श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर वैराग्य नंद ,मिर्ची बाबा ने उज्जैन में पत्रकारों से चर्चा के दौरान संत समाज पर कई आरोप लगाए ,उन्होंने कहा कि इलाहाबाद में महात्मा आशीष गिरी जिसके बारे में कहा गया कि उन्होंने खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली, लेकिन मिर्ची बाबा ने यह आरोप लगाया कि महात्मा आशा आशीष गिरी ने आत्महत्या नहीं की बल्कि उनकी हत्या की गई है ,जिसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी महाराज इसकी जांच नहीं करा रहे हैं, मिर्ची बाबा ने महंत नरेंद्र गिरी को झूठा साधु तक कह दिया।
मिर्ची बाबा को कमलनाथ सरकार में राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त है और वह राज्य मंत्री का दर्जा मिर्ची बाबा के मुख मंडल पर साफ़ दिखाई दिया ,ज्ञात रहे कि यह वही महामंडलेश्वर वैराग्य नंद है जिन्होंने लोकसभा के चुनाव में भोपाल से सांसद प्रत्याशी दिग्विजय सिंह की जीत के लिए मिर्ची यज्ञ किया था और यह घोषणा की थी कि अगर दिग्विजय सिंह हारते हैं तो वह जल समाधि ले लेंगे लेकिन उनका मिर्ची यज्ञ सफल नहीं हुआ और दिग्विजय सिंह, साध्वी प्रज्ञा सिंह से चुनाव हार गए एवं बाबा की जल समाधि पर आज भी प्रश्न चिन्ह लगा हुआ है, तब से ही स्वामी वैराग्य नंद को मिर्ची बाबा का नाम मिला ,मिर्ची बाबा दिग्विजय सिंह के खास एवं कांग्रेसी विचारधारा के माने जाते हैं।
बाहर हाल मिर्ची बाबा के आरोप बहुत गंभीर है एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महंत नरेंद्र गिरी को झूठा साधु का लालच्छन लगाने पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी की ओर से क्या प्रत्युत्तर दिया जाता है यह आने वाला समय ही बताएगा।
