न्यूयॉर्क.पाकिस्तान ने एक बार फिर यूएन में कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए जनमत संग्रह कराने की मांग की। 19 मिनट की स्पीच में शरीफ ने जम्मू-कश्मीर में इंडियन आर्मी पर ह्यूमन राइट्स के उल्लंघन का आरोप लगाया। हिजबुल आतंकी बुरहान वानी को यंग लीडर बताते हुए उन्होंने कहा कि कश्मीर में जारी कर्फ्यू और सिक्युरिटी फोर्सेस की हिंसा को रोकना चाहिए। भारत ने इसका तुरंत जवाब दिया। पाकिस्तान को टेररिस्ट स्टेट बताते हुए भारत के खिलाफ वॉर क्राइम को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि भारत के खिलाफ आतंकवादियों को स्पॉन्सर करना पाकिस्तान की पुरानी पॉलिसी है। पाक हाथ में बंदूक लेकर बातचीत करना चाहता है…
– यूएन में विदेश राज्य सचिव एमजे अकबर ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा- “हमने एक आतंकवादी का ग्लोरिफिकेशन सुना। वानी हिजबुल का कमांडर था। यह हैरान करने वाली बात है कि एक देश का लीडर एक आतंकवादी की तारीफ कैसे कर सकता है।”
-”पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो हाथ में बंदूक लेकर बातचीत करना चाहता है। लेकिन भारत कभी भी इन टैक्टिक्स-ब्लैकमेल के आगे झुकेगा नहीं।”
– यूएन में परमानेंट मिशन ऑफ इंडिया में फर्स्ट सेक्रेटरी एनम गंभीर ने कहा- “ह्यूमन राइट्स वॉयलेशन का सबसे खराब मामला आतंकवाद को बढ़ावा देना है।”
– ”जब एक देश की पॉलिसी ही वॉर क्राइम हो तो उसके आस-पास के देशों पर इसका क्या असर पड़ रहा होगा समझा जा सकता है। अब तो यह दुनिया के कई और क्षेत्रों में भी पहुंच चुका है।”
– इससे पहले विदेश मंत्रालय के स्पोक्सपर्सन विकास स्वरूप ने हिजबुल आतंकवादी बुरहान वानी का ग्लोरिफिकेशन किए जाने की भी निंदा की।
– कहा- “बातचीत के लिए भारत की एकमात्र शर्त यह है कि पाकिस्तान अपनी जमीन पर आतंकवादियों को शरण ना दे और आतंकवाद का खात्मा करे। पाकिस्तान इसे मानने को तैयार नहीं है।”
– “आतंकी बुरहान वानी की तारीफ बताता है कि पाकिस्तान का आतंकवाद से रिश्ता बरकरार है।”
19 मिनट की स्पीच में 8 मिनट तक कश्मीर पर बोले, लेकिन उड़ी हमले का जिक्र नहीं, बुरहान को बताया शहीद
– हालांकि, हिजबुल आतंकी को शहीद बताते हुए उन्होंने कहा, “इंडियन फोर्सेस ने जिसकी हत्या कर दी, वह यंग लीडर बुरहान वानी आज के कश्मीर की आवाज है।”
– उन्होंने कहा, “कश्मीर इश्यू के समाधान के बिना दोनों देशों के बीच शांति स्थापित नहीं हो सकती है। इस मसले का हल यूएन के प्रस्ताव को लागू किए बिना नहीं हो सकता।”
– पाकिस्तान ही कश्मीर की सच्ची आवाज है और कश्मीरियों की नई पीढ़ी भारत के अवैध कब्जे के खिलाफ लड़ रही है।
– हम भारत के साथ बातचीत चाहते हैं, पर भारत बातचीत से पहले शर्त रखता है जो पाकिस्तान को मंज़ूर नहीं है। नवाज ने कहा कि पाकिस्तान हथियारों की होड़ में नहीं है, लेकिन भारत हथियार इकट्ठा कर रहा है।
– हम भारत के साथ बातचीत चाहते हैं, पर भारत बातचीत से पहले शर्त रखता है जो पाकिस्तान को मंज़ूर नहीं है। नवाज ने कहा कि पाकिस्तान हथियारों की होड़ में नहीं है, लेकिन भारत हथियार इकट्ठा कर रहा है।
पाकिस्तान NSG में करेगा दावा
– पाकिस्तान ने धौंस दी कि वह एक परमाणु संपन्न देश है। शरीफ ने कहा, “हम एक परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं, लेकिन सभी संधियों और समझौतों का सम्मान करते हैं।”
– उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप (NSG) में अपना दावा पेश करेगा। इंडियन आर्मी पर ह्यूमन राइट्स उल्लंघन का आरोप लगाते हुए कहा कि पैलेट गन की वजह से कश्मीर में सैकड़ों लोगों की आंखें चली गईं।
– कई लोग मारे गए हैं। कश्मीर से इंडियन आर्मी को हटना चाहिए। नवाज ने यह सफाई भी दी कि पाकिस्तान एक लोकतांत्रिक देश है और हर तरह की हिंसा और आतंक का विरोध करता है। उन्होंने कहा, “उनकी सत्ता में पिछले तीन साल के दौरान पाकिस्तान डेवलपमेंट की ओर बढ़ा है।”
कश्मीर में एक्स्ट्रा ज्यूडिशियल इन्क्वायरी की डिमांड
– नवाज ने कश्मीर में कथित हत्याओं को लेकर एक स्वतंत्र एक्स्ट्रा-ज्यूडिशियल इन्क्वायरी की डिमांड की और कहा कि वहां कर्फ्यू ख़त्म होना चाहिए।
– नवाज़ शरीफ़ ने कहा कि किसी भी तरह के दमन का विरोध करना कश्मीरी लोगों का अधिकार है। पाकिस्तान जल्द ही यूएन में डोजियर पेश करेगा।
– नवाज़ शरीफ़ ने कहा कि किसी भी तरह के दमन का विरोध करना कश्मीरी लोगों का अधिकार है। पाकिस्तान जल्द ही यूएन में डोजियर पेश करेगा।
– इससे साबित होगा कि भारत कश्मीर के लोगों पर अत्याचार कर रहा है। उन्होंने कहा कश्मीर में श्रीनगर से सोपोर तक लोग कर्फ्यू के विरोध में सड़कों पर उतरे हैं जो इस बात का सबूत है।
– रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूएन में स्पीच से पहले शाम को नवाज ने पाकिस्तानी आर्मी के जनरल राहील शरीफ से फोन पर बातचीत भी की थी।
बलूच नेता ने भी लगाए आरोप
उधर, बलूचिस्तान के निर्वासित नेता बुगती ने पाकिस्तान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सरकार बलूच नागरिकों की हत्या कर रही है। बलूचिस्तान में मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है।
