देश में पहली बार गैर कांग्रेस राजनीतिक दल की पूर्ण बहुमत की सरकार दुबारा चुनी गई ,354 का प्रचंड बहुमत पाकर फिर एक बार मोदी सरकार का जनता ने चयन किया ,नरेंद्र दामोदरदास मोदी ने भारत के 15वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली ,मोदी सरकार ने 58 मंत्रियों के साथ शपथ ली ,इसके साथ ही मोदी सरकार की दूसरी पारी की शुरुआत हुई ।
इसके पूर्व 2019 के लोकसभा चुनाव में कई घटनाक्रम देखने को मिले जिसमें महत्वपूर्ण यह रहे की राजनेताओं ने इस चुनाव में सारी मर्यादाए लांघी और इस प्रकार नेताओं ने अपने चरित्र का चित्रण भी किया ,वहीं फिर एक बार कांग्रेस पार्टी विपक्ष कहलाने लायक सीटें भी अर्जित नहीं कर पाई जबकि यूपीए को 90 सीटें ही मिली ,इस प्रदर्शन से कांग्रेस पार्टी में खलबली मची है और प्रवक्ताओं को चुप रहने की सलाह दी गई है, लेकिन कांग्रेस (यूपीए )को एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाने की आवश्यकता है।
महागठबंधन की बात करें तो क्षेत्रीय पार्टियां अपना वर्चस्व अपने क्षेत्रों में भी बचाने में नाकामयाब रही, यूपी की बात करें तो सपा एवं बसपा का जातिगत समीकरण को लेकर गठबंधन विफल रहा, वहीं बिहार में आरजेडी मैं लालू खेमे में फूट के चलते सूपड़ा साफ हो गया, महागठबंधन के मुख्य किरदार चंद्रबाबू नायडू को भी मुंह की खानी पड़ी, चुनाव के पूर्व ही ममता की बौखलाहट एवम घबराहट साफ नजर आ रही थी जो कि चुनाव के हर चरण में बंगाल में दिखी एवं अंततः ममता के गढ़ में बीजेपी ने सेंध लगा दी बीजेपी ने बंगाल से 18 सीटें जीतकर ममता के किले को ध्वस्त कर दिया ,दिल्ली में कांग्रेस सहित ,आप भी साफ हो गए, यहां भी सातों सीटों पर बीजेपी ने कब्जा किया।
इस चुनाव में बड़ा उलटफेर देखने को मिला जिस में सबसे बड़ा अमेठी की सीट पर राहुल गांधी की हार एवं स्मृति ईरानी की जीत रहा, वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह ,शत्रुघ्न सिन्हा ,मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे दिग्गज नेताओं को हार का मुंह देखना पड़ा ,जनता ने विकास की बात एवम सबका साथ सबका विकास पर मोदी सरकार को चुना।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जनता ने स्पष्ट बहुमत देकर हमारी जिम्मेदारी को और बढ़ा दिया है और इस जिम्मेदारी पर खरा उतरना हमारा प्रमुख लक्ष्य रहेगा ,इसी के चलते मोदी सरकार का आगामी 100 दिनों का कार्य योजना का प्रारूप तैयार किया गया ,देश में एक बार फिर मोदी सरकार ने कमान संभाल ली है एवं पूर्ण बहुमत की सरकार होने के चलते भारत का भविष्य उज्जवल प्रतीत हो रहा है इसी के चलते पूरे विश्व से मोदी सरकार को समर्थन मिल रहा है एवं भारत में विकास का सवेरा नहीं बल्कि दोपहर होने की संभावनाएं आशातीत है।
