मध्य प्रदेश को मिला डॉ मोहन यादव के रूप में “मिनी मोदी”
“करके ही रहूंगा” की कर्मठ कार्यशैली पर कार्य करते हैं डा मोहन यादव

उज्जैन , मनोज उपाध्याय! मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 1 मार्च को उज्जैन के रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में जहां एक ओर कुल 10 हजार 64 करोड़ रुपए लागत की 61 इकाइयों का सिंगल क्लिक से भूमिपूजन और लोकार्पण किया ये इकाइयां प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्रारंभ की गई हैं जिसमें विक्रम उद्योगपुरी उज्जैन में भी नई इकाइयों का लोकार्पण किया गया तो वहीं मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उज्जैन कॉन्क्लेव से करीब 1 लाख करोड़ के व्यवसाय और उद्योग का इतिहास बन रहा है, करीब 250 औद्योगिक परियोजनाओं में भूमि का आवंटन किया गया है। करीब 20 हजार से अधिक लोगों को नई इकाइयों से प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।
आपको बता दें कि डॉ मोहन यादव को मध्य प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री बने अभी महज दो माह ही बीते हैं और इन दो माह के छोटे अंतराल में ही मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने उज्जैन सहित पूरे मध्य प्रदेश में रोजगार बढ़ाने के उद्देश्य से बड़े कदम उठाए हैं जिसमे
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव और व्यापार मेला जैसे आयोजन किए गए, इस कदम से न सिर्फ उज्जैन में बल्कि पूरे मध्य प्रदेश में हजारों युवाओं को रोजगार मिल पाएगा ,मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि यह तो एक शुरुआत है और आगे मध्य प्रदेश के कई जिलों में इस तरह के बिजनेस समिट के आयोजन आगे भी किए जाएंगे जिनमें जबलपुर, रीवा और ग्वालियर में भी रीजनल कॉन्क्लेव आयोजित किए जाएंगे।
“क्या कहा मंत्री चैतन्य कुमार कश्यप ने ”
सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री चैतन्य कुमार कश्यप ने कहा की प्रदेश में करीब 35 क्लस्टर स्थापित हैं मध्य प्रदेश में क्षेत्र-विशेष में विशेष औद्योगिक उत्पादन की परंपरा रही है, मध्य प्रदेश में निवेश को प्रोत्साहित करने वाली नीतियां हैं, एमएसएमई विभाग द्वारा 40% कैपिटल सब्सिडी का मॉडल लोकप्रिय बनेगा,मध्य प्रदेश में निवेश के लिए उद्योगपतियों को पूर्ण सहयोग किया जा रहा है, प्रधानमंत्री मोदी के संतुलित विकास के लक्ष्य और मुख्यमंत्री डॉ यादव के प्रयासों से औद्योगिक क्षेत्र समृद्ध होगा।
“क्या कहा नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने”
मोदी सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उज्जैन में शुरू हुए रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव को वर्चुअल संबोधित करते हुए कहा की उज्जैन सहित पूरे मध्य प्रदेश में उद्योगपति अपने उद्योग स्थापित करें उन्हें हर संभव मदद की जाएगी, ज्योतिराज सिंधिया ने कहा कि महज दो माह में ही मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मध्य प्रदेश के विकास के लिए अभूतपूर्व कदम उठाए हैं जिसकी में सराहना करता हूं।
“283 इकाइयों को भूमि आवंटन-पत्र सौंपे”
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम के दौरान 283 इकाइयों को 508 हेक्टेयर भूमि के लिए आवंटन-पत्र प्रदान किये। इन इकाइयों द्वारा कुल 12 हजार 170 करोड रुपए से अधिक का निवेश कर 20 हजार से अधिक लोगों को रोजगार दिया जा सकेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने औद्योगिक इकाइयों के पदाधिकारियों को प्रतीक स्वरूप भूमि आवंटन-पत्र प्रदान किए।
“किन-किन उद्योगपतियों ने बिजनेस समिट में हिस्सा लिया?”
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के पहले दिन के दूसरे सत्र में उद्योगपतियों और निवेशकों से वन-टू-वन चर्चा की, डॉ. यादव के साथ विचार-विमर्श किया। जेके सीमेंट के श्री राघवपत सिंघानिया ने प्रदेश में सीमेंट इकाई के विस्तार, वेल्सपन ग्रुप के प्रबंधक निदेशक श्री विपुल माथुर ने टेक्सटाईल इकाई और हेटिच इंडिया के श्री एन्ड्रे एकोल्हड ने फर्नीचर इकाई विस्तार की संभावनाओं पर चर्चा की, ऑटोमोबाईल क्षेत्र में कार्यरत वीई कमर्शियल के श्री विनोद अग्रवाल, टेक्सटाईल क्षेत्र में सक्रिय डोनियर शूटिंग्स के श्री राजेन्द्र अग्रवाल और पेपर उद्योग में सक्रिय सीके बिरला ग्रुप के ओरिएंट पेपर इंडस्ट्रीज लिमिटेड के श्री अश्विन लड्ढा ने भी भेंट एवं चर्चा की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव से एलएनटी ग्रुप के श्री एमवी सतीश, टायर मेनुफेक्चरिंग में सक्रिय रालसन ग्रुप के श्री मंजुल पहावा, खाद्य पदार्थ तथा मसाला उद्योग में सक्रिय एमडीएच ग्रुप के श्री राजीव गुलाटी, नकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में कार्यरत ब्लयू लीफ के श्री अमिराम रॉथ और एशियन पेन्ट्स के प्रतिनिधियों ने प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश और औद्योगिक गतिविधियों के विस्तार के संबंध में विचार-विमर्श किया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वन-टू-वन भेंट के बाद वीई कमर्शियल द्वारा बनाए गये स्मार्ट सिटी इलेक्ट्रिक ट्रक, इलेक्ट्रिक स्टॉफ बस और बेस्ट लाईफ स्टाईल अपेरल प्रा.लि. उज्जैन के पहले शिपमेंट को झंडी दिखाकर रवाना किया।
“रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के उद्घाटन सत्र में क्या हुआ”
देश के प्रमुख औद्योगिक संस्थानों / समूहों ने उज्जैन में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में मध्य प्रदेश में नए निवेश करने की घोषणा की है। मंच से संबोधन के दौरान
वेलस्पन सिंटेक्स समूह के विपुल माथुर ने वॉटर टैंकों का व्यावसायिक उत्पादन शुरू करने के लिए एक नई इकाई स्थापित करने की घोषणा की जिसमे उत्पादन भी इसी इस वर्ष के अंत तक शुरू हो जायेगा।
3. वॉल्वो आइशर के विनोद अग्रवाल ने बताया कि लगभग 1500 करोड़ के निवेश के साथ अपनी वर्तमान इकाई का विस्तार करेंगे। नवीन स्थापित किए जाने वाले इकाई में ई-ट्रक और ई-बसों के निर्माण किया जाएगा।
4. जे के सीमेंट के राघवपत सिंघानिया ने बताया की पन्ना में लगभग 2500 करोड़ के निवेश के साथ वर्तमान इकाई का विस्तार करेंगे जिसकी क्षमता 3.3 मिलियन टन प्रति क्लिंकर होगी। यह इकाई 2025 तक उत्पादन में आ जाएगी।
5. प्रणव अडानी ने बताया की मध्य प्रदेश में अडानी समूह इंफ्रास्ट्रक्चर, प्राकृतिक संसाधन, कृषि और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र, शहरी गैस आपूर्ति, बिजली उत्पादन, पंप स्टोरेज इत्यादि क्षेत्रों में लगभग 75000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा जिससे प्रदेश में 15000 रोज़गार की संभावनाएं होंगी।
6. एमएसएमई सेशन के मुख्य बिंदु:
अभिषेक दुबे, एक सोशल एंटरप्रेन्योर है जो अपनी संस्था मुस्कान ड्रीमस के माध्यम से प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल शिक्षा प्रदान कर रहे है, जिसमे कोडिंग सहित कई विषयों पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है, इस संस्था के माध्यम से राज्य में 100 से अधिक लोगों को अभीतक रोजगार प्राप्त हुआ है। ऐसे सोशल एंटरप्रेन्योरस का एक बड़ा नेटवर्क प्रदेश को समावेशी विकास के लक्ष्य को साक्ष करने में मदद करेगा।
पी. नरहरि, आयुक्त, एमपी एम.एस.एम.ई ने बताया की खिलौनों और फर्नीचर आदि के लिए प्रदेश में विशेष पैकेज प्रदान किये जाते है, प्रदेश में 36 क्लस्टर्स स्थापित किये जा रहे है।
7. खाद्य एवं डेरी प्रसंस्करण सेशन के मुख्य बिंदु
पेप्सिको द्वारा विक्रमउद्योगपुरी में 1250 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है, यह विश्व का आठवां कोंनसेंनट्रेट प्लांट होगा जो 500 लोगो को रोजगार के अवसर प्रदान करेगा। इसके अतिरिक्त, वे स्थानीय किसानों एवं एफपीओ के साथ बैकवर्ड लिंकेज में सक्रिय रूप से पेप्सिको प्रयासरत हैं ताकि राज्य में खाद्य प्रसंस्करण के प्रमुख उत्पादों को बढ़ावा मिल सके।
ITC ने प्रदेश के जीआई टैग शरबती गेहूं से निर्मित उत्पाद तैयार कर रहा है। यह एक नयी पहल है जिससे जीआई टैग लोकल सामग्री से विश्व स्तरीय उत्पाद बनाकर प्रदेश में मूल्य संवर्धन किया जा रहा है।
बहर हाल उज्जैन को अब विकास के पंख मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के प्रयासों से लगते स्पष्ट नजर आ रहे हैं, आने वाले समय में यह प्रयास सार्थक होते हैं तो उज्जैन सहित पूरा मध्य प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयां छुएगा।
