सन्तों ने कहाकि कश्मीर में न सिर्फ कश्मीरी पंडितों को बसाया जाएगा बल्कि साधु संतों के आश्रम एवं अखाड़ों की स्थापना भी की जाएगी
उज्जैन, शहीद दिवस के अवसर पर विश्व हिंदू परिषद , बजरंग दल द्वारा भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद शहीद पार्क से शांति स्वरूपानंद जी महाराज महानमंडलेश्वर चारधाम, स्वस्तिक पीठाधीश्वर परमहंस डॉ अवधेश पुरी जी महाराज, मां हेमलता दीदी, प्रपन्नाचार्य जी एवम कई क्रांतिकारी संतों के नेतृत्व में मालवा प्रांत संयोजक महेश आंजना के साथ नानाखेड़ा स्थित मल्टीप्लेक्स में 300 से भी अधिक कार्यकर्ताओ के साथ द कश्मीर फाइल्स का शो देखा गया।
कार्यक्रम व्यस्थापक राजेश आंजना ने जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम में सभी कार्यकर्ता शहीद पार्क पर एकत्र होकर सभी कार्यकर्ता एक रैली के रूप में मॉल पहुंचे और विनोद जी शर्मा प्रांत सहमंत्री, महेश जी तिवारी विभाग मंत्री, अशोक जैन चायवाला जिला अध्यक्ष, मनीष जी रावल जिला मंत्री, नारायण सिंह जी जिला उपाध्यक्ष, अंकित चौबे जिला संयोजक, योगेश कर्णावत, अंतिम रोकड़े, सागर गुजराती, मेहरबान वर्मा, जसवंत सिंह आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।

इस आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए महेश आंजना ने बताया कि आज के युवाओं को अपने इतिहास के बारे में जानना बहुत जरूरी हैं। ताकि वो अपने देश में चल रही विभिन्न देश विरोधी गतिविधियों के बारे में जागृत हो सके। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल भविष्य में भी हिंदू समाज की रक्षा और जागृति के लिए प्रयासरत रहेगा।
द कश्मीर फाइल्स देखने के बाद संत समुदाय भी कश्मीर पंडितों पर हुए अत्याचार को देख कर अत्यंत भावुक हुए।
संत समुदाय ने कार्यक्रम के पश्चात मिडिया के माध्यम से सम्पूर्ण हिंदू समाज को जाति और मत का भेदभाव छोड़कर सभी को राष्ट्रहित में एक साथ संगठित होने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने कश्मीर पंडितों को सम्मान पुनर्स्थापित करने की मांग की, संतो ने कहा कि कश्मीर संतो की भूमि रही है शंकराचार्य एवं कश्यप ऋषि ने वहां तपस्या की तभी से उसका नाम कश्मीर पड़ा है , भारत सरकार के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की पहल पर कश्मीर से धारा 370 हटा कर एक ऐतिहासिक काम किया है जिसके चलते अब कश्मीर में न सिर्फ कश्मीरी पंडितों को बसाने का कार्य किया जाएगा बल्कि साधु-संतों के आश्रम एवं अखाड़ों की स्थापना भी की जाएगी।
