“अब के बरस ,तुझे धरती की रानी कर देंगे”, 1981 में बनी फिल्म क्रांति का यह गाना चुनावी समय में लोगों की देश भक्ति एवम समर्पण की भावना को जगाने के लिए खूब बजाया जाता है ,लेकिन ऐसे में नेताओं के देश के प्रति समर्पण की भावनाओं का क्या ?, लगभग 35 वर्षों से हम यह गाना चुनावी माहौल में सुनते आ रहे हैं लेकिन नेताओं की जन कल्याण की भावना और निस्वार्थ सेवा भावना अभी तक सही रूप में नहीं जग पाई है।
हर चुनाव में जनसंपर्क के चलते वही घिसा पिटा चुनाव प्रचार ,10 ,5 ढोल जोर जोर से आगे आगे बजेंगे ,पीछे नेताजी अपने सौ पचास लोगों के साथ हाथ जोड़कर जनता का अभिवादन करते निकल जाएंगे ,ऐसे समय में नेताजी के यह भाव रहते हैं कि उन्होंने अपने क्षेत्र की समस्याओं को समझ कर उसका निराकरण किया और उसका विकास किया ,जिसका पारितोषिक जनता उन्हें दे रही हैं ,लेकिन वास्तव में ऐसा है नहीं, जनता की उम्मीदों पर खरा ना उतरने के चलते उन्हें जनसंपर्क में जनता के विरोध का सामना भी करना पड़ता है , और जिस पर करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं ,गर नेताओं में जन कल्याण की भावना हो तो वह सत्ता में रहे या ना रहे, अगर अपने जिले ,गांव ,गली ,मोहल्ले के लोगों की समस्याओं का निराकरण एवं निस्वार्थ सेवा करता हो, धर्म ,जाति से ऊपर उठकर ,स्वयं का कल्याण ना करके, मातृभूमि की निस्वार्थ सेवा के लिए दृढ़ संकल्पित हों, ऐसे नेता या व्यक्ति को जनता सर आंखों पर बिठा कर उनका अभिवादन करती है, उनको किसी पार्टी से टिकट मांगने की जद्दोजहद नहीं करना पड़ती है ,और ना ही एन चुनाव के वक्त जनता के बीच हाथ जोड़कर जाने की जरूरत महसूस होती है, जिस देश, प्रदेश, जिले, गांव मैं ऐसे सच्चे जनसेवक मौजूद हो वहां की जनता का भविष्य उज्जवल होना तय है।
राजनैैतिक पार्टियों को भी अब इस बात को समझने की आवश्यकता है कि देश के हर नागरिक को उसका हक मिले ,हर नागरिक के उज्जवल भविष्य की नीति पहले एवं धर्म ,जाति एवं पार्टी बाद में, जनता के चुने हुए प्रतिनिधि की जिम्मेदारी एवं जनता के बीच भागीदारी सुनिश्चित होना आवश्यक है, क्योंकि 5 साल में हर पार्टी को जनसंपर्क के माध्यम से मुंह दिखाई के लिए उसी जनता के बीच जाना होता है ,ऐसे में दिखावे के जनसंपर्क के कोई मायने नहीं रह जाते, अगर जनप्रतिनिधि ने अपने क्षेत्र में काम किया है तो जनता उसे हाथ जोड़ने का मौका नही देगी।
बहर हाल जनता की हर चुनाव में यही कामना होती कि जनप्रतिनिधि इस गाने के बोलो को कभी तो सच साबित करेंगे।
