उत्तर के विधायक को जनता के दर्द और परेशानीयों से कोई सरोकार नहीं..
330 परिवार बेघर होने की कगार पर लेकिन जनप्रतिनिधि के पास एक बार भी मिलने का वक्त नहीं

उज्जैन, लोकतंत्र में जनता का जनप्रतिनिधि ,जनता का हितेषी और सुख दुख का साथी होने के साथ-साथ उस क्षेत्र का राजा भी कहलाता है लेकिन उज्जैन उत्तर के क्षेत्र में सिंहस्थ क्षेत्र होने की वजह से 330 परिवारों पर बेघर होने की तलवार लटकी हुई है, बावजूद इसके क्षेत्र के विधायक पारस जैन के पास जनता के दुख दर्द जानने तक का समय नहीं है,शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदोरिया ने यह बताते हुए कहा कि जनप्रतिनिधि ,जनता का प्रतिनिधि होता है लेकिन उज्जैन उत्तर के जनता के प्रतिनिधि को जनता की परेशानियों से कोई सरोकार नहीं है, उस क्षेत्र के 330 परिवारों पर बेघर होने की तलवार लटकी है लेकिन क्षेत्र के विधायक के पास जनता का दर्द जानने तक का समय नहीं है, रवि भदोरिया ने कहा की उज्जैन की जनता सब देख भी रही है और समझ भी रही है और आने वाले चुनाव में इसका जवाब भी इनको देगी।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि सिंहस्थ उज्जैन के लिए नया नहीं है बरसों से सिंहस्थ क्षेत्र ,सिंहस्थ मेला लगने के लिए सुरक्षित है लेकिन शासन-प्रशासन जनता के साथ दोहरी नीति अपना रहे हैं जिसमें सिंहस्थ क्षेत्र के 2016 के बाद के ही अतिक्रमण हटाये जा रहे हैं जबकि सिंहस्थ क्षेत्र में 2004 से ही अतिक्रमण किया जा रहा है और इसमें पिपली नाका और इंदौर रोड के सिंहस्थ क्षेत्र में भी बहुत तेजी से अतिक्रमण हुआ है , जनप्रतिनिधियों के साथ भू माफियाओं ने अवैध कालोनियों का निर्माण किया है लेकिन शासन-प्रशासन 2004 से लेकर 2016 तक के अतिक्रमण को क्यों बचा रही है।
विनोद मिल मजदूरों के मकानों की बात हो या फिर आगर रोड क्षेत्र के गरीब जनता के घरों की , कांग्रेस पार्टी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है उनके साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा और न्याय नहीं मिलता है तो हम न्यायालय में भी जाएंगे,
उज्जैन शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदोरिया के आरोप इसलिए भी सार्थक प्रतीत होते हैं क्योंकि विनोद मिल के मजदूरों के मकान जब तोड़े जा रहे थे तब उज्जैन उत्तर एवं दक्षिण के विधायक सहित सांसद भी उज्जैन मेंएन वक्त पर मौजूद नहीं थे जबकि विनोद मिल के मजदूरों ने उत्तर के विधायक पारस जैन के बंगले के सामने धरना देकर अपने दर्द और परेशानियों को बयां किया था लेकिन उनका दर्द सुनने की बजाय क्षेत्र के विधायक 1000 रुपया खर्चा पानी देकर गुजरात विवाह समारोह में सम्मिलित होने के लिए चले गए, दूसरा उज्जैन उत्तर के ही सिंहस्थ क्षेत्र आगर रोड के 180 परिवारों से अधिक के प्रशासन द्वारा मकान तोड़ने की मुहिम छेड़ने के बावजूद उज्जैन उत्तर के विधायक पारस जैन अपने क्षेत्र की जनता का दर्द और परेशानियों को उनसे मिलकर समझने की बजाय शहर में हो रहे अन्य कार्यक्रमों में मंचासीन होकर अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
शहर में हो रहे एक कार्यक्रम के दौरान उज्जैन उत्तर के विधायक एवं पूर्व श्रम मंत्री सत्य नारायण जटिया एक साथ मंचासीन दिखाई दिए, लेकिन जनता ने भी उन्हें पहचान लिया की यह वही जनप्रतिनिधि है जिन्हें उज्जैन की जनता ने कई बार अपना जनप्रतिनिधि चुना था लेकिन श्रम मंत्री होने के बावजूद ना तो उज्जैन के मिल मजदूरों को अब तक न्याय मिल पाया और ना ही उज्जैन में कोई उद्योग बच पाया।
बहर हाल सिंहस्थ क्षेत्र में आगर रोड, बड़नगर रोड और इंदौर रोड ,इन सभी क्षेत्रों में किन क्षेत्रों में कितना अतिक्रमण हुआ है और किस क्षेत्र में किसका वर्चस्व है और जनता के घरौंदे तोड़ने की कार्यवाही 2016 के बाद के अतिक्रमण पर ही क्यों हो रही है 2004 से 2016 तक के अतिक्रमण किसके इशारों पर बचाया जा रहा है, यह सब जनता देख भी रही है और समझ भी रही है और आने वाले चुनावों में इसका जवाब देने की भी तैयारी कर रही है।
