
खबर का असर, शहर कांग्रेस हुई सक्रिय ,
विनोद मिल मजदूरों का साथ देने कांग्रेस आई मैदान में
मिल मजदूरों ने धर्म परिवर्तन का किया ऐलान
उज्जैन, नेशनल लाइव ने विनोद मिल मजदूरों के घर तोड़ने की खबर को प्राथमिकता से प्रकाशित किया था, जिसमें मिल मजदूरों का साथ देने के लिए कांग्रेस की ओर से सिर्फ क्षेत्र पार्षद रवि राय ही अकेले किला लड़ाते हुए नजर आ रहे थे, जबकि इस मामले में उज्जैन की शहर कांग्रेस निष्क्रिय दिखाई दे रही थी, लेकिन खबर प्रकाशित होने के तुरंत बाद शहर कांग्रेस के नेता विनोद मिल के मजदूरों को इंसाफ दिलाने के लिए मैदान में उतर आए ,शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष विक्की यादव ,विनोद मिल की चाल में पहुंचे और मिल मजदूरों को भरोसा दिलाया कि शहर कांग्रेस उनको इंसाफ दिलाने के लिए उनके साथ खड़ी है इस मौके पर शहर कांग्रेस के नेताओं द्वारा प्रशासन हाय हाय और विनोद मिल के मकान मत तोड़ो जैसे नारे भी लगाए गए।
आज दोपहर बाद विनोद मिल के मजदूरों ने बड़ी संख्या में शहर के संघ कार्यालय पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया और संघ कार्यालय के वरिष्ठ पदाधिकारियों को ज्ञापन सौंपा ,ज्ञापन में कहा गया कि भाजपा को पिछले 70 सालों से हमने सपोर्ट किया है और तमाम बीजेपी के विधायक और सांसद हमारे वोट के माध्यम से सत्ता में काबिज हुए हैं बावजूद इसके हमारे घरोंदो को तोड़ने का ऐलान प्रशासन द्वारा किया जा चुका है लेकिन बीजेपी के किसी भी नेता द्वारा हमारा साथ नहीं दिया जा रहा है, इसलिए धर्म परिवर्तन हमारे लिए आखिरी रास्ता है, विनोद मिल के लगभग 5000 मजदूर धर्म परिवर्तन करेंगे, इस प्रकार की घोषणा मिल मजदूरों के द्वारा की गई।
विनोद मिल के मजदूरों कहना है कि
महाकाल लोक के निर्माण के चलते बेगम बाग क्षेत्र में विशेष धर्म के कई मकान तोड़े गए लेकिन मकान तोड़ने की अवज में उन्हें मुआवजा दिया गया लेकिन हमारे मकान तोड़ने पर मुवावजा क्यों नहीं दिया जा रहा है।
इस संबंध में उज्जैन के सांसद अनिल फिरोजिया ने नेशनल लाइव को बताया कि मैं अभी उज्जैन से बाहर हूं और मुझे इस मामले की ज्यादा जानकारी नहीं है लेकिन यह माननीय न्यायालय के आदेश का मामला है इसलिए इसमें जनप्रतिनिधि ज्यादा हस्तक्षेप नहीं कर सकते हैं माननीय मुख्यमंत्री ने मिल मजदूरों को तीन ऑप्शन दिए हैं जिन में से किसी एक ऑप्शन को उनको चुनना चाहिए, इससे स्पष्ट है कि सांसद अनिल फिरोजिया इस मामले में संजीदा नजर नहीं आ रहे हैं।
बड़ी मशक्कत के बाद उज्जैन उत्तर के विधायक पारस जैन से हमारा संपर्क हो पाया विधायक पारस जैन का इस मामले में न्यायालय को ढाल बनाते हुए पल्ला झाड़ते हुए कहा कि मजदूरों को 300 स्क्वायर फीट जगह देने की बात की गई है लेकिन उनके द्वारा इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया गया अब इस मामले में माननीय न्यायालय के आदेश पर प्रशासन कार्रवाई करने पर विवश है ,फिर भी हम मजदूरों की मदद करेंगे।
बहर हाल इस मामले में कलेक्टर उज्जैन द्वारा कल सुबह 6 बजे तक का अल्टीमेटम दिया गया है उसके बाद मकानों को तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी, अब आगे इस मामले में शहर कांग्रेस के मजदूरों के पक्ष में आने से क्या फायदा होगा, और धर्म परिवर्तन के ज्ञापन के बाद सत्ता पक्ष की ओर से इन्हें कोई और प्रस्ताव दिया जाएगा, या फिर तमाम विरोध के बाद भी प्रशासन द्वारा इनके मकानों को ध्वस्त कर दिया जाएगा, यह आने वाला समय ही बताएगा।
