>पूरी दुनिया कोरोना से जंग लड़ रही है। भारत ने इस जंग में अब तक अहम भूमिका निभाई है ,लेकिन अब भारत वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन WHO में अहम भूमिका निभाएगा, डॉक्टर हर्षवर्धन ने जापान के डॉ हिरोकी नाकातानी की जगह ली।
WHO संयुक्त राष्ट्र की संस्था है, जो इंटरनेशनल पब्लिक हेल्थ की जिम्मेदारी निभाता है, मौजूदा वक्त में WHO कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में अहम भूमिका निभा रहा है ,WHO की स्थापना 1948 में हुई थी ,इसके 194 सदस्य देश हैं।
भारत तीन साल तक एक्जीक्यूटिव बोर्ड का सदस्य बना रहेगा, एक्जीक्यूटिव बोर्ड में वर्ल्ड हेल्थ असेंबली 194 सदस्य देशों में से 34 देश चुनती है,ये सभी देश अपने अपने देश से एक व्यक्ति को चुनते हैं, जो हेल्थ के क्षेत्र में जानकारी रखते हैं,इस तरह से 34 सदस्य देश 34 प्रतिनिधि चुनते हैं,इन प्रतिनिधिओं में से एक को अध्यक्ष यानी चेयरमैन चुना जाता है,यह पद 1 साल के लिए होता है।
डॉ हर्षवर्धन जिस एक्जीक्यूटिव बोर्ड के अध्यक्ष बने हैं, वह काफी अहम है दरअसल, WHO वर्ल्ड हेल्थ असेंबली (WHA) और एग्जिक्युटिव बोर्ड से संचालित होता है,यानी WHA जो नीतियां बनाती हैं, उन्हें प्रभाव में लाने के लिए ये बोर्ड काम करता है, इसके अलावा स्वास्थ्य नीतियों में यह बोर्ड WHA को सलाह भी देता है, यह बोर्ड और WHA मिलकर एक ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार करते रहे, जहां दुनिया के स्वास्थ्य के मुद्दों पर चर्चा होती है और समस्याओं का समाधान खोजा जाता है।
दुनिया में कोरोना वायरस से हाहाकार मचा है,ऐसे में चीन को लेकर WHO की भूमिका पर सवाल उठ रहे है,ऐसे में डॉ हर्षवर्धन को यह पद मिलना काफी अहम माना जा रहा है, दरअसल, स्वास्थ्य के क्षेत्र में WHO संयुक्त राष्ट्र की विशेषज्ञ एजेंसी है,इस संस्था पर पूरे विश्व की स्वास्थ्य की समस्याओं के समाधान की जिम्मेदारी है।
वीडियो DD न्यूज़ के सौजन्य से
The post भारत बना अध्यक्ष ,हर भारतीय को गर्व… appeared first on Nationalive....
]]>The post बहोत बड़ी साजिश की आशंका… appeared first on Nationalive....
]]>तब्लीगी जमात की करतूतों के कारण कोरोना वायरस का कहर लंबा खिंच सकता है, महाराष्ट्र के पुणे जिले की शिरूर से तबलीगी जमात के 11 सदस्य एक मस्जिद से कथित रूप से भाग निकले हैं,महाराष्ट्र के पुणे जिले की शिरूर तहसील में पृथकता की मुहर लगे तबलीगी जमात के 11 सदस्य एक मस्जिद से भाग निकले हैं।
महाराष्ट्र पुलिस के अनुसार वह 22 फरवरी से पुणे जिले में थे, पुणे (ग्रामीण) के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘वे मूलरूप से राजस्थान, मध्य प्रदेश और हरियाणा के रहने वाले हैं, उन 11 में से किसी ने भी निजामुद्दीन में हुए कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया था, लेकिन उन्हें एक अप्रैल को ऐहतियातन संंक्रमण के लक्षण के चलते मुहर लगाई गई थी।
पिछले कई दिनों से यह देखा जा रहा है कि तब्लीगी जमात सहित कई मुस्लिम समुदाय के लोग कोरोना संक्रमण पाए जाने के बाद वे स्वास्थ्य विभाग का न सिर्फ सहयोग नहीं कर रहे हैं बल्कि वे उनके साथ बदसलूकी ,मारपीट भी कर रहे हैं,तब्लीगी जमात के लोगों द्वारा स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों पर थूका जा रहा हैं, ओर महिला कर्मचारियों के साथ बदसलूकी की जा रही हैं, दूसरी ओर तब्लीगी जमात का मौलाना मोहम्मद साद 28 मार्च के बाद से ही फ़रार है ,मौलाना की तलाश जारी है इसी बीच, उसके आलीशान फार्म हाउस के बारे में व महंगी गाड़ियां होने का पता चला है। उसका फार्म हाउस स्वीमिंग पूल समेत सभी तरह की सुख सुविधाओं से लैस है,सब हालतों के मद्देनजर अंदेशा यह भी जताया जा रहा है एवं जांच एजेंसी यह पता लगाने में जुटी है की मौलाना के तार पड़ोसी मुल्क के किसी आतंकी संगठन के साथ तो नहीं जुड़े हुए हैं।
मध्य प्रदेश के इंदौर में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों पर जानलेवा हमला किया गया,वाट्सऐप पर अफवाह फैलाई जा रही है कि स्वास्थ्य विभाग के लोग ज़हर का इंजेक्शन लगा रहे हैं,अतः इनसे इलाज नहीं कराए,पुलिस अफवाह फैलाने वालों का भी पता लगा रही है।
बहरहाल पूरे देश में लगभग 3000 कोरोना संक्रमण से ग्रसित पाए गए हैं एवं करीब 250 लोग स्वस्थ हुए हैं वहीं 75 लोगों की मौत हो चुकी है ,अभी भी हजारों लोगों में संक्रमण की आशंका जताई जा रही हैं, लेकिन चिंता की बात यह है कि भारत मे मुस्लिम समुदाय की हटधर्मिता ,आइसोलेशन सेंटर से भागना ,स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों पर थूकना एवं उन पर जानलेवा हमला करना इस बात को बल देता है कि कहीं इसके पीछे कोई गहरी साजिश तो काम नहीं कर रही है ,क्योंकि पूरे विश्व में कोरोना ने कई देशों को तबाह कर दिया वही भारत कि सरकार ने सूझबूझ दिखाते हुए इसे काफी हद तक काबू में कर रखा है वहीं भारत की अर्थव्यवस्था भी विश्व के अन्य देशों की अपेक्षा मजबूत स्थिति में है, इसे देखते हुए भारत विरोधी देशोंं में बसे आतंकी संगठनों के साजिश करने से इनकार नहीं किया जा सकता, इसके लिए भारत केे लोगों एवं भारत सरकार को सतर्क रहने की आवश्यकता है वहीं भारत में रह रहे मुस्लिम समुदाय के धर्मगुरुओं को भी अपने समुदाय को समझाने एवं कोरोना से लड़ने के लिए सरकार का साथ देने की हिदायत देनी चाहिए।
The post बहोत बड़ी साजिश की आशंका… appeared first on Nationalive....
]]>The post दुनियां ने सराहा,विपक्ष ने नकारा… appeared first on Nationalive....
]]>विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यकारी निदेशक माइकल रयान ने कहा कि जनसंख्या के लिहाज से दुनिया के दूसरे सबसे बड़े देश भारत के पास कोरोना से निपटने की व्यापक क्षमता है, जो कोरोना को खत्म करने में मददगार होगी, दुनिया भर में 24,000 से अधिक लोग मारे गए हैं और पांच लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। रयान का कहना था कि सरकारी स्तर पर हस्तक्षेप कर भारत ने चेचक और पोलियो को खत्म कर दिया है। ऐसे में जरूरी है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में नेतृत्व कर भारत दुनिया को दिखाए कि क्या किया जा सकता है।
इन टिप्पणियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि मजबूत की है, ऐसे में 21 दिन के लॉकडाउन को भारत के नागरिकों को सफल बनाना चाहिए, ताकि उस असाधारण संकट से लोगों को छुटकारा मिल सके, कोरोना ने कई देशों का आत्मविश्वास डिगा दिया है, कोरोना वायरस ने अमेरिका, इटली और स्पेन जैसे अग्रणी देशों को बैकफुट पर ला दिया है। इन देशों में कोरोना ने हजारों लोगों की जान ली है। वे मजबूर हैं और उन्हें कोई समाधान नहीं दिख रहा।
1.30 अरब की आबादी वाला भारत कोरोना वायरस के तीसरे चरण के फैलाव को रोकने में अभी तक सफल रहा है,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक सप्ताह में दो बार देश को संबोधित किया, और सार्क देशों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस की, जिसे पूरी दुनिया ने सराहा है।
वीडियो wionews के सौजन्य से
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सरकार पर देशव्यापी लॉकडाउन को बिना योजना बनाए लागू करने का आरोप लगाया था। सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार इस फैसले लाखों लोगों को परेशानी हुई है,ज्ञात रहे कि भारत मे सिर्फ दिल्ली में अफवाह फैलाये जाने के चलते हजारोंकामगारों का पलायन हुआ था, जो कि जांच का विषय है।
सोनिया गांधी के बयान पर गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारत के प्रयासों की घरेलू और वैश्विक स्तर पर प्रशंसा हो रही है। 130 करोड़ भारतीय कोविड-19 को परास्त करने में एकजुट हैं।’ उन्होंने कहा, ‘इसके बावजूद, कांग्रेस तुच्छ राजनीति कर रही है। वक्त की जरूरत है कि कांग्रेस पार्टी देशहित में सोचें और लोगों को गुमराह करना बंद करें।
The post दुनियां ने सराहा,विपक्ष ने नकारा… appeared first on Nationalive....
]]>The post CAA को ऑनलाइन करने की तैयारी,राज्यों का नहीं रह जायेगा कोई सीधा हस्तक्षेप… appeared first on Nationalive....
]]>नागरिक संशोधन कानून को मोदी सरकार द्वारा ऑनलाइन करने की कवायद के पीछे, वजह यह कही जा रही है की नागरिक संशोधन कानून बनने के बावजूद बहुत से राज्य इसका विरोध कर रहे हैं जबकि केरल विधानसभा ने विरोध में प्रस्ताव भी पारित किया है इसके साथ पश्चिम बंगाल ,मध्य प्रदेश ,पंजाब ,राजस्थान सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने नागरिक संशोधन कानून अपने राज्य में लागू नहीं करने के बयान जारी कर चुके हैं ऐसे में नागरिक संशोधन कानून के कई राज्यों में लागू होने मैं कई प्रकार की परेशानियों को देखते हुए, मोदी सरकार अब इसे ऑनलाइन करने जा रही हैं जिसके तहत केंद्र सरकार अब ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत भारत की नागरिकता दे सकेगी इस प्रक्रिया के ऑनलाइन होने से अब राज्यों का इसमें सीधे कोई दखल नहीं रह जाएगा, मोदी सरकार का यह कदम नागरिक संशोधन बिल के पारित होने के बाद से ही देश के कई राज्यों में विरोध एवं राज्य सरकार के राज्य में कानून लागू नहीं करने के बयानों को देखते हुए लिया माना जा रहा है, ऑनलाइन प्रक्रिया होने से राज्यों के विरोध के कोई मायने नहीं गई जाएंगे ,ज्ञात रहे की नागरिक संशोधन कानून मैं भारत में रह रहे किसी भी धर्म के नागरिक की नागरिकता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा एवं यह कानून किसी की नागरिकता छिनता नहीं है, बल्कि यह नागरिकता देता है , पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ,अफगानिस्तान ,बांग्लादेश में रह रहे अल्पसंख्यक एवं भारत में रह रहे शरणार्थियों, जो विभाजन के बाद भारत की नागरिकता से वंचित रहने के कारण 70 सालों से नारकीय जीवन जीने पर मजबूर हैं, यह बात भारत के गृहमंत्री अमित शाह पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं।
बाहर हाल नागरिक संशोधन कानून के ऑनलाइन होने से नागरिकता लेने वाले आवेदक, सीधे ही भारत के किसी भी राज्य की नागरिकता ले सकता है,एवम प्रक्रिया में राज्यों का सीधा कोई दखल नहीं रह जाएगा वहीं पूरे देश में नागरिक संशोधन कानून लागू भी हो जाएगा।
The post CAA को ऑनलाइन करने की तैयारी,राज्यों का नहीं रह जायेगा कोई सीधा हस्तक्षेप… appeared first on Nationalive....
]]>The post सरकार को समय के साथ चलना अति आवश्यक … appeared first on Nationalive....
]]>आधुनिकता के दौर में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया ने संचार क्रांति में आए आधुनिक बदलाव मैं बखूबी अपने को ढाल लिया है ,पलक झपकते ही हिंदुस्तान के हर एक गांव शहर की ख़बर, दुनिया के किसी भी कोने में पहुंच जाती है जिसका प्रमुख माध्यम मीडिया क्षेत्र में आई संचारक्रांति के रूप में ” न्यूज़ पोर्टल ” है ,गौरतलब है कि मीडिया क्षेत्र में आई इस संचार क्रांति को देश के लगभग सभी प्रमुख अखबार एवं न्यूज़ चैनलों ने अपनाया है जिसके चलते अखबार एवं न्यूज़ चैनलों ने भी अपनी खबरों को जनता तक पहुंचाने का माध्यम न्यूज़ पोर्टल को बनाया है क्योंकि यह एक ऐसा तेज और सटीक माध्यम है ,मीडिया का जनता तक और जनता का अपनी सरकार, अपने जनप्रतिनिधियों के कार्यकलापों से जुड़ने का,ऐसे में सरकार द्वारा न्यूज़ पोर्टल को संवैधानिक अमलीजामा ना पहनाया जाना ,सरकार के आधुनिकीकरण से दूरी बनाने जैसा प्रतीत होता है।
न्यूज़ पोर्टल, सोशल मीडिया में तथ्यात्मक ख़बर जनता तक पहुंचाने का एकमात्र माध्यम है ,सरकार के कार्यकलापों एवं महत्वपूर्ण योजनाओं को दूर सुदूर शहर एवं गांव के अंतिम छोर पर निवास करने वाली जनता तक उनके मोबाईल फोन पर न्यूज़ पोर्टल के माध्यम से पल पल की ख़बर पहुंच जाती है।
इंफॉर्मेशन एवं कम्युनिकेशन का प्रमुख केंद्र गूगल, न्यूज़ पोर्टल को रजिस्टर्ड करता है एवं विश्व भर में मीडिया के इस आधुनिक माध्यम को मान्यता दी है लेकिन भारत सरकार द्वारा अब तक न्यूज़ पोर्टल को संवैधानिक अमलीजामा नहीं पहनाया गया है ,सरकार की नीतियों के जानकारों की माने तो मोदी सरकार न्यूज़ पोर्टल को आर एन आई रजिस्ट्रेशन के माध्यम से जोड़कर आधिकारिक मान्यता देने पर विचार कर रही हैं और बहुत जल्द ही भारत में न्यूज़ पोर्टल को मीडिया के नियमों के तहत जोड़कर संवैधानिक मान्यता दे सकती है, जिसे समय एवं आधुनिकता के दौर के मद्देनज़र, सरकार के दूरदर्शी कदम के रूप में देखा जा रहा है।
बहरहाल न्यूज़ पोर्टल, विश्वसनीय खबरों के लिए जनता की मीडिया के क्षेत्र में पहली पसंद बनता जा रहा है एवं न्यूज़ पोर्टल अपनी विश्वसनीय एवं तथ्यात्मक ख़बरों से देश और दुनिया की पल-पल की खबरों से जनता को उनके स्मार्टफोन के माध्यम से देकर अपडेट रखता है, ऐसे में समय की मांग है कि सरकार समय के साथ चलते हुए आधुनिकता के दौर में संचार क्रांति के इस माध्यम को संवैधानिक अमलीजामा पहनाए एवं इससे जुड़े पत्रकारों को सरकार अपनी योजनाओं के माध्यम से लाभान्वित एवं प्रोत्साहित करें ,वहीं जरूरत इस बात की भी है की सरकार न्यूज़ पोर्टल को संचालित करने वाले पत्रकारों की सुरक्षा एवं सुरक्षित भविष्य के मापदंड भी तय करें ताकि समय के साथ भारत का मीडिया भी अपडेट रहे, वहीं भारत सरकार भी विश्व के पटल पर यह मैसेज दे सके कि वह आधुनिक दौर की संचार क्रांति का एक हिस्सा है।
जो समय के साथ नहीं चलता,
फिर उसके साथ कोई नहीं चलता।
The post सरकार को समय के साथ चलना अति आवश्यक … appeared first on Nationalive....
]]>The post नागरिकता संशोधन विधेयक दोनों सदनों से हुआ, पास appeared first on Nationalive....
]]>नागरिक संशोधन बिल के प्रमुख बिंदु इस प्रकार है-
बहरहाल दोनों सदनों में कांग्रेस, सीपीआई,के बिल के विरोध के एवम शिव सेना के सहयोग नहीं करने के बाद भी नागरिक संशोधन बिल दोनों सदनों में पास होना,इसे मोदी सरकार की बड़ी जीत के रूप में देखा जा रहा है,धारा 370,एवम 35 ए के जम्मू कश्मीर से हटाने वाले बिल के बाद यह दूसरा बड़ा मुद्दा है जिसे मोदी सरकार दोनों सदनों से पास कराने में कामयाबी मिली है।
मोदी सरकार का कहना है कि एन आर सी को भी पूरे देश मे लागू किया जाएगा।
The post नागरिकता संशोधन विधेयक दोनों सदनों से हुआ, पास appeared first on Nationalive....
]]>The post मनोविकास -मन का विकास appeared first on Nationalive....
]]>मनोरोग विशेषज्ञों का मानना है कि मानसिक अस्वस्थता के कई कारण हो सकते हैं लेकिन प्रमुख रूप से आजकल की जीवनशैली, जिसमें आय कम और व्यय ज्यादा होना, प्राइवेट जॉब की अनिश्चितता ,प्रतिस्पर्धा, खानपान में अनियमितताएं ,मानसिक अस्वस्थता के प्रमुख कारण है, जिनका, विश्व में लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर देखा जा रहा है ,जिसके परिणाम स्वरूप लोगों में मस्तिष्क रोग तेजी से बढ़ रहे हैं जिसके कई प्रकार हो सकते हैं, जिनमें डिप्रेशन, ब्रेन स्ट्रोक, पैरालिसिस ,वहीं मानसिक असंतुलन की वजह से शारीरिक विकलांगता भी हो सकती है।
मध्य प्रदेश विकलांग सहायता समिति उज्जैन, जिसका मूल उद्देश्य मानसिक एवं शारीरिक विकलांगता के पीड़ितों को प्रशिक्षित शिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से समाज एवं घर परिवार में स्वावलंबी एवं सम्मान से जीवन व्यापन की जीवन शैली में ढालने का कार्य करती है, यह संस्था 1997 से कार्यरत है ,मनोविकास के संचालक फादर जॉर्ज का कहना है कि मानसिक अस्वस्थता के कई प्रकार होते हैं कुछ लोगों में मानसिक अस्वस्थता या मानसिक विकलांगता जन्मजात होती है ,तो कुछ मैं जन्म के बाद बीमारियों के समय अमानक दवाइयां या अधिकता के कारण एवम बच्चों पर शिक्षा का अतिरिक्त भार डालने पर मानसिक विकलांगता हो सकती है ,परिवार मैं अगर कोई मानसिक विकलांगता से ग्रसित सदस्य है,

विशेषकर बच्चों को शुरुआती मानसिक विकलांगता के लक्षणों को पहचान कर उन्हें विशेषज्ञ डॉक्टरों के मार्गदर्शन में चिकित्सा एवं मनोविकास जैसी संस्था ,जहां उन्हें प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से उनके रहन-सहन ,बोल-चाल ,शिक्षा, साधारण जीवन शैली की शिक्षा जैसे खुद से नहाना, खाना, शौच आदि के बारे में स्वावलंबी बनाना , मूक बधिर के लिए सांकेतिक भाषा का ज्ञान, नेत्रहीनों के लिए ब्रेल लिपि का ज्ञान दिया जाता हो,से मार्गदर्शन लेना चाहिए,
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर मनोविकास के संचालक फादर जॉर्ज का कहना है कि तनाव रहित जीवन शैली को अपनाकर, मानसिक अस्वस्थता से बचा जा सकता है, नियमित व्यायाम एवं योग करें, मस्तिष्क के विश्राम के लिए आवश्यक नींद लें, मानसिक अस्वस्थता के शुरुआती दौर में उसका निदान करने के प्रति सजगता दिखाएं, जीवन में लक्ष्य प्राप्ति के लिए यह आवश्यक है कि व्यक्ति का शरीर स्वस्थ रहें एवं शरीर की स्वस्थता के लिए मानसिक स्वस्थता अति आवश्यक है।

The post मनोविकास -मन का विकास appeared first on Nationalive....
]]>The post भारत में सब कुछ ठीक है-प्रधानमंत्री मोदी appeared first on Nationalive....
]]>मोदी ने इस मौके पर कहा की ,इन लोगों ने भारत के प्रति नफरत को ही अपनी राजनीति का केंद्र बना दिया है। ये वो लोग हैं जो अशांति चाहते हैं। आतंक के समर्थक हैं और आतंकवाद को पालते-पोसते हैं। उनकी पहचान सिर्फ आप नहीं, पूरी दुनिया अच्छी तरह जानती है। मैं यहां जोर देकर कहना चाहूंगा कि इस लड़ाई में पूरी मजबूती के साथ प्रेजिडेंट ट्रम्प खड़े हुए हैं। राष्ट्रपति ट्रम्प को भी एक बार स्टैंडिंग ओवेशन दीजिए। भाइयो-बहनो! भारत में बहुत कुछ हो रहा है। बहुत कुछ बदल रहा है और बहुत कुछ करने के इरादे लेकर हम चल रहे हैं। वो जो मुश्किलों का अंबार है, वही तो मेरे हौसलों की मीनार है,ट्रम्प ने भी कहा- भारत के लिए सीमा की सुरक्षा महत्वपूर्ण है।
मोदी ने कहा,भारत जो कर रहा है, उससे कुछ ऐसे लोगों को भी दिक्कत हो रही है, जिनसे खुद अपना देश संभल नहीं रहा है। अमेरिका में 9/11 हो या मुंबई में 26/11 हो, उसके साजिशकर्ता कहां पाए जाते हैं? साथियो! अब समय आ गया है कि आतंकवाद के खिलाफ और उसे बढ़ावा देने वालों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी जाए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा की हम किसी दूसरे से नहीं अपने आप से मुकाबला कर रहे हैं ,धैर्य हम भारतीयों की पहचान है। लेकिन अब हम देश के विकास के लिए अधीर हैं। 21वीं सदी में देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए सबसे चर्चित शब्द है- विकास। सबसे बड़ा मंत्र है- सबका साथ, सबका विकास। सबसे बड़ी नीति है- जनभागीदारी। आज भारत का सबसे प्रचलित नारा है- संकल्प से सिद्धि। आज भारत का सबसे बड़ा संकल्प है- न्यू इंडिया। भारत आज न्यू इंडिया के सपने को पूरा करने के लिए दिन-रात एक कर रहा है। इसमें सबसे खास बात है कि हम किसी दूसरे से नहीं, बल्कि अपने आप से मुकाबला कर रहे हैं। खुद को बदल भी रहे हैं।
बाहर हाल भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भव्य एवं ऐतिहासिक स्वागत किया गया, वहीं भारत के किस प्रधानमंत्री ने पहली बार भारतीय मूल के 50,000 से अधिक लोगों को संबोधित किया और इससे भी महत्वपूर्ण यह की इस इस प्रकार के मेगा शो मैं किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने पहली बार न सिर्फ शिरकत की बल्कि संबोधन भी किया ,मोदी ने सम्बोधन में कहा कि अबकी बार ट्रम्प सरकार, जिसके चलते भारत में कांग्रेस पार्टी सहित कुछ लोगों द्वारा इसे अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के प्रमोशन से जोड़कर भी देखा जा रहा है, वही कुछ का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी के इस अमेरिकी दौरे से दुनिया मे भारत की साख मजबूत हुई है, वहीं इससे भारत को बहुत कुछ हासिल होने की उम्मीदें भी जताई जा रही है।
The post भारत में सब कुछ ठीक है-प्रधानमंत्री मोदी appeared first on Nationalive....
]]>