भारतीय रेल में टिकिट पर कंशेक्सन पाने के लिए अब सीनियर सिटीजन को अभी और परे शनियो का सामना करना पड़ सकता हे,
सीनियर सिटीजन को रेलवे टिकीट में कंशेक्सन नहीं मिल पा रहा है ,कारण रेलवे में
नया सॉफ्टवेयर जिसमे कंशेक्सन (छूट) के लिए आधार कार्ड में पूरा जन्म दिनांक होना चाहिए , जो की पुराने आधार कार्ड में नहीं हैं
पुराने आधार कार्ड में सिर्फ जन्म का वर्ष ही है
जिसके चलते उनको इस छूट का लाभ नहीं मिल या रहा हैं।
ऐसे में सीनियर सिटीजन को खाली हाथ लौटना पड़ रहा हे ,अब उन्हें फिर से लाइन में खड़े होकर पुनः अपने आधार कार्ड में करेक्शन कराना होगा , ऐसे में सीनियर
सिटीजन को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा , विशेष कर ग्रामीण क्षेत्र के सीनियर सिटीजन को ज्यादा पेरेशानी होगी ।
ऐसे में सोचनीय विषय यह हे की आधार कार्ड तो कई सालों से बन रहे है, तब रेलवे के सॉफ्टवेयर में ये ऑप्शन क्यों डाला गया ,
सीनियर सिटीजनों में इसको लेकर काफी रोष जताया है उनका कहना हे की रेलवे हमें परेशान करने की बजाय अपने साफ्टवेयर में बदलाव करे ।
अब देखना हे की इस मामले में रेलवे सॉफ्टवेयर में बदलाव करती है ,या सरकार
आधार कार्ड में बदलाव के लिए सीनियर सिटीजन को पुनः लाईन में लगने को विवश करती हैं।
