
महाकालेश्वर मंदिर एवं लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर लगा प्रश्नचिन्ह
महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं और सुरक्षा गार्ड के बीच चले लात घूंसे
उज्जैन, ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर सुरक्षा को लेकर एक बार फिर प्रश्नचिन्ह लग गया है महाकालेश्वर मंदिर के गेट नंबर 5 पर सुरक्षा गार्ड एवं श्रद्धालुओं के बीच विवाद हुआ और नौबत मारपीट तक पहुंच गई महाकालेश्वर मंदिर में तैनात प्राइवेट सुरक्षा कंपनी के गार्ड और श्रद्धालुओं के बीच मंदिर में प्रवेश के लिए आए दिन विवाद होते हैं महाकालेश्वर मंदिर प्रशासन एवं सुरक्षा कंपनी इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं लेकिन मंदिर में आए दिन श्रद्धालुओं के साथ अभद्रता एवं दुर्व्यवहार के चलते मंदिर की छवि को नुकसान पहुंच रहा है ऐसे में एक बार फिर यह मांग उठ रही है कि महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा को सीआईएसएफ के जुम्मे कर देना चाहिए ताकि मंदिर में इस तरह के विवादों परपूर्णविराम लग सके एवं मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था भी पुख्ता हो सके।
महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर प्रशासन द्वारा इस विषय को गंभीरता से लिया जा रहा है इस घटना के चलते महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा सीआईएसएफ (CISF) को देने की मांग एक बार फिर हो रही है, इससे पहले उत्तरप्रदेश के कुख्यात बादमाश विकास दुबे के यहां पकड़े जाने एवं राजनेता द्वारा मंदिर परिसर में पिस्टल लेकर जाने पर पूरे मंदिर परिसर की सुरक्षा को लेकर प्रश्न चिन्ह लग गया था इसके बाद सांसद अनिल फिरोजिया ने केंद्र को पत्र लिखा था, उसमें आम जनता की सुरक्षा की मांग की गयी थी,इस पर तत्कालीन कलेक्टर ने भी संज्ञान लिया था और CISF को एक पत्र लिखा था, उन्हीं की गुजारिश पर सीआईएसएफ की टीम यहां आयी थी और सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया था ।
गौरतलब है कि महाकाल मंदिर क्षेत्र में कुछ समय पूर्व में हत्या, चोरी, लूट, पत्थरबाजी जैसी घटनाएं हुई थी इसका सीधा असर श्रद्धालुओं पर पड़ता है,मंदिर के आसपास सुरक्षित माहौल होना चाहिए, इसलिए यहां के नेताओं और अफसरों ने केंद्र को पत्र लिखा था, उसके बाद अब यहां CISF की टीम आयी थी उसने मंदिर और आस पास के क्षेत्र का निरीक्षण किया था और इसकी रिपोर्ट शासन को सौंपने के बाद महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा सीआरपीएफ को देने की बात कही जा रही थी लेकिन 1 साल के बाद भी महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा अभी भी प्राइवेट एजेंसी के निहत्थे सुरक्षा गार्डों के हाथ में है। मौजूदा समय में महाकालेश्वर मंदिर के आसपास के क्षेत्र में निर्माण कार्य चल रहे हैं और मंदिर का परिसर पूरी तरह से असुरक्षित हो चला है
स्वस्तिक पीठाधीश्वर परमहंस डॉ अवधेश पुरी महाराज ने महाकालेश्वर मंदिर की एवं जहां लाखों श्रद्धालु रोज बाबा महाकाल के दर्शन करते हैं महाकालेश्वर मंदिर प्रशासन को मंदिर की सुरक्षा के विषय में संज्ञान लेकर शासन से मंदिर की सुरक्षा सुरक्षा उपकरणों से लैस सीआईएसएफ (CISF) को सौंपी जानी चाहिए ताकि महाकालेश्वर मंदिर एवं यहां आने वाले लाखों श्रद्धालु सुरक्षित हो और भविष्य में महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा को लेकर का इंतजाम हो सके।
