भागदौड़ भरी अनियमित जीवनशैली दिनोंदिन लोगों मैं मानसिक तनाव का कारण बनती जा रही है, जो व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा एवं गहरा असर कर रही है ,इसके प्रति जागरूकता एवं इससे बचने के उपायों पर मंथन करने के लिए 10 अक्टूबर, पूरे विश्व में मानसिक स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है ।
मनोरोग विशेषज्ञों का मानना है कि मानसिक अस्वस्थता के कई कारण हो सकते हैं लेकिन प्रमुख रूप से आजकल की जीवनशैली, जिसमें आय कम और व्यय ज्यादा होना, प्राइवेट जॉब की अनिश्चितता ,प्रतिस्पर्धा, खानपान में अनियमितताएं ,मानसिक अस्वस्थता के प्रमुख कारण है, जिनका, विश्व में लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर देखा जा रहा है ,जिसके परिणाम स्वरूप लोगों में मस्तिष्क रोग तेजी से बढ़ रहे हैं जिसके कई प्रकार हो सकते हैं, जिनमें डिप्रेशन, ब्रेन स्ट्रोक, पैरालिसिस ,वहीं मानसिक असंतुलन की वजह से शारीरिक विकलांगता भी हो सकती है।
मध्य प्रदेश विकलांग सहायता समिति उज्जैन, जिसका मूल उद्देश्य मानसिक एवं शारीरिक विकलांगता के पीड़ितों को प्रशिक्षित शिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से समाज एवं घर परिवार में स्वावलंबी एवं सम्मान से जीवन व्यापन की जीवन शैली में ढालने का कार्य करती है, यह संस्था 1997 से कार्यरत है ,मनोविकास के संचालक फादर जॉर्ज का कहना है कि मानसिक अस्वस्थता के कई प्रकार होते हैं कुछ लोगों में मानसिक अस्वस्थता या मानसिक विकलांगता जन्मजात होती है ,तो कुछ मैं जन्म के बाद बीमारियों के समय अमानक दवाइयां या अधिकता के कारण एवम बच्चों पर शिक्षा का अतिरिक्त भार डालने पर मानसिक विकलांगता हो सकती है ,परिवार मैं अगर कोई मानसिक विकलांगता से ग्रसित सदस्य है,

विशेषकर बच्चों को शुरुआती मानसिक विकलांगता के लक्षणों को पहचान कर उन्हें विशेषज्ञ डॉक्टरों के मार्गदर्शन में चिकित्सा एवं मनोविकास जैसी संस्था ,जहां उन्हें प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से उनके रहन-सहन ,बोल-चाल ,शिक्षा, साधारण जीवन शैली की शिक्षा जैसे खुद से नहाना, खाना, शौच आदि के बारे में स्वावलंबी बनाना , मूक बधिर के लिए सांकेतिक भाषा का ज्ञान, नेत्रहीनों के लिए ब्रेल लिपि का ज्ञान दिया जाता हो,से मार्गदर्शन लेना चाहिए,
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर मनोविकास के संचालक फादर जॉर्ज का कहना है कि तनाव रहित जीवन शैली को अपनाकर, मानसिक अस्वस्थता से बचा जा सकता है, नियमित व्यायाम एवं योग करें, मस्तिष्क के विश्राम के लिए आवश्यक नींद लें, मानसिक अस्वस्थता के शुरुआती दौर में उसका निदान करने के प्रति सजगता दिखाएं, जीवन में लक्ष्य प्राप्ति के लिए यह आवश्यक है कि व्यक्ति का शरीर स्वस्थ रहें एवं शरीर की स्वस्थता के लिए मानसिक स्वस्थता अति आवश्यक है।

