Testing -कोरोना की बड़े पैनामे पर टेस्ट .
Tracing -कोरोना संक्रमितों की ट्रेसिंग .
Treatment- कोरोना पीड़ितों का ट्रीटमेंट .
Teamwork -कोरोना के खिलाफ टीम वर्क .
Tracking -ट्रैकिंग एंड मॉनिटरिंग .
5T प्लान में जांच से लेकर, इलाज, कोरोना संक्रमित से मिले लोगों की ट्रेस करने से लेकर निगरानी तक शामिल है,दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डॉक्टरों की टीम और विशेषज्ञों से चर्चा के बाद यह प्लान तैयार किया है, यह प्लान कोरोना वाइरस को खत्म करने में बहोत हद तक कारगर साबित हो सकता है, मुख्यमंत्री केजरीवाल का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम दिल्ली के किसी भी इलाके में जाकर कभी भी किसी की भी जांच करेगी।
यह प्लान पूरे देश मे लागू होना क्यों जरूरी है, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि लॉक डाउन के दौरान एक संक्रमित व्यक्ति 4 से 5 लोगों को संक्रमित कर सकता है, वहीं लॉक डाउन हटाने पर एक व्यक्ति 30 दिन में 400 से ज्यादा लोगों को संक्रमित कर सकता है,भारतीय मूल के चीन में डॉक्टर संजीव चौबे का कहना है कि कोरोना की पूरी साइकल को ब्रेक करने के लिए मिनिमम 60 दिनों का लॉक डाउन आवश्यक है,लॉक डाउन ओर 5T दोनों एक दूसरे के पूरक हैं, कुछ इसी नीति पर राजस्थान भीलवाड़ा में कार्य कर कोरोना संक्रमण पर काबू पाया जा सका है।
मोदी सरकार सभी राज्यों के मुख्यमंत्रीयों से रॉय मशवरा कर लॉक डाउन पर मंथन कर रही है, दिल्ली, राजस्थान, तेलंगाना सहित कई मुख्यमंत्री लॉक डाउन को ओर बढ़ाने की पैरवी कर रहे हैं, देश मे कई राज्यों में लगातार कोरोना संक्रमण के पाजेटिव मामले सामने आ रहे हैं, जिसे देखते हुए संभवतः सरकार लॉक डाउन को बढ़ा सकती है, जानकारों का मानना है कि लॉक डाउन के तब जब संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहें हैं, एकदम से हटाने के चलते विपरीत एवम संक्रमण के बढ़ने के गंभीर नतीजे भी आने की संभावना है, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि बिगड़ी हुई अर्थव्यवस्था को फिर से बनाया जा सकता है लेकिन किसी मृत व्यक्ति को पुनः जीवित करना संभव नहीं है ऐसे में मध्यप्रदेश में भी लाडालॉक डाउन के बढ़ने की संभावना है।
लॉक डाउन में 5T की सफलता संभव है, ऐसा इसलिए भी हैं कि लॉक डाउन में हर व्यक्ति घर ही मिलने के चलते संक्रमण के बढ़ने की संभावना कम होती हैं, एवम संक्रमण को एक सीमित एरिया में रोक कर उस पर काबू पाना संभव है,वहीं स्वास्थ्य विभाग को भी लॉक डाउन में शोसल डिस्टेंस को मेंटेन करते हुये काम करने और लोगों का परीक्षण करने में भी आसानी हो सकती है, लॉक डाउन के चलते पूरे देश में 5t प्लान के माध्यम से हर घर मैं प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य की जांच कर न सिर्फ संक्रमण का पता लगाया जा सकता है बल्कि संक्रमित व्यक्तियों को आसानी से खोज कर उनका उपचार किया जा सकता है लॉक डाउन के खुलने पर यह संभव नहीं है कोरोना वायरस के संक्रमण की कम समय में पहचान करने की भारत में निर्मित किट भी अब पर्याप्त मात्रा में भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग के पास उपलब्ध है।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन सहित दुनियां के कई देशों ने भारत के कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए उठाये कदमों की सराहना की जा रही है, बड़े क्षेत्रफल ,अधिक जनसंख्या, होने एवम कम संसाधन के बावजूद भारत सरकार को शुरुआती दौर में कोरोना संक्रमण को काबू में करने में काफ़ी सफलता मिली है, इसे देखते हुए स्वास्थ्य मामलों के जानकारों का मत है कि भारत अभी और लॉक डाउन बढ़ाकर पूरे देश मे 5T लागू करने से भारत से कोरोना संक्रमण को पूरी तरह खत्म किया जा सकता है।
बहरहाल 21 दिनों का लॉक डाउन 14 अप्रेल को पूर्ण होना है, अब देखना यह है कि मोदी सरकार इन परिस्थितियों को देखते हुए अगला क़दम क्या होगा उसके लिए थोड़ा इंतजार करना होगा।
