सिंहस्थ मास्टर प्लान में क्षिप्रा एवं सिंहस्थ भूमि का संरक्षण आवश्यक

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सिंहस्थ मास्टर प्लान में क्षिप्रा एवं सिंहस्थ भूमि का संरक्षण आवश्यक

सिंहस्थ मेला सनातन धर्म एवं संस्कृति का अति प्रचीन तथा भविष्य में निरन्तर चलने वाला धार्मिक आयोजन है । अतः प्रदेश सरकार को सिंहस्थ मास्टर प्लान लागू करने से पहले दूरगामी दृष्टिकोण के साथ सिंहस्थ क्षेत्र एवं माँ क्षिप्रा के संरक्षण का ध्यान रखना चाहिए । अमृत कलश से अमृत की बून्दे क्षिप्रा में गिरी थीं । माँ क्षिप्रा सिंहस्थ की आत्मा है , इसलिए क्षिप्रा एवं क्षिप्रा के किनारे की सिंहस्थ भूमि का संरक्षण करना सरकार का परम धर्म है । यदि हम क्षिप्रा के किनारे कालोनियों को बसाएँगे तो हम कभी भी माँ क्षिप्रा व सिंहस्थ परम्परा के साथ न्याय नहीं कर सकते ।
– क्रांतिकारी सन्त डॉ अवधेशपुरी जी महाराज
पीठाधीश्वर – स्वस्तिक पीठ , उज्जैन ।


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