भारत में कोरोना वाइरस के बढ़ते प्रकोप के चलते एहतियातन शिक्षण संस्थानों, कुछ सरकारी संस्थान, धार्मिक स्थलों, यहाँ तक कि न्यायालय भी कुछ समय के लिए बंद कर दिए हैं, लेकिन अभी भी कुछ सेक्टर ऐसे हैं जहाँ हजारों की संख्या में जनता का रोज़ आना जाना है, उनमे से प्रमुख हैं बैंक,किराना या रोजमरहा की आवश्यक वस्तुओं के मिलने का स्थान ,दूध की दुकानें, सब्जी मार्केट,दवाइयों की दुकान ,हॉटेल, रेस्टोरेंट आदि, ये कुछ ऐसे प्रमुख सेक्टर हैं जिनको शायद पूरी तरह बंद करना शायद सरकार के भी बस में नहीं है,लेकिन इन सेक्टरों के मालिकों को अपने ग्राहकों एवम अपनी सुरक्षा के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने की आवश्यकता है, मसलन बैंक अपने यहां आने वाले ग्राहकों को परिसर में आने पर सेनेटाइजर का उपयोग करवाये,अगर कोई खाँसने या छीकने वाला ग्राहक दिखे उसे मास्क दें ताकि अपने संस्थान एवं अन्य ग्राहकों को किसी प्रकार के संक्रमण से बचाया जा सके,इसी प्रकार अन्य संस्थानों के मालिकों को अपनी ओर ग्राहकों की सुरक्षा के लिए यह आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता है।
सरकार को भी आवश्यक वस्तुओं विशेषकर सब्जी मार्केट में दुकानदारों एवम ग्राहकों को सुरक्षा के साधन निःशुल्क उपलब्ध कराने की आवश्यकता है, इसी प्रकार अनाज मंडी में भी किसानों को निःशुल्क मास्क मिले इनके लिए व्यापारियों एवम सरकार दोनों को प्रयास करना होगा।
इस समय व्यापारी एवम ग्राहक दोनों को अपना नफ़ा नुकसान भूलकर अपनी सुरक्षा के कदम उठाने में ज़रा भी संकोच करना उचित नहीं होगा ,ओर सरकार को भी इन सेक्टरों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योकि एक भी संक्रमित व्यक्ति पूरे संस्थान ,बाज़ार, एवम शहर को बीमार कर सकता हैं।
शादी ,जलसा,सभा,धरनाप्रदर्शन,रैली आदि समझाइश से बंद ना होने पर शासन, प्रशासन सख्ती बरतते हुए इन्हें बंद कराने की आवश्यकता है ,अन्यथा इसके नतीजे पूरे शहर को भोगने पड़ सकते हैं,ओर इसकी जवाबदेही भी शासन प्रशासन की ही होगी।
