उज्जैन नगर निगम अधिकारियों की गैर जिम्मेदाराना कार्यशैली का खामियाजा भुगत रही है उज्जैन की जनता, निगम के आला अधिकारी बने मुख दर्शक
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[review]महिला दिवस पर उज्जैन की महिलाएं इस सुविधा से रह जाएगी वंचितकल महिला दिवस पर महिलाएं ,इंदौर सिटी बसों और आई बसों में मुफ्त कर सकेंगी यात्राउज्जैन निगम कमिश्नर अंशुल गुप्ता ने महिला दिवस पर महिलाओं के लिए सिटी बस निःशुल्क कियाउज्जैन, इंदौर निगम आयुक्त ने बताया कि कल 8 मार्च को महिला दिवस के मौके पर शहर में चलने वाली सभी सिटी बसों और आई बसों में महिलाओं को टिकट लेने की जरूरत नहीं है,कल 1 दिन के लिए सभी महिलाओं की यात्रा मुफ्त रहेगी, उन्होंने कहा कि महिला दिवस पर महिलाओं को अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड द्वारा यह सौगात दी जा रही है।8 मार्च को महिला दिवस के मौके पर उज्जैन से 50 किलोमीटर दूर स्मार्ट सिटी इंदौर के नगर निगम द्वारा महिलाओं को सिटी बस में मुफ्त सफर करने की सौगात दी गई है तो वहीं उज्जैन की महिलाएं महिला दिवस के मौके पर इस सौगात से वंचित रह जाएगी ऐसा इसलिए है क्योंकि उज्जैन नगर निगम के अधिकारियों की गैर जिम्मेदाराना कार्यशैली के चलते सिटी बस के मामले में उज्जैन नगर निगम का उज्जैन की जनता के सामने मजाक बनकर रह गया है आलम यह है कि जहां एक समय पर उज्जैन नगर निगम के पास 89 सिटी बस हुआ करती थी और पूरे उज्जैन के चप्पे-चप्पे मैं रहने वाले शहर वासियों को एक ही स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया करती थी वहां अब हालात दिया है कि पूरे उज्जैन में सिर्फ एक सिटी बस चलायमान है वह भी सिर्फ 2 किलोमीटर की दूरी में, देवास गेट से लेकर नानाखेड़ा बस स्टैंड तक।जैसा कि पूरे उज्जैन की जनता को ज्ञात है कि नगर निगम के अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत के चलते निगम की 89 सिटी बसों को भंगार कर दिया गया है 89 बसों में से सीएनजी से चलने वाली 50 सिटी बसें निगम के अधिकारियों द्वारा यह कहकर भंगार कर दिया गया की बसों के पार्ट्स कंपनी द्वारा उपलब्ध नहीं किए जा रहे हैं जबकि कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक वास्तविकता यह है कि कंपनी को बसों की कीमत का भुगतान नगर निगम द्वारा नहीं किए जाने पर कंपनी द्वारा बसों के पार्ट्स उज्जैन नगर निगम को नहीं दिए जा रहे हैं बाकी की 39 सिटी बसों की भी हालत बद से बदतर हो चुकी है आलम यह है कि सिटी बसों में से कई पुर्जे जैसे बैटरी टायर आदि गायब हो चुके हैं लेकिन नगर निगम के इन अधिकारियों पर निगम के आला अधिकारी कार्रवाई को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं।दरअसल नगर निगम में कई अधिकारी कई वर्षों से एक ही जगह काम कर रहा है ऐसे में कई राजनीतिक बाहुबलियों की सरपरस्ती इन अधिकारियों को हासिल है जिसके चलते नगर निगम के आला अधिकारी इन अधिकारियों पर कार्रवाई करने को लेकर परहेज करते नजर आते हैं।बहर हाल महिला दिवस पर इंदौर निगम कमिश्नर द्वारा इंदौर की महिलाओं के लिए एयर कंडीशनर एवं अन्य सिटी बसों में निशुल्क यात्रा करने की सौगात दी गई है लेकिन यह उज्जैन की महिलाओं का दुर्भाग्य ही है की उज्जैन नगर निगम के पास महिला दिवस पर उज्जैन की महिलाओं के निशुल्क सफर करने के लिए सिटी बस ही नहीं है ऐसे में देखना यह है कि उज्जैन की जनता को सिटी बस की सुविधा से वंचित करने वाले एवं करोड़ों रुपए की सिटी बसों को भंगार करने वाले नगर निगम के अधिकारियों पर कार्यवाही कब और कौन करेगा।
बहरहाल उज्जैन निगम कमिश्नर अंशुल गुप्ता ने महिला दिवस पर उज्जैन में भी सिटी बस में एक दिन का सफर निःशुल्क कर दिया है, लेकिन सवाल यह है कि उज्जैन शहर में सिटी बस सिर्फ एक ही चल रही है वह भी देवास गेट से नाना खेड़ा तक।