अवतार पुरुष श्री गुरु नानक देव जी की 550 जयंती पर करतारपुर गुरुद्वारा दरबार साहिब तक जाने के लिए कॉरिडोर का निर्माण का मोदी सरकार का निर्णय, सिक्खों के लिए एक ऐतिहासिक तोहफा माना जा रहा है, जिसका की सभी सिक्ख समुदाय एवं सिक्ख धर्म गुरुओं द्वारा तहे दिल से स्वागत एवं आभार व्यक्त किया जा रहा है।
यह एक ऐसा मुद्दा था जिसमें पिछले कई दशकों से भारत और पाकिस्तान में सहमति नहीं बन पा रही थी ,लेकिन जब सहमति बनी तो दोनों देशो की ओर से इसका शिलान्यास समारोह किया जा रहा है, पाकिस्तान की ओर से शिलान्यास समारोह में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सहित कांग्रेस पार्टी के पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को आमंत्रित किया गया है ,सिद्धू ने कहा की केंद्र सरकार का यह निर्णय स्वागत योग्य है और अच्छे काम खुद बोलते हैं ,और खुद रास्ता भी बना लेते हैं ,उन्होंने एक पत्र के जरिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को कहा कि मेरा दिल खुशी से भर गया है।
भारत की ओर से भारत के उप राष्ट्रपति श्री वैंकैया नायडू द्वारा पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक क्षेत्र में इस कॉरिडोर की आधारशिला 26 नवंबर को रखी जाएगी, करतारपुर में श्री गुरु नानक देव जी ने अपने अंतिम 18 वर्ष गुजारे थे, सिख धर्म में इस स्थान की बहुत महत्ता है, कॉरिडोर के चलते पाकिस्तान और भारत के रिश्ते में नरमी दिखाई दे रही है, इस कॉरिडोर से करतारपुर साहिब तक जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए वीजा व्यवस्था समाप्त करने पर भी सहमति की संभावना जताई जा रही है, और साल के 365 दिन श्रद्धालुओं के लिए यह खुला रहेगा।
गुरु नानक देव जी का कहना था कि, ईश्वर एक है, उसको पाने के लिए अपने सामाजिक दायित्व से विमुख होकर जंगलों में भटकने की आवश्यकता नहीं है, ईश्वर हमारे ह्रदय में ही है उसे अपने आंतरिक ह्र्दय मैं खोजने और महसूस करने की आवश्यकता है, उनका कहना था कि पैसों का स्थान जेब में है, ह्रदय में नहीं
बाहर हाल सिक्खों मैं इस कॉरिडोर के निर्माण के चलते खुशी का माहौल है एवं उनका कहना है कि मोदी सरकार का यह निर्णय इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अक्षरों मे दर्ज होगा।
