
परमिट गया तेल लेने
उज्जैन,नगर निगम उज्जैन की सिटी बस का परमिट कहां का है और सिटी बस चल कहां रही है, इससे ना तो नगर निगम के अधिकारियों को और नाही आरटीओ को कोई सरोकार है ।
जहां एक और आरटीओ द्वारा स्कूल बसों मेँ जीपीएस ,सीसीटीवी कैमरा आदि की बारीकियों से जांच करके उन पर चालानी कार्रवाई की जा रही है, कई स्कूल बसों को नियमों की अवहेलना के चलते आरटीओ में खड़ा कर लिया गया है ,ऐसे में नगर निगम की सिटी बसें जो दिन-प्रतिदिन बेलगाम होती जा रही है और जिसमें कई अनियमितताएं रोजाना सामने आ रही है,उनपर कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही, हाल ही में सिटी बस का उपयोग बारात के लिए किया गया था, जिसमें नगर निगम द्वारा सिटी बस संचालक को नोटिस जारी किया गया, अभी उस मामले को कुछ दिन ही बीते हैं, वहीं सिटी बस में हो रही घोर अनियमितता का एक और मामला सामने आया है ,जिसमें सिटी बस क्रमांक mp13 p0793 जिसका परमिट उज्जैन से तराना है ,वह सिटी बस शनिचरी अमावस्या के दिन इंदौर रोड स्थित त्रिवेणी शनि मंदिर से लेकर नानाखेड़ा के बीच चली।

ऐसे में सवाल यह उठता है कि जहां आरटीओ द्वारा स्कूल बसों पर अनियमितताओं के चलते कार्रवाई की जा रही है, तब सिटी बसों में हो रही खुलेआम तमाम अनियमितताओं के बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है।
सवाल यह भी है कि नगर निगम द्वारा सिटी बस संचालक से सिटी बस संचालन के अनुबंध के आधार पर बस के परमिट के नियम के अनुसार बस चल रही है या नहीं ,नगर निगम के अधिकारियों को इससे कोई सरोकार नहीं है, ऐसा इसलिए है कि नगर निगम की सिटी बसें किस रूट पर चल रही है यह सिटी बस में लगे जीपीएस सिस्टम एवं सीसीटीवी कैमरा की मदद से स्पष्ट हो सकता है लेकिन सिटी बसें अपने परमिट को धता बताकर अन्य रूटों पर चल रही है इससे स्पष्ट होता है कि या तो जीपीएस सिस्टम सिटी बसों में लगा नहीं है और लगा है तो चल नहीं रहा है और जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता का फायदा उठाकर सिटी बस का संचालन मनमाने रूप में किया जा रहा है, इससे नगर निगम के अधिकारियों की गैर जिम्मेदाराना कार्यशैली स्पष्ट दिख रही है।
मामले की जानकारी उज्जैन आरटीओ संतोष मालवीय को दी गई तब उन्होंने वीडियो एवं फोटो के आधार पर कार्रवाई करने की बात कही है।
बहरहाल अब देखना यह है कि नगर निगम के आला अधिकारी सिटी बसों में हो रही घोर अनियमितता के लिए क्या कार्रवाई करते हैं।
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