कोरोना वायरस या कोविड-19 का संक्रमण आज विश्व में महामारी के रूप में मानव जीवन के लिए संकट बना हुआ है ,भारत ने भी इस संकट से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं ,भारत के प्रधानमंत्री ने जहां 21 दिन का पूरे देश में लॉक डाउन किया है ,वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इस वाइरस से लड़ने के लिए कई जरूरी कदम उठाए हैं, जिला स्तर पर जिलाधीश द्वारा शहर ,तहसील एवं ग्रामीण ब्लॉक स्तर पर कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है ,स्वास्थ्य विभाग की टीम शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे कर सर्दी ,खांसी ,बुखार से पीड़ित मरीजों एवं बाहर से आए लोगों के बारे में जानकारी एकत्रित कर रही है।
मध्य प्रदेश जन स्वास्थ्य रक्षक संगठन द्वारा डॉ पल्लवी जैन गोविल प्रमुख सचिव स्वास्थ्य सेवाएं को एक पत्र द्वारा निवेदन किया गया कि जन स्वास्थ्य रक्षकोंं का इस संकट की घडी मे ग्रामीण स्वास्थ्य अमले के साथ जन स्वास्थ्य रक्षको को सहयोगी दल बनाने के आदेश जारी करने के लिए अनुरोध किया गया।
सूत्रों से जानकारी है कि डॉ पल्लवी जैन गोविल प्रमुख सचिव स्वास्थ्य सेवाएं मध्य प्रदेश द्वारा समस्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मध्यप्रदेश कोरोना वाइरस से बचाव व तत्काल स्वास्थ्य सुविधा चिकित्सा दल मे जन स्वास्थ्य रक्षकों को सहयोगी सदस्य बनाने बावत आदेश जारी किया गया, जिसमें कहा गया कि कोरोना संकट को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश के ग्रामीण अंचलो मे स्वास्थ्य विभाग के मौजूदा स्वास्थ्य अमले मे जन स्वास्थ्य रक्षको को सहयोगी सदस्य बनाने हेतु संगठन ने किया है संगठन के आग्रह पर स्वीकृति प्रदान करते हुए समस्त CHMO को आदेशित किया जाता है कि वे अपने जिले मे इस व्यवस्था को तत्काल प्रभावी रूप मे लागू करें, इस प्रकार का लेटर भी सामने आया है ,उज्जैन सीएमएचओ अनुसूूया गवली से हमने जब इस संबंंध में बात की तो उन्होंने कहा की मैं अभी एक अन्य कार्रवाई में व्यस्त हूं ,ऑफिस पहुंचकर ही इस संबंध में जानकारी दे पाऊंगी।
इस संबंध में उज्जैन जिला कलेक्टर शशांक मिश्र ने नेशनल लाइव को बताया कि कोरोना वाइरस संकट को दृष्टिगत रखते हुए जिले में 671 जन स्वास्थ्य रक्षक हैं जिनसे बात हुई है उनकी सेवाएं किस प्रकार से ली जा सकती है इस पर वर्कआउट किया जा रहा है।
बहराल उज्जैन जिले में अब तक 34 सैंपल की जांच की गई है जिनमें से 9 नेगेटिव ,2 पॉजिटिव एवं एक की मौत हुई है पॉजिटिव लोगों का उपचार किया जा रहा है उज्जैन के माधव नगर अस्पताल को आइसोलेशन वार्ड के रूप में उपयोग किया जा रहा है एवं जिले में सभी सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों में ओपीडी बंद की गई है, लेकिन शहरी क्षेत्र में लोगों को सरकारी अस्पताल एवं स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर का मार्गदर्शन मिल रहा है लेकिन जन स्वास्थ्य रक्षक एवं स्वास्थ विभाग की टीम के संयुक्त प्रयास से तहसील एवं ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को बेहतर उपचार सुविधाएं एवं कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए घर में रहकर ही सुरक्षित रखा जा सकेगा।
