
महाकालेश्वर मंदिर क्षेत्र हो रहा है अब असुरक्षित, श्रद्धालुओं और मंदिर सुरक्षा पर लगा प्रश्नचिन्ह
महाकाल मंदिर के पास हार फूल व्यवसाई पर हमला
महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा सीआईएसएफ के जिम्मे करना आवश्यक
उज्जैन, ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर सुरक्षा को लेकर एक बार फिर प्रश्नचिन्ह लग गया है, पिछले 1 हफ्ते में महाकालेश्वर मंदिर के आसपास के क्षेत्र में यह दूसरी घटना है , महाकालेश्वर मंदिर के पास मंगलवार शाम बड़ा गणेश मंदिर के पास फूलों की दुकान चलाने वाले गुदरी चौराहा निवासी नानूराम कहार पर दो लोगों ने हमला कर दिया ,खूब संघर्ष हुआ, नानूराम के गले पर ब्लेड मार दी गई,वह एक निजी अस्पताल में भर्ती है,आरोपियों की पहचान भूपेंद्र और राजू के रूप में की गई है, इससे पहले 2 दिन पूर्व ही महाकालेश्वर मंदिर के पास बेगमबाग क्षेत्र में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के साथ चाकूबाजी की घटना हुई थी, एक हफ्ते में यह दूसरी घटना है , महाकालेश्वर मंदिर के आसपास हो रही इन घटनाओं ने महाकालेश्वर मंदिर पर महाकाल के दर्शन करने आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है , महाकालेश्वर मंदिर के इर्द-गिर्द हो रही लगातार इन घटनाओं के चलते मंदिर की छवि को नुकसान पहुंच रहा है ऐसे में एक बार फिर यह मांग उठ रही है कि महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा को सीआईएसएफ के जुम्मे कर देना चाहिए ताकि ना सिर्फ मंदिर की सुरक्षा पुख्ता हो सके बल्कि मंदिर के आसपास के क्षेत्र मैं भी असामाजिक तत्वों द्वारा इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने से रोका जा सके।
महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर प्रशासन एवं उज्जैन प्रशासन को इस विषय को गंभीरता से लिया जाना चाहिए, इस प्रकार की घटनाओं के चलते महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा सीआईएसएफ (CISF) को देने पर निर्णय लिया जाना चाहिए।
इससे पहले उत्तरप्रदेश के कुख्यात बादमाश विकास दुबे के यहां पकड़े जाने एवं राजनेता द्वारा मंदिर परिसर में पिस्टल लेकर जाने पर पूरे मंदिर परिसर की सुरक्षा को लेकर प्रश्न चिन्ह लग गया था, इसके बाद सांसद अनिल फिरोजिया ने केंद्र को पत्र लिखा था, उसमें आम जनता की सुरक्षा की मांग की गयी थी,इस पर तत्कालीन कलेक्टर ने भी संज्ञान लिया था और CISF को एक पत्र लिखा था, उन्हीं की गुजारिश पर सीआईएसएफ की टीम यहां आयी थी और सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया था ।
गौरतलब है कि महाकाल मंदिर क्षेत्र में हो रही इस प्रकार की घटनाओं का सीधा असर श्रद्धालुओं पर पड़ता है,मंदिर के आसपास सुरक्षित माहौल होना चाहिए, इसलिए यहां के नेताओं और अफसरों ने केंद्र को पत्र लिखा था, उसके बाद अब यहां CISF की टीम आयी थी उसने मंदिर और आस पास के क्षेत्र का निरीक्षण किया था और इसकी रिपोर्ट शासन को सौंपने के बाद महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा सीआरपीएफ को देने की बात कही जा रही थी। महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा अभी भी प्राइवेट एजेंसी के निहत्थे सुरक्षा गार्डों के हाथ में है। मौजूदा समय में महाकालेश्वर मंदिर के आसपास के क्षेत्र में निर्माण कार्य चल रहे हैं और मंदिर का परिसर पूरी तरह से असुरक्षित हो चला है
स्वस्तिक पीठाधीश्वर परमहंस डॉ अवधेश पुरी महाराज ने महाकालेश्वर मंदिर की एवं जहां लाखों श्रद्धालु रोज बाबा महाकाल के दर्शन करते हैं महाकालेश्वर मंदिर प्रशासन को मंदिर की सुरक्षा के विषय में संज्ञान लेकर शासन से मंदिर की सुरक्षा सुरक्षा उपकरणों से लैस एसएफ (CISF) को सौंपी जानी चाहिए ताकि महाकालेश्वर मंदिर एवं यहां आने वाले लाखों श्रद्धालु सुरक्षित हों और भविष्य में महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम हो सके।
