
हिजाब के लिए बबाल जैसी समस्याओं का यही है समाधान डॉ अवधेशपुरी महाराज ने लिखा प्रधानमंत्री को पत्र उज्जैन,बाबा महाकाल की धार्मिक एवं ऐतिहासिक नगरी उज्जैन के क्रांतिकारी संत डॉ अवधेशपुरी महाराज ने प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी को पत्र लिखकर अनुरोध किया है , कि वर्तमान में देश में हिजाब को लेकर बबाल मचा हुआ है । आज हिजाब को लेकर शिक्षण संस्थानों पर दबाव बनाया जा रहा है तो निकट भविष्य में निश्चित रूप से पुलिस , आर्मी , नेवी एवं अन्य सरकारी नौकरियों में भी यह दबाव बनाया जाएगा । अतः हिजाब जैसी अनेक समस्याओं के समाधान के लिए तथा भारत जैसे लोकतांत्रिक गणराज्य में वर्ग आदि से ऊपर उठ कर पूरे देश में एक कानून लागू करने केलिए समान नागरिक संहिता ( यूनीफॉर्म सिविल कोड ) लागू करने का उचित समय है । जिस प्रकार देश ने धारा 370 हटाना , ट्रिपल तलाक , सर्जिकल स्ट्राइक एवं श्री राम मंदिर के निर्माण के उचित निर्णय की प्रशंसा करते हुए सहर्ष स्वीकार किया है तो समान नागरिक संहिता लागू करने के निर्णय को भी देशहर शिकार करने के लिए तैयार है । भारतीय संविधान का अनुच्छेद 44 राज्य को उचित समय आने पर सभी धर्मों के लिए समान नागरिक संहिता बनाने का निर्देश देता है । दिल्ली हाईकोर्ट भी समान नागरिक संहिता की वकालत करते हुए केंद्र को इसे लागू करने के लिए समुचित कदम उठाने के लिए कह चुका है । कोर्ट ने कहा था कि ” देश जाति , धर्म और समुदाय से ऊपर उठ रहा है ,ऐसे में समान नागरिक संहिता समय की मांग और जरूरत है । क्या होंगे लाभ ? न्यायपालिका पर पड़ रहा भार कम होगा । परिणामः देश में करीब एक करोड़ लंबित प्रकरणों को निराकरण में शीघ्रता आएगी । शादी , तलाक , सम्पत्ति व उत्तराधिकार में सबके लिए एक जैसा कानून होगा । सभी के लिए कानून में समानता आने से राष्ट्रीय एकता मजबूत होगी । कानूनों का सरलीकरण होगा तथा सभी नागरिकों पर समानता से लागू होंगे । सभी व्यक्तिगत कानून समान रूप से लागू होने पर नागरिकों को लैंगिक न्याय भी प्राप्त होगा । महिलाओं और धार्मिक अल्पसंख्यकों सहित संवेदनशील वर्गों को सामाजिक सुरक्षा प्राप्त होगी । धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत को बल मिलेगा ।

