कोरोना संक्रमण के चलते पूरा विश्व आर्थिक संकट से जूझ रहा है, भारत सरकार भी इस आर्थिक संकट से उबरने के लिए कई प्रयास कर रही है ,आर्थिक संकट से उबरने के लिए लोगों को रोजगार मुहैया कराना सरकार के लिए बड़ी चुनौती है ,एवं भारत की अर्थव्यवस्था को पुनः स्थापित करने में मजदूर वर्ग की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
भारत में कई राज्य है एवं कुछ राज्य आर्थिक रूप से सुदृढ एवं सक्षम है जहां के उद्योग विकास की चरम सीमा को छू रहे हैं एवं इस विकास के पीछे मजदूर वर्ग का महत्वपूर्ण योगदान है इन उद्योगों में कई दूसरे राज्यों से आए हुए प्रवासी मजदूर भी शामिल है, जो की बरसों से परिवार सहित वहां रहते हैं और उस राज्य के उद्योगों को विकास की गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
कोरोना संक्रमण के शुरुआती दौर में ही केंद्र सरकार ने भारत के सभी राज्यों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि प्रवासी मजदूरों को किसी भी राज्य से जाने की आवश्यकता नहीं है एवं उन प्रवासी मजदूरों के सुरक्षा ,स्वास्थ्य एवं भरण पोषण की संपूर्ण जिम्मेदारी उस राज्य की होगी, जिसके लिए सरकार द्वारा राज्यों को अतिरिक्त राहत राशी मोहिया कराई गई ,एवं गरीब वर्ग को राहत सामग्री एवं आर्थिक मदद भी पहुंचाई गई लेकिन दिल्ली ,महाराष्ट्र, पंजाब,राजस्थान, गुजरात सहित कई राज्यों से प्रवासी मजदूरों को अफवाह एवं एन केन प्रकारेण उनको सड़कों पर दर दर की ठोकर खाने के लिए मजबूर किया गया एवं उन्हें अपने गृह राज्य में जाने के लिए विवश किया गया जोकि ओछी मानसिकता को प्रदर्शित करता है एवं इंसानियत को दरकिनार करते हुए, स्वार्थी राजनीति से सराबोर दिखता है ,जानकारों की दृष्टि में इसे अवसरवादीता भी कहा जा रहा है।
लेकिन इस दौर में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने इंसानियत एवं मानवता की एक मिसाल पेश की है ,उन्होंने अपने राज्य के प्रवासी मजदूरों को कहा है , कि वह पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं एवं उन्हें कहीं और जाने की आवश्यकता नहीं है उनकी सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं भरण पोषण की समस्त जिम्मेदारी तेलंगाना सरकार की है ,प्रवासी मजदूर तेलंगाना परिवार का एक हिस्सा है उनका कहना है कि तेलंगाना की विकास यात्रा में प्रवासी मजदूरों का भी महत्वपूर्ण योगदान है एवं आगे भी आर्थिक रूप से पुनः सुदृढ बनाने में होगा ,जानकारों का कहना है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री का यह कदम सराहनीय है एवं भारत के हर राज्य के मुख्यमंत्रियों को इस कदम का अनुसरण करने की आवश्यकता है। क्योंकि यही प्रवासी मजदूर वर्ग महामारी के पश्चात उस राज्य की अर्थव्यवस्था को पुनः सुदृढ बनाने में इनका महत्वपूर्ण योगदान होगा, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के इस कदम से यह सिद्ध होता है कि राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं से कहीं ऊपर देशहित एवं मानवता है।
वीडियो news18 के सौजन्य से
