वॉशिंगटन.यूएस प्रेसिडेंशियल इलेक्शन में डोनाल्ड ट्रम्प और हिलेरी क्लिंटन के बीच सोमवार को सेंट लुईस की वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी में दूसरी टीवी डिबेट हुई। हिलेरी और ट्रम्प ने बिना हाथ मिलाए इस डिबेट की शुरुआत की। ये डिबेट टाउन हॉल के अंदाज में हुई। इसमें ऑडियंस ने भी सवाल पूछे। हिलेरी ने कहा, ‘ट्रम्प के लीक हुए वीडियो से उनकी हकीकत सामने आ गई।’ इस पर ट्रम्प ने कहा, ‘ये एक प्राइवेट बातचीत थी। मुझे इस पर कोई गर्व नहीं है।’ हिलेरी ने कहा, ट्रम्प ने रूस से डील की थी और वे महिलाओं के लिए गलत सोच रखते हैं। ट्रम्प ने कहा, मेरी कोई डील नहीं हुई। अगर मैं प्रेसिडेंट बना तो ईमेल मुद्दे पर आपको जेल में डाल दूंगा। बहस के दौरान ट्रम्प वीडियो की बात को दरकिनार करने की कोशिश करते दिखे…
– 90 मिनट की पूरी बहस के दौरान ट्रम्प वीडियो टेप वाली बात को नजरअंदाज करने की कोशिश करते दिखे। उन्होंने कहा कि बिल क्लिंटन महिलाओं से खराब तरीके से पेश आते थे।
– ट्रम्प ने कहा कि अगर वो प्रेसिडेंट बने तो ईमेल मुद्दे पर एक स्पेशल प्रॉसिक्यूटर अप्वाइंट करेंगे और हिलेरी को जेल भेज देंगे।
– हिलेरी ने कहा, ‘जो शख्स महिलाओं, हिस्पैनिक्स (स्पेनिश मूल या बोलने वाले लोग), डिसेबल्ड, मुस्लिमों की इज्जत करना नहीं जानता, वो प्रेसिडेंट बनने के लिए अनफिट है।’
– बहस के फर्स्ट हाफ में दोनों ने एक-दूसरे पर जमकर बयानबाजी की। दूसरे हाफ में भी ये जारी रहा।
– ट्रम्प ने कहा, ‘हिलेरी एक फेल सिम्बल बनकर रह गई हैं। उन्हें अपनी पॉलिसीज बदलनी चाहिए और लीडरशिप के खास अंदाज से भी बाहर आना चाहिए।’
– वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी में इस डिबेट के मॉडरेटर सीएनएन के एंडरसन कूपर और एबीसी की मार्था रेडेट्ज रहे।
– यह डिबेट टाउन हॉल स्टाइल में हुई। आधे सवाल ऑडिएंस में मौजूद लोगों से लिए गए। बाकी के आधे सवाल कूपर और मार्था ने किए।
– वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी में इस डिबेट के मॉडरेटर सीएनएन के एंडरसन कूपर और एबीसी की मार्था रेडेट्ज रहे।
– यह डिबेट टाउन हॉल स्टाइल में हुई। आधे सवाल ऑडिएंस में मौजूद लोगों से लिए गए। बाकी के आधे सवाल कूपर और मार्था ने किए।
बहस का क्या नतीजा रहा?
– CNN/ORC के पोल के मुताबिक, दूसरी प्रेसिडेंशियल डिबेट में हिलेरी ने जीत दर्ज की।
– हिलेरी को 57 फीसदी और ट्रम्प को 34 फीसदी लोगों ने वोट दिया।
हिलेरी से टीचर ने पूछा पहला सवाल
– क्लिंटन से पहला सवाल ऑडियंस में से एक टीचर ने किया। उन्होंने पूछा कि क्या वे देश के यूथ के लिए एक सही और पॉजिटिव माहौल तैयार कर रही हैं।
– जवाब में उन्होंने कहा कि हमें सबसे पहले अपने बच्चों को ये बताना होगा की हमारा देश सबसे बेहतर है।
– इसके साथ उन्होंने कहा कि वे चाहती हैं की सभी अमेरिकी एक दूसरे का सम्मान करें और आगे बढ़ने में मदद करें।
– जवाब में उन्होंने कहा कि हमें सबसे पहले अपने बच्चों को ये बताना होगा की हमारा देश सबसे बेहतर है।
– इसके साथ उन्होंने कहा कि वे चाहती हैं की सभी अमेरिकी एक दूसरे का सम्मान करें और आगे बढ़ने में मदद करें।
– जिसके बाद डिबेट के होस्ट एंडरसन ने ट्रम्प से उनके सेक्स बूस्ट टेप के बारे में पूछा। 2005 के इस टेप में उन्होंने महिलाओं के बारे में अभद्र शब्दों का इस्तेमाल किया था।
– इसके जवाब में ट्रम्प ने कहा, ‘ये एक प्राइवेट बातचीत थी। मुझे इस पर कोई गर्व नहीं है। इसके साथ ट्रम्प ने कहा कि वे महिलाओं का सम्मान करते हैं। महिलाएं भी उनका सम्मान करती हैं। वे अपने शब्दों से काफी शर्मिंदा हैं।’
पहले से विवादों में हैं ट्रम्प
– इस डिबेट से पहले ट्रम्प अपने पुराने कमेंट्स को लेकर विवादों में हैं। ये कमेंट्स उन्होंने दो हॉलीवुड एक्ट्रेस और अपनी बेटी के बारे में किए थे।
– ट्रम्प की पत्नी मेलानिया ने भी इस पर नाराजगी जताई है। माना जा रहा है कि हिलेरी इन्हीं कमेंट्स को लेकर ट्रम्प से तीखे सवाल करेंगी।
– इसमें ट्रम्प पर हिलेरी भारी पड़ी थीं। उन्होंने इकोनॉमी, टेररिज्म और गन लॉ जैसे 11 मुद्दों पर ट्रम्प को घेरा था।
क्या है हिलेरी का ईमेल मामला?
– हिलेरी क्लिंटन ने माना था कि अमेरिकी विदेश मंत्री रहते हुए उन्होंने सरकारी ईमेल की बजाय अपने न्यूयॉर्क स्थित घर में निजी सर्वर के जरिए निजी ईमेल का इस्तेमाल कर गलती की थी।
– खुफिया अफसरों ने न्यूज एजेंसी एपी को बताया था कि ईमेल के 37 पेज ‘स्पेशल एसेज प्रोग्राम’ के तहत थे। इनमें ड्रोन हमलों और खुफिया जानकारी इकट्ठा करने से जुड़े कार्यक्रमों की जानकारियां थीं।
– खुफिया अफसरों ने न्यूज एजेंसी एपी को बताया था कि ईमेल के 37 पेज ‘स्पेशल एसेज प्रोग्राम’ के तहत थे। इनमें ड्रोन हमलों और खुफिया जानकारी इकट्ठा करने से जुड़े कार्यक्रमों की जानकारियां थीं।
– हिलेरी पर करीब 33 हजार ईमेल डिलीट करने का भी आरोप है।
– क्लिंटन के विरोधी उन पर अमेरिकी सिक्युरिटी को खतरे में डालने का आरोप लगाते रहे हैं।
– हालांकि जुलाई में हिलेरी को एक बड़ी राहत देते हुए अटॉर्नी जनरल लॉरेटा लिंच ने कहा था कि डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट पर इस बात को लेकर कोई आरोप तय नहीं किए जाएंगे कि उन्होंने विदेश मंत्री होने के दौरान निजी ईमेल सर्वर का इस्तेमाल करके नियमों का उल्लंघन किया।
– क्लिंटन के विरोधी उन पर अमेरिकी सिक्युरिटी को खतरे में डालने का आरोप लगाते रहे हैं।
– हालांकि जुलाई में हिलेरी को एक बड़ी राहत देते हुए अटॉर्नी जनरल लॉरेटा लिंच ने कहा था कि डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट पर इस बात को लेकर कोई आरोप तय नहीं किए जाएंगे कि उन्होंने विदेश मंत्री होने के दौरान निजी ईमेल सर्वर का इस्तेमाल करके नियमों का उल्लंघन किया।
