
खाया पिया कुछ नहीं और गिलास फोड़े बारह आना
बेज़ा रहा सोनू निगम और कैलाश खेर को बुलाना
उज्जैन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ,श्री महाकाल लोक के लोकार्पण के पश्चात कार्तिक मेला ग्राउंड में आमसभा को संबोधित करने पहुंचे, उनके संबोधन से पूर्व पार्श्वगायक कैलाश खेर ने महाकाल लोक का एल्बम सॉन्ग गाया जिसमें बमुश्किल 3 से 5 मिनट का समय लिया उसके बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आम सभा को संबोधित किया ,तत्पश्चात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब 25 मिनट आम सभा को संबोधित किया, उसके तुरंत बाद आम सभा स्थल लगभग खाली हो चुका था ,कैलाश खेर ने मंच से लोगों को गीत सुना कर लोगों का मनोरंजन करने का अलाउंस भी किया लेकिन जनता लगभग 6 घंटे से सभा स्थल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इंतजार कर रही थी और उन्हें सुनने के बाद जनता ने तुरंत कार्यक्रम स्थल को खाली कर दिया जबकि कैलाश खेर सभा स्थल पर लगभग 4 बजे पहुंच चुके थे और लगभग 3:30 घंटे कैलाश खेर ने सभा स्थल के कैंप में बैठ कर गुजार दिए ,अगर शासन प्रशासन उनके कार्यक्रम को 5:00 बजे भी शुरू कराते तब प्रधानमंत्री के आने से पहले लगभग 2 घंटे कैलाश खेर के गायन का लुफ्त जनता उठा पाती, इससे स्पष्ट है कि शासन प्रशासन के द्वारा बनाई गई कार्यक्रम की नीति पूरी तरह कैलाश खेर के लिए विफल रही।
इससे पहले पानी की संभावनाओं को देखते हुए सोनू निगम के कार्यक्रम को दशहरा मैदान से बदलकर कालिदास अकादमी किया जिसके चलते छोटी जगह एवम ऐन वक्त पर विक्रमादित्य शोध पीठ एवं प्रशासन के द्वारा कार्यक्रम में वीआईपी पास लागू करने से शहर की जनता मायूस होकर लोट गई थी और सोनू निगम ने वीआईपी पास धारी एवं नेता नगरी का मनोरंजन किया।
बहर हाल इन दोनों पार्श्व गायकों के कार्यक्रम में शासन प्रशासन के नुमाइंदों द्वारा गलत नीति निर्धारण के चलते लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी दोनों ही पार्श्वगायक उज्जैन की जनता का मनोरंजन नहीं कर पाए, ऐसे में प्रशासन ने इस कहावत को सार्थक कर दिया कि ” खाया पिया कुछ नहीं और गिलास फोड़े बारह आना”।
