कार्यक्रम एक मार्च से 15 मार्च के बीच था और विदेशों से आए लोग यहां रुके हुए थे तबलीगी जमात का सेंटर होने के चलते देश ही नहीं, पूरी दुनिया से लोग यहां आते हैं। इसके बाद उन्हें अलग-अलग समूहों में विभिन्न शहरों और कस्बों में इस्लाम के प्रचार-प्रसार के लिए भेजा जाता है। हाल ही में यहां आयोजित एक कार्यक्रम में भारी संख्या में लोग जुटे थे,इस धार्मिक आयोजन में करीब 1900 से 2000 लोग शामिल हुए थे ।
मरकज से जुड़े मामले में साउथ-ईस्ट दिल्ली के डीसीपी आरपी मीणा का कहना है कि हमने कार्यक्रम को रद्द और भीड़ न एकत्रित करने को लेकर मरकज को 23 मार्च और 28 मार्च को नोटिस दिया था। डीसीपी ने बताया कि हमने उनसे आग्रह किया था कि इन दिनों कोरोना महामारी फैली है। लिहाजा, कार्यक्रम को रद्द कर दिया जाए। लेकिन, नोटिस देने के बावजूद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। साथ ही लॉकडाउन के आदेशों का भी उल्लंघन किया गया। उन्होंने कहा कि अब इस पूरे मामले में दिल्ली पुलिस कार्रवाई करेगी।
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का कहर जारी है। भारत में भी यह खतरनाक वायरस तेजी से फैलता जा रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए देश में 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया है। इसके बावजूद कोरोना पॉजिटिव के मामले बढ़ते जा रहे हैं। वहीं, दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के सेंटर यानी मरकज वाली घटना से हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि यहां कई लोग कोरोना संक्रमति पाए गए हैं।
वहीं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सरकार मरकज के मौलाना के खिलाफ FIR दर्ज कराएगी,वहीं केंद्र सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही हैं, मामले के अंतिम सिरे तक की जांच कर तथ्य सामने लाने की बात भी की जा रही हैं।
