निगम के अधिकारियों ने” जिंदगी” को बनाया मजाक 

0 minutes, 0 seconds Read
Spread the love

निगम के अधिकारियों ने जिंदगी को बनाया मजाक, गंदे और हरे पानी ने ली बच्चे की जान
क्या नगर निगम के गैर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई होगी

उज्जैन, नगर निगम के नवनिर्मित स्विमिंग पूल में तनवीर नाम के मासूम बच्चे की डूबने से मौत हो गई तनवीर की मौत में नगर निगम की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं तनवीर के परिवार जनों ने आरोप लगाया है कि नगर निगम के स्विमिंग पूल में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे और नगर निगम के कर्मचारी मूकदर्शक बनकर तनवीर के डूबने का तमाशा देखते रहे नगर निगम के कर्मचारियों के अनुसार उन्हें लगा कि तनवीर मजाक कर रहा है और तनवीर की मौत एक मजाक बन कर रह गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार तनवीर स्विमिंग पूल के एक सिरे से दूसरे सिरे की ओर जा रहा था तभी अचानक गहरा पानी होने की वजह से तनवीर डूबने लगा तभी तनवीर के साथी ने स्विमिंग पूल से बाहर निकल कर पाइप लाकर तनवीर की जान बचाने की कोशिश की लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी लेकिन इतना सब होने के बाद भी बजाए तनवीर की जान बचाने के लिए उसे अस्पताल ले जाने की बजाए नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा बच्चों को स्विमिंग पूल मैं लॉक लगाकर चले गए और पूरे स्विमिंग पूल में बच्चे अकेले करीब डेढ़ घंटा घिरे रहे, इन बच्चों की सुध लेने वाला डेढ़ घंटे तक नगर निगम का कोई अधिकारी और कर्मचारी नहीं आया और नाही बच्चों के परिजन को सूचना दी गई बच्चे पीछे के रास्ते अपनी जान बचाकर स्विमिंग पूल से बाहर निकले ऐसे में सवाल यह उठता है कि नगर निगम के इतने गैर जिम्मेदाराना अधिकारियों और कर्मचारियों पर नगर निगम के आला अधिकारी कार्यवाही करने से क्यों हिचक रहे हैं बच्चों के परिजन इस मामले की जांच कराने की मांग कर रहे हैं उनके अनुसार तनवीर की जान पुख्ता सुरक्षा के इंतजाम ना होने की वजह से एवं समय पर नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा बच्चे की जान बचाने के आवश्यक उपाय न किए जाने के कारण तनवीर की जान गई है ऐसे में तनवीर की मौत को मजाक बनाने वाले कर्मचारियों का कार्रवाई की जानी चाहिए।
आपको बता दें कि नगर निगम का स्विमिंग पूल लापरवाही का अड्डा कई समय से बन रहा था ,पूरे स्विमिंग पुल का पानी गंदगी से सराबोर था, आलम यह है कि पूरे स्विमिंग पुल का पानी हरा हो चुका है जिसमें स्विमिंग पूल की तह में किसी के डूब जाने पर दिखाई देने की स्थिति भी नहीं थी ,सौ सौ पचास पचास रुपए देकर कोई भी नगर निगम के स्विमिंग पूल में प्रवेश पा रहा था जब इसकी शिकायत स्विमिंग पूल के जिम्मेदार अधिकारी को की गई तब शिकायत करता की स्विमिंग पूल के जिम्मेदार अधिकारी से काफी बहस भी हुई थी लोगों ने शिकायत की थी की नगर निगम के स्विमिंग पूल में परफेक्ट ट्रेनर नहीं है ऐसे में किसी के भी डूब जाने का खतरा बना रहता है लेकिन नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों ने इस गंभीर बात को अनसुना कर दिया जिसका नतीजा आज सबके सामने है।
तनवीर के डूब जाने के बाद मीडिया सहित कई लोगों ने नगर निगम के आला अधिकारियों एवं कर्मचारियों से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन नगर निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने फोन उठाना ही बंद कर दिया।
बहर हाल नगर निगम के स्विमिंग पूल में तनवीर से डूब जाने की वजह से मौत हो गई देखना यह है कि क्या इस मामले की पूरी तह तक सच्चाई जानने के लिए जांच होगी और जिम्मेदार नगर निगम अधिकारियों और कर्मचारियों पर उनकी गैर जिम्मेदाराना कार्यशैली के चलते कार्रवाई होगी या नहीं, या फिर किसी और तनवीर की जान पर बन आने का इंतजार करेगी।


Spread the love

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *