उज्जैन जिला प्रशासन ने कोरोना वाइरस के संक्रमण के बढ़ने से रोकने की दृष्टि से उज्जैन जिले का लॉक डाउन 25 मार्च तक बढ़ा दिया था, लेकिन प्रधानमंत्री ने 24 मार्च को अपने राष्ट्र के नाम संदेश के बाद अब पूरे देश में 21 दिनों का लॉक डाउन कर दिया गया है,याने अब पूरे देश में 14 अप्रेल तक का लॉक डाउन रहेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जनता को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जाएगी, वहीं जिला प्रशासन ने भी दूध, किराना एवम आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी के लिए दुकानों के खुलने ओर बंद होने का समय निर्धारित किया है ,जिससे अनावश्यक रूप से भीड़ इकठ्ठा न हो, आवश्यक वस्तुओं की घर पहुंच सेवा भी उपलब्ध हैं।
लेकिन सब्जी मार्केट एक ऐसी जगह है जहाँ न सिर्फ कई लोगों द्वारा एक साथ दुकानें लगाई जाती हैं बल्कि कई लोग एक साथ खरीददारी करने इकठ्ठा भी होते है, जहाँ बेचने वाला एवम खरीददारी करने वाला दोनों के पास सुरक्षा के इंतजाम नहीं होते,ऐसे में इस जगह संक्रमण बढ़ने की संभावना अधिक हो सकती है, प्रशासन को सब्जी मार्केट में लोगों की सुरक्षा के लिए विशेष योजना बनाने की आवश्यकता है, वैसे उज्जैन शहर में चार सब्जी मंडी है, फ्रीगंज, छत्रीचौक, मालीपुरा, ओर महानंदामें ,लेकिन भीड़ एक जगह इकठ्ठा ना हो उसके लिए शहर में ओर सब्जी बाज़ार बढ़ाये जाने की आवश्यकता है, क्योकि शहर की जनसंख्या के लिहाज़ से ये कम है, अलग अलग एरिया में सब्जी बाज़ार होने पर एक साथ अधिक दुकानें भी नहीं होगी और लोगों की भीड़ भी एक जगह इकठ्ठा नहीं होगी ,ऐसे में प्रशासन को भी सुरक्षा के इंतजाम करने में सुविधा हो सकती है।
बहरहाल कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार प्रयासरत है शोशल डिशटेन्स उसी का एक हिस्सा है, लेकिन सब्जी मार्केट में अनावश्यक भीड़ ना बढ़े इनके लिए प्रशासन को रणनीति तैयार कर जनता को इससे अवगत कराने की आवश्यकता है, ताकि लोगों को आसानी से सब्जियां उपलब्ध हो सके,वहीं दुकानदार एवम जनता दोनों का सुरक्षा के इतंजामों से युक्त हो यह भी आवश्यक है,कोरोना वाइरस के संक्रमण को रोकने के लिए जनता को चाहिए कि वह प्रशासन के निर्देषों का पालन करें।
