महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा सीआईएसएफ के सशस्त्र सुरक्षा बल के जिम्में की जाए-महंत हरिगिरी जी महाराज, महामंत्री अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद
सफाई करने वाली कंपनी को सौंप रखी है मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी 
सफाई करने वाली कंपनी को सौंप रखी है मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी

उज्जैन, महाराष्ट्र के नासिक स्थित त्रंबकेश्ववर ज्योतिर्लिंग में 13 मई को कुछ असामाजिक तत्वों ने मंदिर की सुरक्षा को धता बताकर मंदिर में जबरन प्रवेश कर चादर चढ़ाने की कोशिश की ।
इस घटना के बाद विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा को लेकर भी प्रश्न चिन्ह लग गया है ,जहां मंदिर की सुरक्षा सीआईएसएफ के सशस्त्र हाथों में न देकर प्राइवेट एजेंसी को सौंपी गई है।

महंत हरी गिरी जी महाराज ,महामंत्री अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने बताया कि आगामी गंगा दशहरा महोत्सव के आयोजन में उज्जैन में सभी साधु संतों का समागम होना है, आयोजन में सभी अखाड़ों के साधु-संतों के बीच महाकाल मंदिर की सुरक्षा को सीआईएसएफ की सशस्त्र बल की सुरक्षा के जिम्में में किए जाने का प्रस्ताव रखा जाएगा और भारत के प्रधानमंत्री गृहमंत्री और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा के संदर्भ में पत्र भी लिखा जाएगा।

महामंडलेश्वर श्री शैलेशानंद गिरि जी महाराज ने बताया कि त्रंबकेश्वर महादेव मंदिर में हुई घटना के चलते हमें महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा के संदर्भ में सचेत और सावधान होने की आवश्यकता है और न सिर्फ मध्यप्रदेश शासन बल्कि केंद्र सरकार को भी इस विषय में संज्ञान लेकर मंदिर की सुरक्षा सशस्त्र बल CISF को सौंपी जाने की आवश्यकता है आने वाले समय में समस्त साधु संत एवं अखाड़ा परिषद सहित शासन प्रशासन से इस विषय में बात करेंगे।

