
सिटी बस भ्रष्टाचार के मामले में निगम कमिश्नर हुए सख्त
सिटी बस भ्रष्टाचार की जांच की जाएगी-निगम आयुक्त
निगम के भ्रष्ट अधिकारियों और सिटी बस संचालक की सांठ गांठ से सिटी बसों के संचालन में हो रही बड़ी धांधली
उज्जैन, नगर निगम के अधिकारियों द्वारा सिटी बस के संचालन एवं संधारण के संदर्भ में कई अनियमितताएं की गई जिसके चलते उज्जैन नगर निगम को करोड़ों रुपए की राजस्व हानी हुई, सिटी बस के संचालन एवं संधारण के तमाम दस्तावेजों की छानबीन के बाद पूर्व निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता ने नगर निगम के 3 अधिकारियों को लगभग ढाई करोड़ से अधिक की राजस्व हानि नगर निगम को पहुंचाने का जिम्मेदार माना था , जिसके तहत नगर निगम के तीनों अधिकारियों को निगम कमिश्नर ने जून 2022 में नोटिस थमाया था,
नगर निगम की सिटी बसों का संचालन एवं संधारण करने की जिम्मेदारी मुख्य रूप से तीन अधिकारियों सुनील जैन , प्रभारी महाप्रबंधक उज्जैन सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड नगर निगम , विजय गोयल , प्रभारी उप महाप्रबंधक उज्जैन सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड नगर निगम, पवन कुमार लोढ़ा, प्रभारी सहायक महाप्रबंधक उज्जैन सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लमिटेड नगर निगम को सौंपी गई थी, सिटी बस के संचालन और संधारण में कई अनियमितताएं उपरोक्त तीनों अधिकारी द्वारा की गई ऐसा पाया गया है जिसके चलते नगर निगम उज्जैन को करोड़ों रुपए की राजस्व हानि हुई ।
नवागत निगम कमिश्नर रोशन कुमार सिंह ने बताया की सिटी बसों में हुए भ्रष्टाचार का मामला संज्ञान में आया है इस मामले से जुड़े हुए सभी दस्तावेजों को तलब किया है मामले की पुरी जांच की जाएगी।
दरअसल पिछले तीन-चार दिनों में सिटी बस के संचालन में एक बड़ी अनियमिता सामने आई थी जिसमें उज्जैन से तराना चलने वाली सिटी बस अपने परमिट वाले रोड पर ना चलकर उज्जैन से रामपाल आश्रम, खान बड़ोदिया में चल रही थी जिसकी सूचना नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी “विजय गोयल” को दी गई लेकिन उक्त अधिकारी ने सूचना को सिरे से नकार दिया, इसके बाद यह सूचना निगम आयुक्त तक भी पहुंची निगम आयुक्त ने इस मामले में भी टोल टैक्स के माध्यम से सीसीटीवी फुटेज एवं अन्य स्रोतों से मामले की जांच करने का भरोसा दिया है और जिम्मेदारों पर उचित करवाई करने की बात भी कही है।
इससे पहले भी उज्जैन नगर निगम की का संचालन सिटी बस प्राइवेट शादी की बारातों में एवं त्यौहार स्थलों पर किया गया था लेकिन भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों ने फौरी तौर पर बस संचालक को नोटिस देकर मामले को रफा दफा कर दिया था।
बहरहाल सिटी बसों के मामले में हुए भ्रष्टाचार पर उज्जैन नगर निगम आयुक्त रोशन सिंह सख्त कदम उठाने के मूड में हैं।
