पालघर जो मुंबई से महज 87 किलोमीटर की दूरी पर है में गाँव बालों ने 2साधुओं महाराज कल्पवृक्षागिरि, सुशीलगिरि महाराज और उनके कार चालक निलेश तेलगाड़े की बेरहमी से पीट पीट कर हत्या कर दी . एक वायरल हो रहे वीडियो में भीड़ के वहशीपन का नंगा सच साफ साफ दिख रहा है कि बेकाबू और बेलगाम भीड़ ने किस तरह एक और दर्दनाक और निर्मम वारदात को अंजाम दिया ।
पूरे देश में समस्त सनातनी अखाड़ा के संतों ने इस घटना पर कड़े शब्दों में निंदा करते हुए आक्रोष प्रकट करते हुए केंद्र सरकार एवं महाराष्ट्र की राज्य सरकार को इस नृशंस एवं निर्मम हत्या करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की गई वहीं पूरे भारत में हिंदू समाज में भी इस घटना को लेकर आक्रोश व्याप्त है देश के कई राज्यों से इस घटना की हिंदूवादी संगठनों द्वारा कड़े शब्दों में निंदा की जा रही है एवं महाराष्ट्र पुलिस पर भी सवालिया निशान लगाया जा रहा है जिनकी मौजूदगी में संतों की हत्या की गई।
आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्य नंद गिरी जी महाराज मिर्ची बाबा ने भी इस घटना पर कड़ा विरोध जताते हुए घटना में संलिप्त लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की एवं इस घटना की सीबीआई जांच कराने की भी मांग की।
पालघर महाराष्ट्र में जूना अखाड़े के सन्तों की जघन्य हत्या को सनातन संस्कृति , हिन्दू धर्म एवं आद्य शंकराचार्य जी की पावन परम्परा पर हमला मानते हुए मैं इस हृदय विदारक घटना की घोर निन्दा करता हूँ । दिवंगत आत्माओं को विनम्र श्रद्धाञ्जलि अर्पित करता हूँ ।
परमहंस डॉ अवधेशपुरी महाराज, स्वस्तिक पीठ पूर्व महामंत्री अखाड़ा परिषद उज्जैन ने भी इस घटना पर कड़ा विरोध जताते हुए इस घटना की निंदा की एवं हत्यारों को कड़ीी से कड़ी सजा देने की मांग की उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार इस घटना को हल्के में ना ले सनातन धर्म एवं हिंदू धर्म कभी भी इस घटना को माफ नहीं करेगा ।
