नौएडा, 28 जुलाईः प्रत्येक जीव का शरीर 5 तत्वों से बना है और शरीर में पॉंचों तत्वों का अनुपात सभी प्राणियों में अलग अलग है जैसे मछली में और मानव में अनुपात अलग अलग होगा परन्तु जिस प्रकार हमारा शरीर 5 तत्वों से बना होने के कारण किसी भी तत्व की कमी होने यानि सन्तुलन बिगड़ने से शरीर में बिमारी उत्पन्न हो जाती है उसी प्रकार आत्मा की सात मूलभूत गुण सुख, शान्ति, प्रेम, आनन्द, ज्ञान, शक्ति और पवित्रता में से जिसकी भी कमी होती है तो हमें मानसिक रूप से बीमार कर देती है। इसके लिए हमें इन सर्व गुणों के सागर परमपिता परमात्मा से अपना सम्बन्ध जोड़ना होगा और इन गुणों को स्वयं में भरना होगा और इस सम्बन्ध जोड़ने का नाम ही मेडिटेशन है। इसे ही आध्यात्मिक स्वास्थ्य कहा जाता है।
यह बात वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी रमा ने आज सेक्टर 68 स्थित क्यू ए इन्फोटैक के सभागार में आई.टी. प्रोफेशनल के लिए मेडिटेशन को जानने एवं अनुभव करने के लिए आयोजित कार्यशाला के दौरान कही। इस कार्यशाला में नौएडा के लगभग 180 आई.टी. प्रोफशनल ले भाग लिया।
उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के पास उसकी समस्या का समाधान होता है परन्तु वह स्वयं को आत्मा पहचान कर और राजयोग मेडिटेशन के माध्यम से परमात्मा से जोड़ता है तब ही उसे उसका समाधान प्राप्त होता है। साथ ही स्वयं को बच्चा समझ कर सम्बन्ध जोड़ने से पिता परमात्मा की शक्तियों एवं गुणों रूपी खजानों पर बच्चे का अधिकार हो जायेगा।
जिस प्रकार शरीर किसी गलत मुद्रा में बैठने, झुकने से रोगग्रसित हो जाता है उसी प्रकार मन की मुद्रायें हैं- उसमें आने वाले विचार और यदि विचार नकारात्मक या चिंता करने के हो तो मन भी रोगग्रसित हो जाता है और मन से ही शरीर में अधिकतर बीमारियां उत्पन्न हो रही है। इसलिए राजयोग के माध्यम से मन को सकारात्मक चिन्तन और शुद्व विचारों को प्रयोग कराने का अभ्यास भी ब्र0कु0रमा ने उपस्थित लोगों को कराया।
इस अवसर पर क्यू ए इन्फोटैक कम्पनी के स्थापक मुकेश शर्मा, सहस्थापक राजेश शर्मा व मीनेष उपाध्याय ने भी उपस्थित होकर कार्यशाला का लाभ लिया। मुकेश शर्मा ने बताया कि आज उनका जन्म दिवस है जिस उपलक्ष्य में उनके द्वारा आई.टी.प्रोफशन के लोगों को तनावमुक्त जीवन जीने की कला सिखाने की सौगात के रूप में मेडिटेशन कार्यशाला का आयोजन रखा है।
इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी संस्था के आई.टी. विंग के समन्वयक ब्र0कु0नीरज, मोनिका गुप्ता व नौएडा सेक्टर-26 स्थित ब्रह्माकुमारी सेवाकेन्द्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी सुदेश ने भी अपने विचार रखे।
B K Neeraj
