उज्जैन,402 करोड़ रुपये का भूमिगत सीवरेज पाइपलाइन प्रोजेक्ट जून-2022 तक पूरा करने की बात हो रही है लेकिन काम पूरा होता मुश्किल दिख रहा है,कलेक्टर आशीष सिंह, एवम नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के प्रमुख सचिव मनीष सिंह ने हर हाल में प्रोजेक्ट गुणवत्ता के साथ जून-2022 तक पूरा करने के निर्देश टाटा प्रोजेक्ट्स कंपनी को दिए, प्रोजेक्ट की मौजूदा चाल धीमी होना और काम को गति देने के लिए संसाधन बढ़ाने जैसे कोई ठोस उपाय न करना ,प्रमुख कारण हैं।
बावजूद इसके टाटा कंपनी द्वारा शहर में कई स्थानों पर निम्न स्तर का कार्य किया जा रहा है जहां सीवरेज लाइन के चेंबर में सीमेंट के पाइप लगाने चाहिए वहां ईट और निम्न स्तर के मटेरियल के साथ चेम्बरों का निर्माण किया जा रहा है।
ऋषि नगर क्षेत्र के पूर्व पार्षद संतोष व्यास जानकारी देते हुए बताया कि टाटा कंपनी के सीवरेज का कार्य ऋषि नगर में क्षेत्र में भी किया जा रहा है और क्षेत्र मैं टाटा कंपनी द्वारा निम्न स्तर के कार्य की सूचना मुझे मिली जिसके बाद मौका मुआयना करने पर टाटा कंपनी द्वारा निर्णय स्तर का कार्य किया जाना पाया गया जहां चेंबर में सीमेंट के पाइप लगाना चाहिए वहां कंपनी ईंट और निम्न स्तर के मटेरियल से चेंबर के निर्माण कार्य कर रही थी जिसकी शिकायत कमिश्नर को की गई है और क्षेत्र में टाटा कंपनी द्वारा किसी भी प्रकार के निम्न स्तर के कार्य को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
नगर निगम के अधिकारी के मुताबिक मामले की जानकारी उन्हें मिली है और कार्य को अभी रोक दिया गया है लेकिन टाटा कंपनी के प्रोजेक्ट में सीमेंट के पाइप के अलावा ईंट से बने चेंबर का निर्माण कार्य किया जाना भी शामिल है क्षेत्र के पूर्व पार्षद द्वारा घटिया मटेरियल की शिकायत मिली है मामले की जांच की जा रही है।
टाटा कंपनी अधिकारी सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि टेंडर के दस्तावेजों में चेंबर को ईट से बनाने का ही उल्लेख है लेकिन समय की बचत के चलते कई जगह सीमेंट के पाइप लगाया हैं ईंट के चेंबर को बनाने में अधिक समय लगता है जिसके चलते हमने सीमेंट के चेंबर लगाए हैं जबकि टेंडर में सीमेंट के पाइप का उल्लेख नहीं है ऋषि नगर क्षेत्र में ईंट के चेंबर बनाने मैं यूज किए हुए मटेरियल की शिकायत मिली है जिसकी जांच की जा रही है।
नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता टाटा कंपनी के कार्य को लेकर बेहद सख्त रवैया अपनाए हुए हैं और समय सीमा में काम न करने, पाइपलाइन बिछाने को खोदी सड़कों का रेस्टोरेशन वर्क ठीक से न करने पर नगर निगम ने ठेकेदार फर्म टाटा प्रोजेक्ट्स कंपनी पर जून-2021 से 50 हजार रुपये प्रतिदिन का जुर्माना लगाया है, तकरीबन 5 करोड़ रुपये का बिल भुगतान होने से रोका है।
बहर हाल सीवरेज लाइन का कार्य 2022 जून तक पूरा होता हुआ नहीं दिख रहा है और कंपनी द्वारा किए जा रहे निम्न स्तर के कार्य को निगम के अधिकारी देख कर भी अनदेखा कर रहे हैं चूंकि उज्जैन के समस्त वार्डों में चुने हुए जनप्रतिनिधि नहीं है ऐसे में उत्तर दक्षिण के जनप्रतिनिधियों की उदासीनता स्पष्ट नजर आ रही है।
