जनसंपर्क ने भी कॉपी पेस्ट का तरीका अपनाया
एक संगठन के मैसेज को जनसंपर्क के अधिकारीक पीआरओ व्हाट्सएप ग्रुप में कॉपी पेस्ट किया
उज्जैन, एक पत्रकार संगठन के मैसेज को जनसंपर्क के अधिकारी एवं कर्मचारी द्वारा जनसंपर्क की अधिकारिक पी आरओ व्हाट्सएप ग्रुप में कॉपी पेस्ट किया गया, इससे जनसंपर्क के अधिकारी एवं कर्मचारियों की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लग गया है।
जनसंपर्क के पीआरओ व्हाट्सएप ग्रुप जोकि पत्रकारों को शासन प्रशासन की अधिकारीक सूचनाएं प्रदान करने के उद्देश्य से बनाया गया है , लेकिन आलम यह है कि जनसंपर्क के अधिकारी एवं कर्मचारी एक पत्रकार संगठन द्वारा डाली गई प्रेस वार्ता की सूचना को जनसंपर्क के कर्मचारी द्वारा जनसंपर्क के अधिकारीक व्हाट्सएप ग्रुप में कॉपी पेस्ट किया गया, जनसंपर्क अधिकारी एवं कर्मचारी द्वारा एक संगठन के द्वारा जारी किया गया मैसेज शासन के अधिकारी जनसंपर्क ग्रुप में जारी करना जनसंपर्क अधिकारियों कर्मचारियों की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहा है,
दरअसल उज्जैन के कुछ डॉक्टरों द्वारा 15 अक्टूबर को हार्ड अटैक संबंधी जानकारी के प्राथमिक उपायों को बताने के लिए एक पत्रकार संगठन के सभा ग्रह में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया था, जनसंपर्क के एक कर्मचारी ने जनसंपर्क के आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप में जारी कर दिया, बता दें कि उज्जैन में पत्रकारों के कई संगठन हैं किसी भी प्रकार संगठन द्वारा जारी की गई पत्रकार वार्ता की सूचना को जनसंपर्क के आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप में डाला जाना , जनसंपर्क के कर्मचारियों की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा है।
जनसंपर्क अधिकारीक व्हाट्सएप ग्रुप, जिसमें सिर्फ शासन प्रशासन द्वारा आधिकारिक रूप से जारी किए हुए समाचारों को जारी किया जाता है ,उसमें उज्जैन के कुछ डॉक्टरों द्वारा आयोजित निजी पत्रकार वार्ता को कॉपी पेस्ट कर दिया, <span;>ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या शासन में जनसंपर्क के अधिकारियों और कर्मचारियों को दूसरे के मैसेज को कॉपी पेस्ट करने के लिए रखा है?
बहरहाल शासन प्रशासन को जनसंपर्क के अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यशैली को संज्ञान में लेना आवश्यक है ताकि शासन प्रशासन के आधिकारिक जनसंपर्क विभाग की छवि धूमिल ना हो।
