
*✍️ जलवा
तड़तड़ी
*ग़ैर क़ानूनी आख़िर क्यों और कैसे बर्दाश्त….?????*
सभी जल्वेदारों को जलवा प्रणाम🙏
लीजिए मैं फिर हाज़िर हूँ व्यवस्था और अव्यवस्था के बीच की उस अवस्था को लेकर जहां आम आदमी के लिए सारे क़ायदे क़ानून जिंदा हैं…और न्यौछावरी रौब से भृष्टाचार कर रहे भृष्ठों की कारगुजारियां थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं…और जिम्मेदारों का ध्यान कारगुज़ारों की इस कारगुजारी पर लाने के बावजूद कुछ ख़ास नहीं हो रहा…क्योंकि भृष्ठों की ये अर्थभक्षी करतूत में सभी की मिली भगत सामने आ रही है….और इनका कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता क्योंकि न्यौछावर (रिश्वत) के दम पर ये सभी को खरीदने का माद्दा रखते हैं…लेकिन हम तो हमारा कर्तव्य निभाएंगे इनकी करतूतों को बेनक़ाब करके….
*करतूतों की बेनक़ाबी….*
असल में पूरे देश के साथ प्रदेश और शहर में भी स्वछता मिशन जोर शोर से चलाया जा रहा है…यशस्वी देश के मुखिया और प्रदेश के मुख्यमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन को कुछ अर्थपिशाच अपनी अर्थभक्षी पृवत्ति के कारण पलीता लगाने में लगे हुए हैं…इस काम में सभी सम्बंधित विभागों के जिम्मेदारों की मिलीभगत शामिल है…भृष्टाचारियों की कारगुजारी किसी भी दिन बड़ा कारनामा कर दिखाएगी…जिसमें जानी के साथ माली नुकसान होना तय है…शहर में यमराज को बैठा मौत बन कर दौड़ स्वछता मिशन के कचरा वाहनों की चपेट में आने से कई बार बड़े हादसे होते होते बचे हैं…और इसका कारण नियम कायदों को तांक पर रख कर दौड़ाए जा रहे उम्रदराज बीमार अनफिट वाहन हैं…जिनसे करोड़ों की कमाई तो ठेकेदार कंपनी कर रही है…लेकिन खटारा वाहनों से शहर को असुरक्षित भी कर रही है…ये बीमार और उम्रदराज वाहन इसीलिए दम तोड़ते नज़र आ रहे हैं….ग़ैर क़ानूनी रूप से दौड़ रहे इन वाहनों पर कोई क़ायदा क़ानून लागू नहीं होता…सारे सम्बंधित विभाग न्यौछावर(मोटी रिश्वत ) के दम पर धृतराष्ट्र और गांधारी बने नज़र आ रहे हैं… जबकि इन बड़े जिम्मेदारों पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए…क्योंकि जो भी अर्थभक्षी भृष्टाचार को अंजाम दे रहे हैं वो जनता की खून पसीने की कड़ी कमाई है….
*ऐसे वाहन पर विरोधाभास….*
आज हम आपको ऐसे कचरा वाहनों के कुछ नम्बर यहाँ बता रहे हैं जो अनफिट होकर धड़ाधड़ दौड़ाए जा रहे हैं…हालांकि जिम्मेदारों के उस मत में विरोधाभास है जिसमें इन खच्चर वाहनों की संख्या बताई जा रही है…नगरनिगम के एक अधिकारी ने इन वाहनों की संख्या 130 बताई…तो इस कंपनी के मैनेजर ने ये संख्या 90 बताई…जबकि हक़ीकत की तहक़ीक़ात में ये संख्या महज़ 52 है….जी हाँ ये सही है इसके प्रमाण हमारे पास हैं….
*तहक़ीक़ात की हक़ीकती सच्चाई….*
जब हमारे द्वारा नगरनिगम, ग्लोबल वेस्ट कंपनी और आरटीओ से ऐसे खचरा वाहनों की विस्तृत जानकारी चाही गई तो तीनों विभागों ने एक दूसरे पर ढोलते हुए जानकारी देने से टाल दिया…फिर भी हमने अपनी तहकीकात जारी रखी और अपने स्तर पर कुछ वाहनों की जानकारी निकाली तो हम चौंके बिना नहीं रह पाए…क्योंकि कुछ वाहनों में सभी आउटडेटेड मिले… वहीं फिटनेस नहीं बीमा नहीं और तो और कई वाहन तो बग़ैर पासिंग के ही शहर में वारदात करने के इरादे से दौड़ रहे हैं….जैसे *gj-05-ce-6231* वाहन को ही लें …तो ये गुजरात पासिंग है और एनओसी तक नहीं है इसकी…फिर भी दौड़ाया जा रहा है ये… ऐसे ही वाहन क्रमांक *mp-l-1665, mp-13-l-1673, mp-mb-0875* वाहनों की फिटनेस और बीमा नहीं हैं…ऐसे सारे वाहनों की यही हालत है….ऐसे में ग़ैर क़ानूनी रूप से ये वाहन शहर में दौड़ाए जा रहे हैं….तो आप सुधि जल्वेदार खुद समझ सकते हैं कि ये गौरख धंधा कैसे चल रहा है….और इसमें जिम्मेदारों की मौन स्वीकृति किस ओर (न्यौछावर की ओर) शंका कुशंका के बाद परफेक्ट भृष्टाचार को साबित करती है कि नहीं….अभी तो इन वाहनों के ये कुछ ही नम्बर हैं पूरी फ़ेहरिस्त आनी बाकी है….
*आख़िर टीम की नौटंकी क्यों….????*
अब यहाँ ये भी सवाल उठता है कि स्वछता सर्वेक्षण की भोपाल और दिल्ली से सरकारी खर्चे पर आने वाली साहब लोगों की टीम आख़िर क्या देख समझ कर जाती है….ये नौटंकी जो हजारों लाखों बर्बाद करके ये करते हैं इससे तो अच्छा है कि घर बैठे ही अपनी रिपोर्ट दे दें तो कम से कम आम आदमी की मेहनत की कमाई तो बर्बाद ना हो जो इन मक्कारों के आवन जावन और खाने पीने पर बर्बाद होता है….शहर में मौत बन कर दौड़ रहे ग्लोबल वेस्ट कंपनी के वाहनों पर आख़िर इतनी मेहरबानी क्यों दिखाई जा रही है….
*बस महज़ मामूली जुर्माना क्यों….?????*
ग्लोबल के बीमार वाहनों में कभी आग रही है…तो कभी चलती गाड़ी में से पहिये अलग भाग जाते हैं….तो कभी धक्कामुक्की से वाहन धकाए जा रहे हैं…ये तो ग़नीमत ये रही है कि अब तक इन वाहनों के कारनामों की चपेट में आ कर कोई जन हानि नहीं हुई है…लेकिन भविष्य का कुछ नहीं कह सकते….अभी हाल ही में जब गोलबल वेस्ट के एक वाहन ने आत्मदाह कर लिया था तो हमने प्रमुखता से ये मामला उठाया था….जिस पर निगमायुक्त महोदय ने संज्ञान का ज्ञान लेकर महज़ 5 लाख का जुर्माना ग्लोबल वेस्ट कंपनी पर ठोंक कर इतिश्री कर ली….और ख़स्ताहाल नगरनिगम ही इन वाहनों की मरम्मत करके बिल ग्लोबल वेस्ट कंपनी से वसूलने की बात भी निगमायुक्त महोदय की है….जबकि इतने खुलासों के बाद तो कंपनी को ब्लैक लिस्टेट करना था….ख़ैर सबकी कुछ ना कुछ (सम्भवतः न्यौछावरी) मजबूरियां तो रहती ही हैं….हालांकि ना पुलिस,.ना ही यातायात और ना ही प्रदूषण विभाग ही ऐसे मामलों में संज्ञान का ज्ञान ले रहे हैं क्योंकि ये ग्लोबल वेस्ट के वाहनों का मामला है…और कंपनी के जिम्मेदार बैखौफी से अपने करोड़ो के मासिक कारोबार को बदस्तूर चालू किए हुए हैं….अब जिम्मेदारों की ये करतूत कब अपने शबाब पर पहुंच कर इन्हें क़ानून क़ायदों के कटघरे से होते हुए इनके अंजाम तक पहुंचाती है ये देखना है….
*ग्लोबल वेस्ट के और भी कारनामों से रूबरू होने के लिए बने रहें हमारे साथ….अगले अंकों में और भी ख़ुलासे बेपर्दा होने बाकी हैं….*
चलिए अब चलता हूँ फिर मिलने के वादे इरादे के साथ तब तक आप सुधि जल्वेदार अपना जलवा क़ायम रखें…..दुनिया जले तो जलने दें….
आप जल्वेदारों में से एक जल्वेदार….
*जय कौशल
उज्जैन (म.प्र.)
0927560667
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