
कवि कुमार विश्वास का अहमदाबाद में कार्यक्रम रद्द,
आर एस एस पर टिप्पणी करने के बावजूद मध्य प्रदेश सरकार और जनप्रतिनिधियों के मौन से उठे प्रश्न,
क्या मध्य प्रदेश सरकार को और उनके जनप्रतिनिधियों को आर एस एस के लिए विवादित टिप्पणी से कोई सरोकार नहीं?
उज्जैन, (मनोज उपाध्याय)अहमदाबाद में होने वाले कवि कुमार विश्वास के कार्यक्रम को आयोजकों ने रद कर दिया है। उज्जैन में रामकथा कार्यक्रम में कुमार विश्वास ने एक प्रसंग की चर्चा करते हुए वामपंथियों को कुपढ़ तथा आरएसएस को अनपढ़ बता दिया था। इसी टिप्पणी के चलते आयोजकों ने कार्यक्रम रद किया गया है। अपने- अपने श्याम नामक यह कार्यक्रम वडोदरा के नवलखी मैदान पर तीन व चार मार्च को प्रस्तावित था ।
अब ऐसे में सवाल यह है कि मध्य प्रदेश कि भाजपा सरकार जो विक्रम उत्सव का आयोजन कर रही है और इसी आयोजन में केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों को ही बैक सपोर्ट करने वाली आर एस एस के लिए अनपढ़ शब्द का प्रयोग करने वाले कुमार विश्वास ने जहां घुमा फिरा कर अपने वक्तव्य के लिए माफी मांगी लेकिन मध्य प्रदेश सरकार एवं मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा कुमार विश्वास के द्वारा आर एस एस के लिए विवादित टिप्पणी करने पर एक शब्द भी स्पष्टीकरण का नहीं दिया , और ना ही कार्यक्रम को रद्द करने जैसे कोई कदम उठाने की कोशिश की, ऐसे में उज्जैन की जनता सहित पूरे भारत के हिंदू वर्गों में यह चर्चा आम हो रही है कि क्या मध्य प्रदेश सरकार को और उनके जनप्रतिनिधियों को आर एस एस से कोई वास्ता नहीं है?, ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि उज्जैन के बाद कवि कुमार विश्वास का अगला कार्यक्रम बड़ोदरा में अपने-अपने श्याम के रूप में प्रस्तावित था लेकिन आयोजकों ने उज्जैन में कुमार विश्वास द्वारा की गई r.s.s. संगठन के लिए की गई टिप्पणी के बाद विरोध स्वरूप इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया ।
बहर हाल उज्जैन में मध्य प्रदेश सरकार के कार्यक्रम में कुमार विश्वास के द्वारा आर एस एस के लिए अनपढ़ जैसी टिप्पणी किए जाने के बावजूद तीन दिवसीय कार्यक्रम जारी रहा और मध्य प्रदेश सरकार के एवं उनके जनप्रतिनिधियों द्वारा कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गई और ना ही कार्यक्रम को रद्द करने जैसा कोई कदम उठाया गया इसलिए जनता में यह चर्चा आम हो रही है कि क्या मध्य मध्य प्रदेश सरकार को r.s.s. पर की गई टिप्पणी से कोई सरोकार नहीं है?
जबकि उज्जैन के ही भाजपा के पूर्व निगम अध्यक्ष सोनू गहलोत ने आर एस एस पर टिप्पणी करने के विरोध में कुमार विश्वास के पोस्टर पर कालीख पोतने और उसे पोस्टर फाड़ने का काम किया , वहीं भाजपा के नेता राजपाल सिंह सिसोदिया ने ट्वीट करके कुमार विश्वास को खूब खरी-खोटी सुनाई, और फेसबुक पर भाजपा के ही नेता विभाष उपाध्याय ने भी कुमार विश्वास के द्वारा की गई टिप्पणी पर विरोध दर्ज किया,लेकिन वर्तमान जनप्रतिनिधियों द्वारा इस पर मौन धारण किया गया ,अब इस मौन के आने वाले चुनाव में क्या प्रभाव और क्या दुष्प्रभाव होंगे यह आने वाला समय ही बताएगा।
