जनसंपर्क विभाग, सोशल मीडिया को नहीं दे रहा है तवज्जो,जबकि शिवराज सिंह चौहान ने कहा सोशल मीडिया को महत्व दें

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जनसंपर्क विभाग, सोशल मीडिया को नहीं दे रहा है तवज्जो,जबकि शिवराज सिंह चौहान ने कहा सोशल मीडिया को महत्व दें
सोशल मीडिया अपने अधिकारों से अब तक है वंचित
उज्जैन, एक तरफ जहां मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वीडियो जारी करते हुए कहते हैं कि सोशल मीडिया को महत्व देना जनसंपर्क ही नहीं बल्कि मध्यप्रदेश के हर प्रशासनिक विभाग की जिम्मेदारी है, तो वहीं दूसरी ओर जनसंपर्क विभाग सोशल मीडिया की खुलेआम अवहेलना कर कर रहा है आलम यह है कि गूगल से रजिस्टर्ड न्यूज़ पोर्टल जिस पर शासन प्रशासन और जनता से जुड़ी हर खबर को प्रकाशित किया जा रहा है और कई न्यूज़ पोर्टल तो ऐसे हैं जिन्हें न्यूज़ प्रकाशन करते हुए 5 साल से अधिक हो चुके हैं, लेकिन मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग ने न्यूज़ पोर्टल को महत्त्व देना तो दूर की बात है, अब तक न्यूज़ पोर्टल को जनसंपर्क विभाग ने आधिकारिक मान्यता नहीं दी है जनसंपर्क विभाग मध्य प्रदेश ने अपने आधिकारिक लिस्ट में गूगल से रजिस्टर्ड न्यूज़ पोर्टल को शामिल नहीं किया है जिसके चलते न्यूज़ पोर्टल के संचालक पत्रकार मध्य प्रदेश सरकार की किसी भी सहायता से लाभान्वित नहीं हो पा रहे हैं और पिछले कई सालों से न्यूज़ पोर्टल संचालक पत्रकार अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं, मध्यप्रदेश शासन की ओर से न्यूज़ पोर्टल को किसी प्रकार की आर्थिक सहायता या कोई विज्ञापन नहीं दिया जाता है जिसके चलते मध्य प्रदेश के कई न्यूज़ पोर्टल आर्थिक बदहाली की वजह से बंद होने की कगार पर चल रहे हैं। न्यूज़ पोर्टल संचालक पत्रकारों की मध्यप्रदेश में जनसंपर्क विभाग लगातार अवहेलना करता हुआ नजर आ रहा है, इसका ताजा उदाहरण उज्जैन जनसंपर्क विभाग में पिछले दिनों दिखा, प्रधानमंत्री के महाकाल लोक लोकार्पण के पश्चात होने वाली आमसभा के समय पत्रकारों को कवरेज करने के लिए परिचय पत्र जारी किया जाना था, लेकिन उज्जैन जनसंपर्क विभाग ने इस मौके पर जमकर मनमानी की और न्यूज़ पोर्टल के पत्रकारों को पत्र परिचय पत्र जारी करने से साफ इनकार कर दिया मनमानी का आलम यह रहा कि आर एन आई नंबर से सुसज्जित साप्ताहिक समाचार पत्रों के संपादकों को भी प्रधानमंत्री की आम सभा को कवरेज करने के लिए परिचय पत्र जारी करने से इंकार कर दिया गया जबकि गैर पत्रकारों को अपने बाहुबली अंदाज के कारण से उज्जैन जनसंपर्क विभाग ने प्रधानमंत्री की सभा के लिए परिचय पत्र जारी किए, इससे स्पष्ट है कि प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान के सोशल मीडिया के महत्व और उसके लिए जनसंपर्क विभाग को दिए अपने फरमान में, और जनसंपर्क विभाग द्वारा सोशल मीडिया के साथ किए जा रहे व्यवहार में कितना अंतर है।
बहर हाल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया के महत्व को जनसंपर्क विभाग एवं अन्य प्रशासनिक विभागों को स्पष्ट किया है अब देखना यह है कि जनसंपर्क विभाग सोशल मीडिया न्यूज़ पोर्टल को आधिकारिक रूप से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं प्रिंट मीडिया की तरह मान्यता देकर उसका वास्तविक अधिकार एवं हक देंगे?, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सार्वजनिक मंच से सोशल मीडिया के महत्व एवं अहमियत को बताया है।


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